बंगाल के भांगड़ में मधुमक्खियों का हमला, 40 को मारा डंक; 5 गंभीर रूप से बीमार
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना के भांगड़ इलाके में मधुमक्खियों के हमले से स्थानीय लोग परेशान है. मधुमक्खियों के काटने से करीब 40 लोग बीमार पड़ गये हैं. इनमें से पांच को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले का भांगड़ का इलाका सियासी संघर्ष के कारण हमेशा सुर्खियों में रहता है, लेकिन अब एक और मामला सामने आया है. कथित तौर पर शुक्रवार सुबह से डंक मारने वाली मधुमक्खियों के एक समूह ने गांव पर हमला कर दिया. लगभग 8 से 10 घंटे तक चले हमले में भांगड़ के जयपुर गांव में दहशत फैल गई है. ग्रामीणों का आरोप है कि करीब 30 से 40 लोगों पर मधुमक्खियों ने हमला किया है. इनमें से पांच गंभीर रूप से बीमार हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनका इलाज चल रहा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि काशीपुर थाने की पुलिस, भंडार 2 प्रखंड के अधिकारी भी मौके पर गए. वे भी मधुमक्खी के हमले से तंग आकर लौट गए. स्थानीय लोगों के अनुसार भांगड़-2 प्रखंड के पाकापोल से कांथालिया मार्ग पर जयपुर गांव के पास मधुमक्खियों के हमले से लोग परेशान हो गये हैं.
मधुमक्खी के हमले से गांव वाले परेशान, मच्छरदानी में रह रहे हैं बच्चे
इसी बीच, शुक्रवार की सुबह एक मधुमक्खी की छत्ते पर बाज ने झपट्टा मार दिया. बाज के हमले के बाद मधुमक्खियों ने हमला बोल दिया. राहगीर या सड़क के किनारे खड़े लोगों पर हमला बोल दिया. मधुमक्खियों के हमले से क्षेत्र के कई बच्चे घायल हो गए. प्रभावितों में गांव के बुजुर्ग भी शामिल हैं. मधुमक्खियों के डर से घर के बच्चों को मच्छरदानी के अंदर रखना पड़ रहा है. स्थानीय निवासी मालेक मोल्ला के अनुसार शुक्रवार दोपहर तक हुई इस घटना में पीड़ितों की संख्या करीब 100 लोगों की है. स्थानीय लोगों का दावा है कि मधुमक्खियां अलग-अलग समय में अलग-अलग बगीचों या सड़क किनारे लगे पेड़ों में छत्ता बनाती हैं और अबआम के पेड़ पर कलियों का समय नजदीक आ रहा है. इसके अलावा कई क्षेत्रों में सरसों की खेती की जाती है. इसलिए मधुमक्खियां शहद इकट्ठा करने के लिए छत्ते का निर्माण करती हैं.
मधुमक्खियों के हमले से जयपुर गांव में खौफ का साया
शनिवार की सुबह भी जयपुर गांव में खौफ का साया है. मधुमक्खियों से बचने के लिए क्षेत्र में अलग-अलग जगहों पर अंडे के छिलके या अन्य चीजों को जलाकर धुआं किया जा रहा है. घर में मच्छरदानी टांगकर लोग रह रहे हैं. कंठालिया, पानापुकुर, जयपुर, कछुआ, शानपुकुर, बेलेडोना बाजार क्षेत्र के आम लोग मधुमक्खियों से बचने के लिए उस सड़क से परहेज कर रहे हैं. जीरांगचा ग्रामीण अस्पताल के डॉक्टर हिरण्मय बोस ने कहा कि मधुमक्खियों के काटने के बाद 7-8 लोग अस्पताल आए. प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई. भांगड़-2 ब्लॉक के बीडीओ कार्तिक चंद्र रॉय ने कहा, “मैंने सुना है कि कई लोगों को मधुमक्खियों ने काटा है.” इस बीच वन विभाग और पशु संसाधन विभाग को जरूरी कदम उठाने को कहा गया है.