गैंगस्टर्स को नहीं मिलेगा फेम! पुलिस ने बंद करवाए 200 सोशल मीडिया अकाउंट्स

गैंगस्टर्स को नहीं मिलेगा फेम! पुलिस ने बंद करवाए 200 सोशल मीडिया अकाउंट्स

दिल्ली पुलिस ने गैंगस्टर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला कर लिया है, ऐसे में पुलिस ने 'नो नेम-नो फेम' ऑपरेशन शुरू किया है जिसमें कोई भी गैंगस्टर सोशल मीडिया पर अपनी हवा-हवाई दिखाकर दूसरे यंगस्टर्स को गलत रास्ते में नहीं ले जा पाएगा.

गैंगस्टर्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ‘नो नेम-नो फेम’ नाम से एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है. मतलब, ना नाम होगा न उनकी दहशत फैलेगी. पिछले कुछ दिनों से जांच एजेंसियों के पास ये इनपुट आ रहे थे कि देश के बड़े गैंगस्टर अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिये नौजवानों को आकर्षित कर रहे हैं. इन्हीं अकाउंट के जरिये गैंग में भर्ती का खेल चल रहा था. बड़ी बात ये कि इन्हीं सोशल मीडिया अकाउंट पर गैंगस्टर जुर्म की वीडियो डालते हैं और उसकी जिम्मेदारी लेकर जबरन वसूली करते हैं.

ऐसे में इन गैंगस्टर के नेटवर्क की कमर तोड़ने के लिए जरूरी था इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रहार करना. स्पेशल सेल ने ठीक वैसा ही किया और इनके करीब 200 सोशल मीडिया अकाउंट्स बंद करवा दिए. बाकी पर कार्रवाई अभी जारी है. अब, मीडिया में ना तो गैंगस्टर्स के नाम लिए जाएंगे और न ही उनके पकड़े गए गुर्गों की जुर्म की दास्तान का बखान होगा.

हाल ही में राजौरी गार्डन के बर्गर किंग में हुए गोलीकांड में एक लड़की अन्नू का नाम सामने आया है, ये लड़की भी विदेश के बैठे गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के सोशल मीडिया अकाउंट से प्रभावित होकर जरायम की दुनिया में आयी थी. ‘बदनाम हुआ तो क्या हुआ, नाम तो हुआ’ इस कहावत को दिल्ली पुलिस ने अब शायद अच्छे से समझ लिया है. इसलिए डर के नाम पर चलने वाले गैंगस्टर्स के धंधे पर पुलिस सीधी चोट करना चाहती है. स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक का कहना है कि वो और उनकी टीम गैंगस्टर्स के खिलाफ काम करेगी, लेकिन गैंगस्टर्स के नाम सामने नहीं आयेंगे.

डीसीपी अमित कौशिक की टीम ने पिछले पांच दिनों में गैंगस्टर्स के खिलाफ पांच ऑपरेशन चलाए. स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक ने अलग-अलग टीम बनाई और इन टीम को तेजतर्रार इंस्पेक्टर शिव कुमार और सतीश राणा ने लीड किया. इन पांच ऑपरेशनों में पुलिस ने कुल 15 गैंगस्टर को गिरफ्तार किया, इनमें से पांच ऐसे हैं जो नए भर्ती हैं. यानी, इन पांच के खिलाफ अब तक कोई मामला कहीं भी दर्ज नहीं है. यह पांचों नौजवान गैंगस्टर के सोशल मीडिया अकाउंट्स को देखकर उनकी आपराधिक लाइफ स्टाइल से प्रभावित होकर ही जुर्म के रास्ते पर चल पड़े थे. पहला अपराध कब और कहां करना है यह भी इन्हें बता दिया गया था लेकिन इसके पहले कि वह जुर्म की और सीढ़िया चढ़ते कानून के शिकंजे में आ गए.

  • पुलिस का पहला ऑपरेशन जालंधर पंजाब में चला, पुलिस की टीम ने वहां से एक लेडी डॉन और उसके साथी को गिरफ्तार किया. इन दोनों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता लगा कि उन्होंने विदेश में बैठे एक गैंगस्टर के लिए तीन नए लड़कों को रिक्रूट किया है. 21 जून को चले ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस ने फिर कश्मीरी गेट के पास से तीन 19 साल के लड़कों को गिरफ्तार किया. जिनके पास से पुलिस ने पिस्तौल और गोलियां भी बरामद की. इन तीनों के खिलाफ फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं था, लेकिन इनको टारगेट फिक्स कर दिए गए थे इनमें से किसी को कत्ल करना था तो किसी को जबरन उगाही के लिए किसी व्यापारी को डराने के लिए गोली चलानी थी.
  • दूसरा ऑपरेशन 19 और 20 जून को चला इस ऑपरेशन के तहत दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चावला इलाके से एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया यह शूटर है. दिल्ली के चावला से गिरफ्तार इस शूटर के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश जैसे मामले दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक फरीदाबाद में एक हत्या में भी यह वांटेड था.
  • 21 जून की रात तीसरा ऑपरेशन चला, इस दौरान पुलिस ने कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह अलग-अलग बैंक से जुड़े हुए हैं इनमें से एक को छोड़कर बाकी चार का आपराधिक रिकॉर्ड है. 5 में से एक के पास से पुलिस ने पिस्तौल और गोलियां भी बरामद की है.
  • चौथे ऑपरेशन के तहत दिल्ली पुलिस ने फरीदाबाद से एक शूटर को गिरफ्तार किया है. आरोपी ने फतेहपुर बेरी में क्लब ओनर पर गोली चलाई थी.
  • 21 जून को पुलिस ने अलग-अलग गैंगस्टर से जुड़े शूटर्स को गिरफ्तार कर उनके पास से पिस्तौल बरामद की है, दिल्ली पुलिस का कहना है कि यह सभी बदमाश किसी न किसी गैंग से जुड़े हुए हैं. पुलिस ने बताया कि ये सभी जल्द ही बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले थे.