दिल्ली: बीजेपी और AAP में शुरू हुआ शह-मात का खेल, कौन पड़ेगा भारी?

दिल्ली: बीजेपी और AAP में शुरू हुआ शह-मात का खेल, कौन पड़ेगा भारी?

दिल्ली की सत्ता से बाहर होने के बाद भी आम आदमी पार्टी के सियासी तेवर में कोई कमी नहीं आई है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से सोमवार को उनके दफ्तर में आतिशी ने आम आदमी पार्टी के विधायकों के साथ मुलाकात की. आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की मानसिकता सिख और दलित विरोधी है.

दिल्ली में सियासी बदलाव के बाद सत्ता पर आसीन बीजेपी और विपक्ष में बैठी आम आदमी पार्टी के बीच शह-मात का खेल शुरू हो चुका है. आम आदमी पार्टी भले ही दिल्ली की सत्ता से बाहर हुई हो, लेकिन सियासी चर्चा के केंद्र में बनी हुई है. रेखा गुप्ता के अगुवाई वाली बीजेपी सरकार को पहले महिलाओं के 2500 रुपये देने के मुद्दे पर घेरा और अब डॉ. आंबेडकर और भगत सिंह की सीएम ऑफिस से तस्वीर को हटाने को लेकर मोर्चा खोल दिया है. वहीं, बीजेपी आम आदमी पार्टी को सियासी कटघरे में खड़ा करने के लिए विधानसभा के पटल पर सीएजी रिपोर्ट को पेश करेगी.

बीजेपी को उम्मीद है कि सीएजी की रिपोर्ट सदन में पेश होने के साथ ही आम आदमी पार्टी की कलई खुल जाएगी. शीशमहल, शराब घोटाला, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में हुई गड़बड़ी जनता के समक्ष आ जाएगी. बीजेपी शुरू से यह आरोप लगाती रही है कि सीएजी रिपोर्ट सदन पटल पर रखे जाने के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खुल जाएगी. इस तरह सत्तापक्ष और विपक्ष एक दूसरे के खिलाफ सख्त तेवर अपनाकर सियासी नैरेटिव सेट करने का दांव चल रहे हैं. ऐसे में देखना होगा कि कौन किस पर भारी पड़ता है?

बीजेपी के खिलाफ AAP का आक्रामक तेवर

दिल्ली की सत्ता से बाहर होने के बाद भी आम आदमी पार्टी के सियासी तेवर में कोई कमी नहीं आई है. अरविंद केजरीवाल ने आतिशी को नेता प्रतिपक्ष बनाकर दिल्ली में महिला सीएम के सामने महिला नेता का दांव चला है. विपक्षी नेता के तौर पर आतिशी ने रेखा गुप्ता सरकार के खिलाफ आक्रामक मोर्चा खोल रखा है और बीजेपी को कठघरे में खड़े करने का कोई मौका नहीं गंवा रही है. रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही आतिशी ने दिल्ली की महिलाओं के हर महीने 2500 रुपये देने के वादे को लेकर निशाना साधा. इसी मुद्दे पर आतिशी ने सीएम रेखा गुप्ता को पत्र लिखा और दूसरे दिन सोमवार को मुलाकात कर अपनी बात रखी.

बीजेपी के द्वारा चुनाव में महिलाओं को 2500 देने के किए वादे को लेकर आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल रखा है. आतिशी ने कहा कि हमने रेखा गुप्ता से मुलाकात के दौरान वादों के अनुसार महिलाओं को 2500 रुपये प्रति माह देने की बात कही. आतिशी ने कहा कि पीएम मोदी ने 8 मार्च तक 2500 रुपये देने का वादा किया था. हमने उनसे कहा है कि तो वो वादा जरूर निभाना. उनका कहना है कि हम लोग 99 प्रतिशत आश्वस्त हैं कि 8 मार्च तक पैसा मिल जाएगा. आतिशी ने कहा कि दिल्ली की जनता ने हमें विपक्ष की भूमिका सौंपी है और हम एक मजबूत विपक्ष के रूप में यह सुनिश्चित करेंगे कि बीजेपी सरकार दिल्लीवालों से किए अपने सभी वादे पूरे करें.

बीजेपी को दलित-सिख विरोधी बताने में जुटी AAP

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से सोमवार को उनके दफ्तर में आतिशी ने आम आदमी पार्टी के विधायकों के साथ मुलाकात की. इसके बाद ही आतिशी ने दावा किया कि सीएम आफिस से संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीर हटा दी है. उन्होंने बीजेपी पर दलित और सिख विरोधी होने का आरोप लगाते हुए पुरानी तस्वीरें दिखाईं, जब वह मुख्यमंत्री थीं और उनकी कुर्सी के पीछे भगत सिंह और आंबेडकर की तस्वीरें लगी हुई थीं. अरविंद केजरीवाल ने भी सोशल मीडिया पर कहा कि इससे बाबा साहब के अनुयायियों को ठेस पहुंची है.

