बिहार: JDU के विधायक और चिराग के सांसद के बीच जुबानी जंग, चोर से लेकर गीदड़ तक कहा

बिहार: JDU के विधायक और चिराग के सांसद के बीच जुबानी जंग, चोर से लेकर गीदड़ तक कहा

बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी दलों के नेताओं के बीच में विकास कार्यों का श्रेय लेने की होड़ मची हुई है. स्थिति ये हो गई है कि एनडीए में शामिल जेडीयू के विधायक और एलजेपी आर के सांसद आपस में ही भीड़ गए हैं. बिना नाम लिए जुबानी जंग शुरू हो गई है.

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. चुनाव को लेकर सियासत अभी से तेज हो गई है. बिहार में एक तरफ NDA के बड़े नेता इन दिनों हर जिले में जाकर साझा सम्मेलन करके गठबंधन के एकजुटता का संदेश दे रहे हैं.दूसरी तरफ खगड़िया में बनने वाले मेडिकल कॉलेज का श्रेय लेने के चक्कर में जिले के जदयू विधायक डॉक्टर संजीव कुमार और स्थानीय सांसद एक दूसरे के खिलाफ आग उगल रहे हैं.

परबत्ता से जेडीयू विधायक डॉक्टर संजीव ने एलजेपी (रामविलास ) के सांसद राजेश वर्मा का नाम लिए बिना अपशब्द कहा है. जेडीयू विधायक ने स्थानीय सांसद को गीदड़, चोर जैसे शब्दों से नवाजा. विधायक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए मैने मेहनत किया, लेकिन ऐसे लोग जिनका अभी राजनीतिक दूध का दांत भी नहीं टूटा है वह श्रेय लेने में लगे हैं.

‘इलाज करना जानता हूं…’

उन्होंने कहा मैं डॉक्टर हूं, ऐसे लोगों का इलाज करना जनता हूं. जरूरत पड़ी तो मैं शस्त्र भी उठा लूंगा. हालांकि खगड़िया सांसद राजेश वर्मा ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा कि रावण का अहंकार चूर हो गया तो वो क्या हैं.

अब देखना है कि इन दोनों नेताओं की यह सियासी लड़ाई किस हद तक जाती है. ये दोनों ही दल एनडीए के घटक दल हैं. केंद्र सरकार में इनकी सहभागिता है. ऐसे में इन दोनों नेताओं की इस सियासी लड़ाई का फायद कहीं विपक्ष ने उठा ले जाए. इसलिए क्योंकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव लगातार विरोधी नेताओं पर हमलावर हैं.

कर्पूरी ठाकुर से लालू यादव की तुलना पर सियासी बवाल

दूसरी ओर से बिहार में कर्पूरी ठाकुर से लालू यादव की तुलना किए जाने का मामला में सियासी तूल पकड़ लिया है. केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव के बयान पर कहा कि कर्पूरी ठाकुर से लालू यादव की तुलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मैं तेजस्वी यादव से पूछना चाहता हूं कि जो कांग्रेस पिछड़ों के आरक्षण की विरोधी रही, जिसने लोकतंत्र की हत्या की, जो हमेशा बाबा साहेब अंबेडकर को अपमानित करती रही. उस कांग्रेस की गोद में जाकर लालू यादव ने कितना खराब काम किया. लालू यादव को अपहरणकर्ताओं को संरक्षण देने वाले के रूप में, विकास को चौपट करने वाले के रूप में, बिहार को बदनाम करने वाले के रूप में, बिहार में जंगल राज स्थापित करने वाले के रूप में पुरस्कार दिया जा सकता है.

(इनपुट- सत्यम स्नेही)