आंख में डाली लाल मिर्ची… बाइक सवार लूट कर ले गए 50 लाख, ऐसे हुआ खुलासा
जबलपुर में दो बाइक सवार मौका देखकर 50 लाख रुपए लूट कर भाग गए. बकायदा बाइक सवारों ने बोलेरो चालक की आंख में लाल मिर्ची डाली और लाखों रुपए लेकर चलते बने. लाखों की लूट करने की प्लानिंग में कंपनी के मालिक का ड्राइवर ही शामिल था, जिसने करीब दो महीने पहले ही इसकी प्लानिंग की थी, जिसे जानकर सब हैरान रह गए.
मध्य प्रदेश के जबलपुर में बुधवार 6 मार्च को मिर्ची डालकर 50 लाख रुपए लूट करने के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने लूटे हुए 50 लाख रुपए और वारदात की स्क्रिप्ट तैयार करने वाले मुख्य ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, तीसरा आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश करने में जुटी हुई है. दरअसल, नरसिंहपुर की एक कंपनी आरव्हीआर चिनकी डेम बेराज के ड्राइवर ने अपनी खुद की लूट की कहानी बताकर पुलिस को गुमराह कर दिया. पुलिस ने जब लूटे पैसे के बारे में सुना तो पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस ने जब गाड़ी के ड्राइवर दिलीप राय और कंपनी के मैनेजर अभिषेक आनंद से पूछताछ की तो दोनों के बयान में फर्क नजर आया, जिसके बाद पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की. इसके बाद कई चौकाने वाले खुलासे हुए है.
पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने पूरे मामले की जानकारी दी. चरगवां थाना के केदारपुर में दो बाईक सवार नकाबपोश बदमाशों ने कार से पैसे लेकर नरसिंगपुर आरव्हीआर चिनकी डेम बेराज जा रहे ड्राइवर दिलीप राय और मैनेजर अभिषेक आनंद की आंखों में मिर्ची डालकर गाड़ी में रखें 50 लाख रुपए लेक फरार हो गए. ड्राइवर दिलीप रॉय और मैनेजर अभिषेक आनंद ने इस पूरे मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
घटना की जानकारी मिलते ही क्राइम ब्रांच एएसपी समर वर्मा, ग्रामीण एएसपी सोनाली दुबे, नगर पुलिस अधीक्षक बरगी सुनील नेमा, क्राइम ब्रांच की टीम एवं बरगी थाना प्रभारी कमलेश चौरिया स्टाफ के साथ मौके पर पहुंच गए. जब दोनों से पूछताछ की तो बोलेरो के ड्राइवर दिलीप राय के बयान पर पुलिस को शक हुआ, तभी पुलिस ने ड्राइवर के साथ सख्ती से पूछताछ की तो उसने घटना के बारे में सबकुछ सच-सज कबूल कर दिया.
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दो महीने पहले से ही की थी लूट की प्लानिंग
आरोपी ड्राइवर दिलीप राय ने पुलिस को बताया कि उसने अपने छोटे भाई रीतेश राय और एक अन्य साथी संजय अग्रवाल के साथ मिलकर दो महीने पहले ही लूट के वारदात की प्लॉनिंग थी की. आखिर कैसे इस पूरी घटना को अंजाम देना है इसके लिए उन्होंने पहले से ही प्लानिंग की थी. ड्राइवर ने बताया कि वह 5 मार्च को भी पैसे लेने के लिए आए थे, लेकिन पैसा नहीं मिला तो वापस लौट के चले गए. लेकिन, जब 6 मार्च को दोबारा कंपनी के मैनेजर अभिषेक आनंद ड्राइवर दिलीप राय के साथ पैसे लेने के लिए निकला तो उसने अपने छोटे भाई को फोन कर इसकी जानकारी दी.
अभिषेक आनंद ने बताया कि कंपनी के बाइस प्रेसिडेंट एमएस रेड्डी ने जबलपुर के खंडेलवाल फर्नीचर से पैसे लाने के लिए बोला है. 5 को पैसा लेने के लिए गए, लेकिन पैसा नहीं मिला. 6 मार्च को वह दोबारा पैसा लेने के लिए गए और पैसा लेकर वापस नरसिंगपुर जा रहे थे, जहां उन्हें काम करने वाले कर्मचारियों और लेबर की पेमेंट करना थी. जैसे ही इंडियन कॉफी हाउस से 12 बजकर 46 मिनट पर खाना खाकर निकले तभी दो बाइक सवार युवक चरगवां के पास से उनका पीछा करने लगे. जैसे ही बोलेरो चरगवां पुलिस थाने से 200 मीटर आगे पहुंची, तभी एक युवक ने दिलीप की आंखों में मिर्ची डाल दी और गाड़ी के कांच में अंडा फेक दिया, जिससे दिलीप की आंखों में दिखना बंद हो गया और मौका पाते ही दोनों पैसा लेकर फरार हो गए.
घटना के बाद कार सवार दोनों कर्मचारी पुलिस थाने पहुंचे, जिन्होंने लूट की जानकारी दी. बहरहाल, जबलपुर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी ड्राइवर दिलीप राय और उसके साथी संजय अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया है और कब्जे से 50 लाख रुपए नगद भी जप्त कर लिया है. वहीं वारदात का तीसरा साथी रीतेश अग्रवाल की तलाश की जा रही है.