अरविंद केजरीवाल अन्ना आंदोलन के वक्त भी शहीद भगत सिंह की तस्वीर को लेकर प्रदर्शन करते रहे हैं. आम आदमी पार्टी शहीद भगत सिंह को अपना आदर्श मानती है. 16 मार्च 2022 को भगवंत सिंह मान ने शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में शपथ ली थी. तब से दिल्ली और पंजाब के सीएम ऑफिस में मुख्यमंत्री की कुर्सी के पीछे शहीद भगत सिंह और डा. आंबेडकर की फोटो लगाई जाने लगीं है. आंबेडकर और भगत सिंह के बहाने आम आदमी पार्टी दलित और सिख समुदाय को सियासी संदेश देती रही है. ऐसे में दिल्ली में सत्ता के बदलने के साथ ही तस्वीर लगाने का स्थान बदल गया तो आम आदमी पार्टी सख्त रुख अपना रखा है.

आतिशी ने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की मानसिकता सिख और दलित विरोधी है. उन्होंने ये भी कहा कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के हर दफ्तर में बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें लगाई थीं, लेकिन बीजेपी सरकार ने सत्ता में आते ही सीएम आफिस से उसे हटा दिया. आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विधानसभा सदन में भी आंबेडकर और भगत की तस्वीर हटाने के मुद्दे को उठाकर विरोध जताया. इतना ही नहीं दोनों की तस्वीरें फिर से लगाने की मांग की. इस तरह आम आदमी पार्टी यह नैरेटिव स्थापित करने में जुटी है कि बीजेपी दलित और सिख विरोधी है. आतिशी से लेकर केजरीवाल और पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी बीजेपी को दलित-सिख विरोधी कठघरे में खड़े करने की कवायद की है.

डिफेंसिव मोड में बीजेपी खड़ी नजर आई

दिल्ली सीएम ऑफिस में बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरों के हटाने के आरोप पर बीजेपी बैकफुट पर खड़ी नजर आई. बीजेपी के तमाम नेता बचाव में उतर आए. आतिशी के द्वारा लगाए गए आरोप के कुछ घंटे बाद ही बीजेपी ने सीएम ऑफिस की एक तस्वीर जारी कर कहा कि आम आदमी पार्टी झूठ बोल रही है. दिल्ली सीएम ऑफिस में आंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें लगी हैं, केवल उनकी जगह बदली गई. सीएम रेखा गुप्ता की सीट के पीछे वाली दीवार पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और महात्मा गांधी की तस्वीर नजर आ रही है और पास वाली दीवार पर बाबा साहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हैं.

फ्रंटफुट पर खड़ी सीएम रेखा गुप्ता

सीएम रेखा गुप्ता ने फ्रंटफुट पर उतरीं और कहा कि आम आदमी पार्टी अपने भ्रष्टाचार और कारगुजारियों को बाबा साहब और शहीद भगत सिंह के पीछे छुपाने का ये इनका प्रपंच है. रेखा गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सरकार के हेड हैं. सीएम ऑफिस में क्या उनकी तस्वीरें नहीं लगनी चाहिए? राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर नहीं लगनी चाहिए? भगत सिंह और बाबा साहब आंबेडकर हम सबके लिए पूजनीय, आदरणीय और मार्गदर्शक रहेंगे. विपक्ष की हर बात का जवाब देना मेरा काम नहीं है. मैं दिल्ली की जनता के प्रति जवाबदेह हूं. इसके बाद विधानसभा में स्पीकर के चुनाव के बाद फिर से आतिशी ने डॉ. आंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीर का मुद्दा उठाया.

AAP को घेरने के लिए बीजेपी का प्लान

विपक्ष के आक्रामक तेवर देखते हुए बीजेपी ने भी सख्त तेवर अपना लिया है. दिल्ली विधानसभा में दूसरे दिन बीजेपी सरकार सीएजी रिपोर्ट पेश करेगी. इस रिपोर्ट में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के सरकारी आवास ‘6 फ्लैग स्टाफ रोड’ को लेकर अनियमितताओं का मुद्दा उठाया गया है. बीजेपी इस आवास को ‘शीशमहल’ करार देती रही है. सीएजी रिपोर्ट में कहा गया है कि 6 फ्लैग स्टाफ रोड वाले बंगले को और बड़ा करने के लिए नियमों का उल्लंघन करके कैंप ऑफिस और स्टाफ ब्लॉक को भी उसमें मिला लिया गया था. विधानसभा चुनाव से पहले भी बीजेपी ने शीशमहल को लेकर केजरीवाल समेत पूरी आम आदमी पार्टी को घेरा था.

बीजेपी आम आदमी पार्टी की दस साल की सरकार के द्वारा किए गए कामों को लेकर लंबित सभी 14 सीएजी की रिपोर्ट विधानसभा में पेश करेगी. इस रिपोर्ट में पिछली सरकार के वित्त से जुड़े कार्यों का जिक्र किया गया है. सत्ता पक्ष यानी बीजेपी इस उम्मीद में है कि सीएजी का रिपोर्ट विधानसभा सदन में पेश होने के साथ ही आम आदमी पार्टी की कलई खुल जाएगी. शीशमहल, शराब घोटाला, शिक्षा व स्वास्थ्य विभाग में हुई गड़बड़ी जनता के समक्ष आ जाएगी. इस तरह बीजेपी ने आम आदमी पार्टी के सबसे कमजोर कड़ी पर हमला करके उसे जनता के सामने रखने की स्ट्रैटेजी बनाई है. दिल्ली के हर विभाग में भी जो भी भ्रष्टाचार किया गया है उसका लेखा-जोखा इस रिपोर्ट में शामिल है. इस तरह से बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच शह-मात का खेल शुरू हो गया है. ऐसे में देखना है कि कौन किस पर भारी पड़ता है.