चीन ने पाकिस्तान के लिए खोला खजाना, दूर होंगी मुश्किलें
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि यह राशि इस सप्ताह पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक को हस्तांतरित कर दी जाएगी.
चीन ने पाकिस्तान को 70 करोड़ डॉलर कर्ज दिये जाने को मंजूरी दे दी है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बुधवार को जानकारी देते हुए कहा कि यह राशि इस सप्ताह पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक को हस्तांतरित कर दी जाएगी. चाइना डेवलपमेंट बैंक के निदेशक मंडल यह घोषणा पाकिस्तान की संसद नेशनल एसेंबली में आम सहमति से धन विधेयक के पारित होने के एक दिन बाद की है. कर राजस्व बढ़ाने के इरादे से धन विधेयक लाया गया. वित्तीय मदद को लेकर अंतरराष्ट्रीय Monetary Fund की विभिन्न शर्तों में यह भी शामिल है.
डार ने कहा कि चाइना डेवलपमेंट बैंक के साथ सभी औपचारिकताएं पूरी हो गयी हैं और कोष स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को अंतरित किया जाएगा. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, चाइना डेवलपमेंट बैंक के निदेशक मंडल ने 70 करोड़ डॉलर के कर्ज को लेकर मंजूरी दे दी है. यह राशि स्टेट बैंक ऑफ पाकस्तान को इस सप्ताह मिल जाने की उम्मीद है. इससे देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ेगा.
एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान पर सबसे ज्यादा कर्ज चीन का ही है. पाकिस्तान पर मौजूदा कर्ज का 30 फीसदी हिस्सा अकेले चीन का है. ऐसे में चीन से मिलने वाले नए कर्ज से पाकिस्तान की मुस्किलें थोड़े वक्त के लिए दूर हो सकती हैं. हालांकि, थोड़े दिनों बाद पाकिस्तान के सामने फिर दिवालिया होने का संकट खड़ा हो सकता है. ऐसे में उसे लंबे समय तक सुरक्षित रहने के लिए दूसरा रास्ता तलाशना होगा.
विदेशी मुद्रा भंडार खाली होने के कगार पर
पाकिस्तान ने दो महीने पहले Industrial and Commercial Bank of China, ICBC को 1.3 अरब डॉलर के दो लोन लौटाए थे. उसे उम्मीद थी कि बैंक दोबारा इस पैसे को कर्ज के रूप में तत्काल पाकिस्तान को दे देगा. पाकिस्तान को लग रहा था कि ICBC इन दो लोन बदले में उसे 80 करोड़ डॉलर और 50 करोड़ डॉलर के दो कर्ज देगा लेकिन चीनी बैंक ने ऐसा नहीं किया जिससे पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार खाली होने के कगार पर आ गया है. बता दें कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार पिछले हफ्ते 3.2 अरब डॉलर था. अगर तत्काल उसे विदेशी कर्ज नहीं मिला तो यह और भी नीचे जा सकता है.
(भाषा-इनपुट के साथ)