बिहार: गांव वाले ढूंढ रहे गायब अस्पताल, ऑपरेशन के बाद महिला की हो गई थी मौत; हैरान कर देगी कहानी

बिहार: गांव वाले ढूंढ रहे गायब अस्पताल, ऑपरेशन के बाद महिला की हो गई थी मौत; हैरान कर देगी कहानी

बगहा में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही कहें या मिलीभगत जिसके चलते यहां अवैध क्लीनिक तेजी से फल-फूल रहे हैं. जिस अस्पताल में घटना हुई वह अनुमंडलीय अस्पताल बगहा से 100 मीटर की दूरी पर स्थित था. इस अस्पताल में धड़ले से ऑपरेशन किए जा रहे थे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इसकी भनक तक नही थी.

बिहार के बगहा से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक निजी अस्पताल की लापरवाही के चलते प्रसूता की मौत हो गई. जब परिजन शिकायत के लिए अस्पताल पहुंचे तो वह रातों-रात गायब हो चुका था. इस मामले की शिकायत पुलिस व प्रशासन के अधिकारियीं से की गई है. वहीं, स्वास्थ्य विभाग मामले की जांच में जुट गया है. गुस्साए परिजनों ने हंगामा भी किया है.

मृतका के परिजनों ने पुलिस थाना, एसडीएम और जिलाधिकारी से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई है. इधर प्रसूता की मौत के बाद रातों-रात अस्पताल गायब हो गया है. परिजन कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अनुमंडलीय अस्पताल के इर्द-गिर्द दर्जनों की संख्या में अवैध नर्सिंग होम संचालित हैं. विभाग की ओर से इनकी कोई जांच नहीं की जा रही है. मरीजों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.

अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में किया था भर्ती

नगर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 27 के पवरिया टोला निवासी मोहम्मद रहमत की 25 वर्षीय पत्नी कमरुल निशा को प्रसव के लिए अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर देखते हुए उसे जीएमसी बेतिया के लिए रेफर कर दिया गया था. मृतका के ससुर मोहम्मद बादशाह खान ने बताया कि 11 मार्च में उनकी बहू को प्रसव पीड़ा हुई थी. जिसके बाद बहू को अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में लाया गया था. जहां डॉक्टर ने उसकी हालत नाजुक देखते हुए उसे रेफर कर दिया.

इलाज के दौरान हुई मौत

अस्पताल में कार्यरत एक आशा के द्वारा उन्हें बहला फुसला कर एक निजी अस्पताल सूरज होस्पीटल में लाया गया. जहां अस्पताल के चिकित्सा के द्वारा 11 मार्च की रात उनकी बहू का ऑपरेशन कर दिया गया. ऑपरेशन के बाद उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद सूरज अस्पताल के चिकित्सक के द्वारा उसे बेतिया रेफर कर दिया गया. आनन फानन में मरीज को बेतिया ले जाया गया, लेकिन वहां भी चिकित्सकों ने उसे रेफर कर दिया. जिसके बाद परिजन मरीज को लेकर मोतिहारी के रहमानिया अस्पताल पहुंचे जहां 17 तारीख को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

रातों-रात अस्पताल हुआ गायब

महिला की मौत के बाद 17 मार्च की देर शाम परिजन सूरज अस्पताल पहुंचे. वहां देखा तो अस्पताल बंद था. अगले दिन यानी 18 मार्च को परिजन फिर से अस्पताल पहुंचे. इस बार वह पूरी तरह चौंक गए. उन्होंने देखा कि अस्पताल वहां से गायब है. चिकित्सा कर्मी सहित अस्पताल की फर्नीचर वह बोर्ड भी उसे स्थान पर नहीं है. यह देख परिजन हंगामा करने लगे. अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉक्टर के.बी.एन. सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली है, अभी शिकायत परिजनों के द्वारा प्राप्त नहीं हुई है. शिकायत मिलने के बाद उक्त आशा या जो भी शामिल होगा उन पर कार्रवाई की जाएगी.

रिपोर्ट-नागेन्द्र प्रसाद/बगहा