सरकारी नौकरी के लालच में दिव्यांग से की शादी, नहीं लगी जॉब तो भिजवाया जेल और कर लिया दूसरा विवाह

सरकारी नौकरी के लालच में दिव्यांग से की शादी, नहीं लगी जॉब तो भिजवाया जेल और कर लिया दूसरा विवाह

बिहार के भागलपुर में एक दिव्यांग युवक के साथ प्यार में ऐसा धोखा हुआ कि उसे जेल तक जाना पड़ गया. अभी भी वो जेल में ही बंद है. युवक को जिस लड़की से प्यार हुआ, उससे शादी भी हुई. लेकिन उसे नहीं पता था कि लड़की की शादी उससे सिर्फ इसलिए करवाई गई है क्योंकि जल्द ही उसकी सरकारी नौकरी लगने वाली है. जब युवक की सरकारी नौकरी नहीं लगी तो उसके ससुराल वालों ने उसे झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा दिया.

वो कहते हैं न कि प्यार और जंग में सब जायज है. लेकिन कभी-कभी वही प्यार इतना दर्द दे जाता है कि जिसे मरते दम तक नहीं भुलाया जा सकता. ऐसा ही एक मामला बिहार के भागलपुर से सामने आया है. यहां प्यार के चक्कर में एक दिव्यांग युवक को ऐसा धोखा मिला कि उसे जेल तक हो गई. फिलहाल वो जेल में ही बंद है और उस जुर्म की सजा काट रहा है जो उसने किया ही नहीं. क्या है पूरा मामला चलिए जानते हैं…

भागलपुर के बुद्धूचक थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाला विकास बचपन से ही विकलांग है. उसे साल 2020 में अपने बी पड़ोस में रहने वाली शिवानी से प्यार हो गया. तभी पता चला कि दिव्यांग कोटे से विकास की सरकारी नौकरी लगने वाली है. जैसे ही यह बात शिवानी के घर वालों को पता लगी तो उन्होंने विकास से उसकी शादी करवा दी. लेकिन जब मैरिट लिस्ट आई तो उसमें विकास का नाम नहीं था.

बस फिर शिवानी ने विकास को धोखा दे दिया. किसी और से शादी कर ली. वो भी विकास को तलाक दिए बिना. विकास का कहना है कि उसने जब इसका विरोध किया तो शिवानी के घर वालों ने उसके खिलाफ झूठा मामला दर्ज करवा दिया. पुलिस के पास बताया कि उसने उनकी नाबालिग बेटी का अपहरण करके यौन शोषण किया. जबकि, ऐसा कुछ नहीं था. इसके बाद पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर लिया. उसे 10 साल जेल की सजा सुनाई गई. विकास बीते दो सालों से जेल में बंद है. जबकि, विकास के परिजन न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. उनका कहना है कि धोखा तो विकास के साथ हुआ है. शिवानी को मजे से दूसरी शादी करके खुश बैठी है. उसने झूठे केस में विकास को फंसाया है.

‘झूठे केस में फंसाया बेटे को’

विकास के पिता शैलेश साहनी ने रोते-रोते बताया कि उन्हें शिवानी और विकास के अफेयर की भनक नहीं थी. बस जब विकास की सरकारी नौकरी लगने की खबर उड़ी तो बहाने से शिवानी के घर वाले उसे दूसरे जिले में ले गए. वहां उन्होंने विकास और शिवानी की शादी करवा दी. इसी बीच सरकारी नौकरी की मेरिट लिस्ट आई. विकास का नाम उसमें नहीं था. जिस कारण उसे नौकरी नहीं लगी. बस यही बात शिवानी के घर वालों को रास न आई. क्योंकि उन्होंने सरकारी नौकरी के लालच में विकास से शिवानी की शादी करवाई थी. विकास उन्हें बोझ लगने लगा तो उन्होंने उसे झूठे केस में फंसाने का प्लान बनाया.

10 साल जेल की सजा सुनाई

उन्होंने पहले शिवानी की किसी और युवक से शादी करवा दी. विकास ने इसका विरोध किया तो शिवानी के घर वालों ने थाने में झूठी रिपोर्ट दर्ज करवा दी. पुलिस को बताया कि विकास ने नाबालिग शिवानी का अपहरण करके उसका यौन शोषण किया. जिसके बाद पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट ने फिर उसे 10 साल जेल की सजा सुनाई. हम पिछले दो सालों से न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. लेकिन हमारी कोई सुन ही नहीं रहा.