घुमंतू जातियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा… विमुक्ति दिवस पर बोले CM मोहन यादव

घुमंतू जातियों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा… विमुक्ति दिवस पर बोले CM मोहन यादव

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विमुक्ति दिवस समारोह स्थल रविंद्र भवन परिसर में प्रदर्शनी का अवलोकन किया. प्रदर्शनी में विमुक्त, घुमंतू और अर्द्धघुमंतू समुदाय के कल्याण के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और समुदाय की विभूतियों की गाथा को प्रदर्शित किया गया.

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में रहने वाले विमुक्त, घुमंतू और अर्द्धघुमंतू यानी खानाबदोश लोगों को विकास का पूरा लाभ दिया जाएगा. प्राचीन काल से खानाबदोश लोगों ने अपने साहस और शौर्य के उदाहरण प्रस्तुत किए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इन जातियों के युवाओं और प्रतिभाशाली लोगों को शिक्षा और उनके करियर के लिए राज्य सरकार पूर्ण सहयोग करेगी.

मुख्यमंत्री डॉ. यादव शनिवार को रविंद्र भवन, भोपाल में विमुक्ति दिवस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घुमंतू, अर्धघुमंतू कल्याण विभाग द्वारा आयोजित प्रदर्शनी भी देखी. इस दौरान उन्होंने विभाग के पोर्टल समर्थ का लोकार्पण भी किया और कई इस समुदाय के कल्याण के लिए कई घोषणाएं की.

स्थायी निवास बनाने का ऐलान

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि घुमंतू जातियों को एक स्थान का निवासी घोषित करने के मकसद से उनके मूल मुकाम को दर्ज किया जाएगा. आवश्यक अभिलेख तैयार करने में मदद मिलेगी. इससे घुमंतू और अर्द्धघुमंतू समुदाय की वे जातियां जो वर्तमान में कल्याण योजनाओं से छूटी हुई हैं, उन्हें भी योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा.

उन्होंने कहा कि भाट, चारण, बेलदार, पारधी, कुचबंदिया आदि जातियों को भी योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाएगा. कबूतरी, कालबेलिया, सिकलीगर, बांछड़ा आदि जातियों के लिए विशेष योजना बनेगी. गड़रिया, लोहार जाति एवं अन्य जातियों के लिए आवास व्यवस्था की जाएगी. प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देते हुए इन जातियों के नागरिकों को बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं दी जाएंगी. युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण का लाभ दिया जाएगा. अग्निवीर और अन्य योजनाओं से लाभान्वित करने पर ध्यान दिया जाएगा. खेल क्षेत्र में भी आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी.

लोक संस्कृति को प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संभाग स्तर पर इन जातियों की लोक संस्कृति को प्रोत्साहन देने के लिए प्रयास किए जाएंगे और शहरों में बनने वाले गीता भवनों से भी समाज की जातियों को जोड़ा जाएगा. इन जातियों के लिए मांगलिक भवन भी निर्मित किए जाएंगे. उनके विकास के लिए निरंतर संवाद का सिलसिला चलेगा.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आवश्यक सामाजिक रीतियों में समय अनुकूल सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया. मुख्यमंत्री ने विमुक्ति दिवस के पूरे प्रदेश में आयोजन के लिए विभाग एवं आयोजक संस्थाओं को बधाई दी. कार्यक्रम में बंजारा लोक कलाकार रीना पवार ने प्रभावी नृत्य प्रस्तुत किया. नृत्य कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कलाकार रीना जी को 21 हजार की प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा की.

सरकारी योजनाओं का मिलेगा लाभ

विमुक्त, घुमंतू और अर्द्धघुमंतू कल्याण, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कृष्णा गौर ने कहा कि आज विमुक्ति दिवस पर घुमंतू और अर्द्धघुमंतू जातियों के कल्याण योजनाओं की विशेष प्रदर्शनी के माध्यम से जानकारियां दी गई हैं. इन जातियों को अंग्रेजों द्वारा अपराधिक घोषित किया गया था. स्वतंत्रता के पश्चात इन जातियों को उस कलंक से मुक्ति मिली और अब इन जातियों के लोग विकास का लाभ प्राप्त कर रहे हैं.