अमृतपाल के खिलाफ NSA बढ़ाए जाने का विरोध, बोले बादल- CM मान का सिख विरोधी चेहरा बेनकाब
अमृतपाल सिंह के साथ अपनी पार्टी के राजनीतिक और वैचारिक मतभेद से ऊपर उठते हुए सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि इस मामले में एनएसए बढ़ाने का फैसला संविधान तथा मूल मानवाधिकारों और नागरिक अधिकारों का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि अमृतपाल के साथ हमारे विचाधारा संबंधी मतभेद के बाद भी हम उसके या किसी अन्य के खिलाफ दमन और अन्याय का विरोध करेंगे, भले ही हमें उसकी कोई भी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़े.
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार को अमृतपाल सिंह के खिलाफ लगाए एनएसए बढ़ाए जाने का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि यह फैसला पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लिया है, जिससे उनका सिख विरोधी चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया है.
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए सुखवीर सिंह बादल ने कहा कि शिरोमणी अकाली दल पंजाब में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द्र का प्रतीक है तथा इस पर डटकर खड़ा रहेगा, क्योंकि इसके बिना तो पंजाब में समृद्धि, प्रगति और विकास संभव ही नही है.
संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन
अमृतपाल सिंह के साथ पार्टी की वैचारिक मतभेदों से उपर उठकर स्पष्ट रूख अपनाते हुए कहा कि एनएसए बढ़ाए जाने का यह फैसला देश में संवैधानिक अधिकारों और मानवाधिकारों का उल्लंघन है. अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अकाली दल गुरुबाणी द्वारा गुरु साहिबान द्वारा निर्धारित सिद्धांतों पर चलने वाली पार्टी है. इससे कोई फर्क नही पड़ता कि हमें इसके लिए कितनी भी राजनीतिक कीमत चुकानी पड़े.
जुल्म का विरोध करना खालसा का फर्ज
अकाली दल पंजाब में शांति, एकता और साम्प्रदायिक सदभाव के लिए पूरी तरह समर्पित है और हम यह भी चाहते हैं कि सभी पार्टियां राजनीतिक हितों से उपर उठकर काले कानूनों का विरोध करें. भाई अमृतपाल के साथ हमारे वैचारिक मतभेद अपनी जगह हैं, पर हमें गुरु साहिबान ने यह रास्ता सिखाया है कि जुल्म अपने विरोधी पर भी हो तो भी उसके खिलाफ आवाज बुलंद करना खालसा का फर्ज है.