पीट-पीटकर जवान को मार डाला: पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, बोली- पति ने पानी तक नहीं पिया था

पीट-पीटकर जवान को मार डाला: पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, बोली- पति ने पानी तक नहीं पिया था

8 फरवरी को प्रभु और उनके भाई प्रभाकर का पोचमपल्ली के वेलमपट्टी में नगर पंचायत की पानी की टंकी के पास कपड़े धोने को लेकर डीएमके काउंसलर चिन्नास्वामी के साथ झगड़ा हो गया था. इसके बाद उसने घात लगाकर अन्य 9 लोगों के साथ मिलकर जवान की हत्या कर दी.

डीएमके काउंसलर और उसके कुछ साथियों ने 8 फरवरी को सेना के एक जवान लांस नायक एम प्रभु की पीट पीटकर हत्या कर दी थी. तमिलनाडु के कृष्णागिरि में डीएमके काउंसलर और एम प्रभु के बीच कपड़े धोने को लेकर झगड़ा हुआ था. उसी दिन शाम में डीएमके काउंसलर चिन्नास्वामी समेत कुल 9 लोगों ने घात लगाकर सेना के जवान पर हमला कर दिया. उन्हें बुरी तरह पीटा. लांस नायक एम प्रभु गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां मंगलवार को उनकी मौत हो गई.

वहीं, इस मामले में अब लांस नायक एम प्रभु की पत्नी, उनके भाई और उनके पिता ने न्याय की गुहार लगाई है. एम प्रभु (जवान) के भाई ने प्रभाकर ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. जवान की पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं उनके पिता ने आरोपियों के खिलाफ मौत की सजा की मांग की है.

मेरा भाई मर गया…मैं फोर्स में वापस नहीं लौटूंगा

एम प्रभु के भाई प्रभाकर खुद भी एक जवान हैं, उन्होंने कहा, ‘जब तक मेरे भाई के हत्यारे को सजा नहीं मिल जाती, मैं फोर्स में वापस नहीं लौटूंगा.’ प्रभाकर ने कहा, ‘जब तक आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती तब तक मैं ड्यूटी जॉइन नहीं करूंगा. हमने कुछ गलत नहीं किया. मैं पिछले 13 साल से सेना में कार्यरत हूं और एक महीने के लिए यहां आया था, जिस दौरान मैंने यही देखा.’

मृतक जवान के भाई ने कहा, ‘काउंसलर चिन्नास्वामी ने मुझे कहा कि तुम भले इंडियन आर्मी में करते होगे लेकिन मेरे लिए तुमने कुछ नहीं किया. उसने मुझे सीधे यह बात कही. मेरा भाई मर गया. उसके दो बच्चे हैं.’

प्रभाकर ने बताई उस दिन क्या हुआ था?

प्रभाकर ने उस दिन हुई मारपीट की घटना के बारे में बताते हुए कहा, ‘करीब 10 बजे हमलोग वॉटर टैंक के पास कपड़े धोने गए. लोग वहां पहले से ही कपड़े धो रहे थे. इस दौरान काउंसलर चिन्नास्वामी ने उनलोगों को कुछ नहीं कहा लेकिन वह सीधे मेरे पास आया और कहा यहां से कपड़े हटाओ. मैंने कहा ठीक है. इसके बाद मैंने उससे पूछा- मेरे भाई मेरे कपड़े धोने से क्या प्रॉब्लम है. बाकी लोग तो कपड़े और कार सब धो रहे हैं. तभी उसने मुझे डांटना शुरू कर दिया और मुझे मारने के लिए अपनी चप्पल उतार दी. पड़ोसियों ने आकर सौहार्दपूर्ण तरीके से मामले को सुलझाया.’

पिता के सिर पर चाकू से हमला

प्रभाकर ने आगे बताया, ‘उसी दिन शाम को मेरे पिता और उनके दोस्त बात कर रहे थे. इसी दौरान वे लोग आए और मेरे पिता को खींचने लगे. मुझे और मेरे भाई को अंदर ले जाने के लिए कहा. जैसे ही हमने अंदर जाने की कोशिश की. चिन्नासामी ने मेरे पिता के सिर पर चाकू से हमला कर दिया. मेरे पिता गिर गए और उनका खून बहना शुरू हो गया. मैंने जैसे ही बीच-बचाव करने की कोशिश की. छह लोगों ने पकड़ लिया और मुझे ले गए और मेरे भाई को सिर के पीछे मारा. वह बेहोश हो गया, लेकिन वे उसे पीटते रहे. उसने मेरे भाई से सिर पर भी चाकू से वार कर दिया.

पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल, पिता ने मांगी मौत की सजा

वहीं, लांस नायक एम प्रभु के पिता मदैय्या ने कहा, ‘मेरा बेटा केवल 28 साल का है और उसके दो बच्चे हैं. उनका भविष्य क्या है? सभी 9 आरोपियों रिहा नहीं किया जाना चाहिए. उन्हें मौत की सजा दी जानी चाहिए. मृतक जवान की पत्नी ने रोते हुए कहा, ‘मेरे पति नीचे गिर गए. मेरे पति ने पानी तक नहीं पिया था. हमने उन्हें कावेरीपट्टिनम के एक अस्पताल में भर्ती कराया, मेरे पति की हालत गंभीर हो गई थी. उन्होंने दम तोड़ दिया.’

उंसलर चिन्नास्वामी समेत सभी 9 आरोपी गिरफ्तार

वहीं, इस पूरे मामले में डिस्ट्रिक्ट एसपी सरोजकुमार ठाकुर का कहना है इस घटना में कोई पॉलिटिकल एंगल नहीं है. काउंसलर चिन्नास्वामी और एम प्रभु दोनों एक दूसरे के रिलेटिव थे. बता दें कि इस मामले में 9 फरवरी को छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था. वहीं काउंसलर चिन्नास्वामी समेत तीन और लोगों की गिरफ्तारी बुधवार को हुई है.