श्रीराम की विरासत का नवाबों ने बदला नाम, BJP सांसद बोले- लखनऊ फिर से हो लखनपुर
साल 2017 में बीजेपी की लंबे समय के बाद यूपी में सरकार बनी. सीएम की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ के बैठते ही साल 2018 में मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन किया गया. उसके बाद से लगातार नाम बदलने की हवा तेज होतीी नजर आ रही है.
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद नाम बदलने की प्रथा की हवा तेज हो गई. जिसके चलते मुगलसराय रेलवे स्टेशन से लेकर शहरों के नाम भी बदले गए. यहां तक की यूपी के शहरों के प्रसिद्ध चौराहों के नाम भी बदले गए. इस बीच अब राजधानी लखनऊ का नाम बदलने की मांग भी उठी है. प्रतापगढ़ के बीजेपी सांसद संगम लाल गुप्ता ने लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर या लखनपुर करने की मांग की है. इसके लिए सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी भी लिखी है.
सांसद ने चिट्ठी में लिखा कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ जिसे स्थानीय मान्यता के अनुसार त्रेता युग में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम ने बतौर अयोध्या नरेश श्री लक्ष्मण को भेंट किया था और उसी कारण उसका नाम लखनपुर और लक्ष्मणपुर रखा गया था. लेकिन कालांतर में 18वीं सदी में नवाब आसिफुद्दौला ने उसका नाम परिवर्तन कर लखनऊ रख दिया था, उसी परंपरा में लखनऊ चला रहा है. संगम लाल गुप्ता ने मांग की है कि जब देश अमृत कालखंड में प्रवेश कर चुका है, तो गुलामी और विलासिता के प्रतीक लखनऊ के नाम को परिवर्तित कर भारत के शानदार सांस्कृतिक विरासत गौरव समिति मर्यादा तथा और उसके प्रतीक लखनपुर या लक्ष्मणपुर नाम से कराए जाने की कृपा करें.
प्रतापगढ़ से @BJP4UP @mpsangamlal ने @narendramodi Ji और @myogiadityanath Ji को पत्र लिख कर लखनऊ का नाम बदलकर लक्ष्मणपुर या लखनपुर करने की मांग की है। pic.twitter.com/vwGaY8BT3R
— Sandeep Kumar Gupta (@SandeepGupta980) February 7, 2023
बीजेपी सरकार में चली नाम बदलने की हवा
आपको बता दें कि साल 2017 में बीजेपी की लंबे समय के बाद यूपी में सरकार बनी. सीएम की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ के बैठते ही साल 2018 में मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन किया गया. उसके बाद तो जैसे नाम बदलने की आंधी सी आ गई. इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज, फैजाबाद हुआ अयोध्या हुआ.
इन शहरों के नाम बदलने की भी उठी थी मांग
मालूम हो कि बीजेपी सरकार के दोबारा बनते ही नाम बदलने की प्रथा को कायम रखने के लिए कुछ अन्य शहरों के नाम भी बदलने की मांग उठी. जिसमें अलीगढ़ का नाम बदलकर हरीगढ़, आगरा को अग्रवन, सुल्तानपुर को कुशभवनपुर, आजमगढ़ को आर्यमगढ़ और गाजीपुर को गाधिपुरी करने की मांग की जा चुकी है.