दक्षिण गोवा में शिवाजी की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद, छावनी में तब्दील हुआ गांव

दक्षिण गोवा में शिवाजी की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद, छावनी में तब्दील हुआ गांव

दक्षिण गोवा के एक गांव में शिवाजी की प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर तनाव की स्थिति पैदा हो गई. लोगों के विरोध को देखते हुए दक्षिण गोवा एसपी की तरफ से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन किया जाए. फिलहाल गांव में शांति है और पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी गई है.

दक्षिण गोवा के साओ जोस डे एरियाल (Sao Jose De Areal) गांव में शिवाजी की प्रतिमा लगाने को लेकर विवाद पैदा हो गया है. गांव वालों के विरोध के बाद भी प्रतिमा लगाई गई है. गांव वालों की नाराजगी को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.

दरअसल, शिवाजी महाराज की जयंती के निमित्त शिवाजी महाराज की विशाल काय प्रतिमा स्थापित करने के लिए स्थानीय लोग बड़ी संख्या में शिवाजी के नारे लगाते हुए पहुंचे तो गांव के ही कुछ लोगो ने विरोध शुरू कर दिया. जिसके बाद दोनो पक्ष आमने-सामने आ गए. हालांकि, किसी तरह की कोई अनहोनी नहीं हुई.

कैथोलिक बेस है गांव

बताया जा रहा है कि गांव मूलतः कैथोलिक बेस है. यहां ज्यादातर क्रिश्चियन आबादी है. जानकारी के मुताबिक इसलिए गांव के लोग वहां प्रतिमा लगाने का विरोध कर रहे थे, लेकिन उनका तर्क था की प्रतिमा के लिए कानूनी तौर पर प्रशाशन की तरफ से कोई अनुमति नहीं ली गई है. इसके बाद भी शिवाजी की प्रतिमा स्थापित की गई है.

गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती

लोगों के विरोध को देखते हुए दक्षिण गोवा एसपी की तरफ से बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन किया जाए. फिलहाल गांव में शांति है और पुलिस के जवानों की तैनाती कर दी गई है.

महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी को शिवाजीराजा, शिवाजीराजे, शिवाबा, शिवबाराजे, शिवा, शिवराय, शिवा जैसे कई नामों से जाना जाता है. शिवाजी के जन्मदिन को ‘शिव जयंती’ के रूप में मनाया जाता है. छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके पुत्र छत्रपति संभाजी महाराज को संयुक्त रूप से शिव शंभू कहा जाता है. छत्रपति शिवाजी महाराज के शासनकाल को शिवकाल के नाम से भी जाना जाता है.