बरेली को क्यों कहा जाता है नाथनगरी? महाशिवरात्रि पर शिवमय हुआ शहर
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उत्तर प्रदेश के बरेली में महाशिवरात्रि की धूम देखने को मिल रही है. पूरा बरेली शिवमय हो गया है. शिव मंदिरों में भव्य सजावट और खास इंतजाम किए गए हैं. बरेली में 7 नाथ मंदिर हैं. सभी मंदिरों में जलाभिषेक का अलग-अलग समय रखा गया है, जिससे की मंदिर में जुटने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को काबू में किया जा सके.
उत्तर प्रदेश का बरेली महाशिवरात्रि के पर्व पर शिवमय हो गया है. बरेली को नाथ नगरी के नाम से जाना जाता है. क्योंकि यहां 7 हजारों साल पुराने नाथ मंदिर हैं. इनमें त्रिवटीनाथ, अलखनाथ, मढ़ीनाथ, वनखंडी नाथ, तपेश्वर नाथ, धोपेश्वरनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर हैं, जिन्हें आज फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. हर साल की तरह इस बार भी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. महाशिवरात्रि पर रात 12 बजे से ही जलाभिषेक शुरू हो गया और भक्तों का आना-जाना पूरे दिनभर चलता रहेगा.
बरेली उत्तर प्रदेश के लखनऊ और दिल्ली के बीच स्थित है. बरेली की चारों दिशाओं में भगवान भोलेनाथ के प्राचीन मंदिर स्थित हैं. ये मंदिर हजारों साल पुराने हैं, जो अपना अलग ऐतिहासिक महत्व रखते हैं. हर साल महाशिवरात्रि और सावन के महीने में यहां लाखों श्रद्धालु जलाभिषेक और दर्शन के लिए आते हैं. इन मंदिरों की महत्ता को देखते हुए योगी सरकार ने नाथ नगरी कॉरिडोर बनाने की घोषणा की थी, जिसका काम तेजी से चल रहा है.
नाथ मंदिरों में भव्य सजावट
महाशिवरात्रि पर बरेली के सातों नाथ मंदिरों को सजाया गया है. मंदिरों में फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से ऐसी सजावट की गई है कि उनकी भव्यता देखते ही बनती है. त्रिवटीनाथ, अलखनाथ, मढ़ीनाथ, वनखंडी नाथ, तपेश्वर नाथ, धोपेश्वरनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. श्रद्धालुओं के लिए खास प्रबंध मंदिरों के बाहर पार्किंग की व्यवस्था की गई है, जिससे भक्तों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़ा.
प्रशासन ने किए खास इंतजाम
पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के खास इंतजाम किए हैं. मंदिरों के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. कई मंदिरों में भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जहां श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया जा रहा है. महाशिवरात्रि पर भक्तों के लिए जलाभिषेक का विशेष समय निर्धारित किया गया है. ताकि मंदिरों में भीड़ को नियंत्रित किया जा सके.
इसके चलते अलखनाथ मंदिर में रात 12 बजे जलाभिषेक होगा, त्रिवटीनाथ मंदिर में सुबह 3 बजे जलाभिषेक, धोपेश्वरनाथ मंदिर में भी सुबह 3 बजे जलाभिषेक, वनखंडी नाथ मंदिर में रात को एक बजे, पशुपतिनाथ मंदिर में सुबह 4 बजे और मढ़ीनाथ मंदिर में सुबह 4 बजे औरतपेश्वर नाथ मंदिर – सुबह में 3 बजे जलाभिषेक होगा.
धार्मिक कार्यक्रमों की धूम
महाशिवरात्रि के अवसर पर शहर में शोभायात्रा और भव्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. कई संगठनों द्वारा कीर्तन, भजन संध्या और कथा प्रवचन का आयोजन भी किया गया है. इन कार्यक्रमों में स्थानीय श्रद्धालुओं के साथ-साथ दूर-दराज से आए भक्त भी शामिल होंगे. शहर के मंदिरों में शिव भक्तों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है.
नाथ नगरी में अनोखा नजारा
भक्तों का मानना है कि महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. बरेली के नाथ मंदिर इस महाशिवरात्रि पर शिवमय हो गए हैं. आधी रात से ही मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लग गया. सुरक्षा भंडारे शोभायात्रा और धार्मिक आयोजनों के चलते पूरा शहर शिव भक्ति में डूबा हुआ है. श्रद्धालु इस अवसर पर भोलेनाथ का जलाभिषेक कर अपनी आस्था प्रकट कर रहे हैं.