चीन नहीं ‘एलियंस’ कर रहे अमेरिका की जासूसी! ऐसे ‘मामू’ बन गया US
चीनी जासूसी गुब्बारों ने अमेरिका में बवाल मचा रखा है. डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन आमने-सामने हैं. एक दूसरे को आरोप लगा रहे हैं लेकिन किसी कोई सुपर पावर देश की एजेंसियां ऐसी लापरवाह कैसे हो सकती है... खुद पढ़िए पूरी कहानी
पढ़ने में आपको भले अमेरिका की नादानी पर हंसी आ जाए मगर मामला बहुत सीरियस है. बचपन से एक बात सुनते आ रहे हैं. पूरी दुनिया की सबसे बड़ी ताकत अमेरिका है. सुपर पावर अमेरिका जैसा शब्द एक वक्त के बाद रोचक लगने लगा था और इसको जानने की इच्छा भी होने लगी. लेकिन बीते दिनों एक ऐसा खुलासा हुआ जिससे इस शब्द पर संदेह होने लगा. बचपन में आसमान के बारे में जानने की बहुत जिज्ञासा होती थी, बिल्कुल वैसे ही जैसे अमेरिका को आज भी UFO (Unidentified flying object) के बारे में है.
अमेरिका को लगता है कि एलियन होते हैं और आसमान में ये दिखते भी है. यूएस करोड़ो डॉलर खर्च कर रहा है सिर्फ इसकी खोज करने के लिए . कई बार दावे भी करता है कि उसके सैटेलाइट में ऐसी कुछ हरकतें कैद भी हुई. मगर इस चक्कर में लोचा हो गया. चीन के गुब्बारे कई बार अमेरिका में जासूसी करके लौट गए और सो काल्ड सुपर पावर ये सोचता रह गया कि वो UFO यानी एलियन था. 5 फरवरी को साउथ कैलोरिना मायर्टल बीच पर Explosive Ordnance Disposal Group 2 ने काफी ऊंचाई में चीनी गुब्बारों का मलबा बरामद किया. चार फरवरी को अमेरिका के फाइटर जेट ने इसे मार गिराया.
ट्रंप के शासनकाल में तीन बार घुसे चीनी गुब्बारे
उसी दिन अमेरिकी सेना की तरफ ने खुलासा किया कि इसी तरह के चीनी गुब्बारों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के शासन के दौरान कम से कम तीन बार अमेरिकी हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की थी. जो जनवरी 2017 से जनवरी 2021 तक चला था. चीनी गुब्बारे टेक्सास, फ्लोरिडा और हवाई के साथ-साथ गुआम के प्रशांत महासागर द्वीप के पास देखा गया था. यहां पर अमेरिकी एयरफोर्स और नैवी के ठिकाने हैं. खुफिया मामलों के जानकार ने बताया कि ये गुब्बारे नॉरफ़ॉक, वर्जीनिया और कोरोनाडो, कैलिफ़ोर्निया के पास भी उड़े. ये दो बंदरगाह हैं जहां अमेरिका अपने बेशकीमती विमान वाहक रखता है. माना जाता है कि गुआम और नॉरफ़ॉक के ऊपर उड़ने वाले गुब्बारों में रडार-जैमिंग क्षमताएं थीं.
एजेंसिया पकड़ ही नहीं पाईं
अमेरिका रडार ने तब भी चीनी गुब्बारों को पकड़ा था मगर काफी दिनों तक एजेंसियां सिर्फ ये जानने की कोशिश करती रहीं कि ये एलियन (UFO) हैं या कुछ और. न्यूयॉर्क टाइम्स ने दावा किया कि शीर्ष अमेरिकी सैन्य अधिकारियों को उनके बारे में जानने में कुछ समय लगा. फिर भी जब वो समझ नहीं आए तो उनको यूएफओ कहकर टाल दिया. रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकन नेवी और कई सुरक्षा एजेंसियों ने हाल के कुछ सालों में कई बार चीनी गुब्बारों को देखा. इन अधिकारियों ने अन्य अस्पष्ट घटनाओं की तरह यूएफओ और अन्य हवाई घटनाओं की जांच पेंटागन टास्क फोर्स को सौंप दिया गया.