गाजियाबाद में गाड़ी रिपेयर कराने जा रहे हैं तो साथ ले जाएं RC और ID, जानें क्यों है जरूरी?

गाजियाबाद में गाड़ी रिपेयर कराने जा रहे हैं तो साथ ले जाएं RC और ID, जानें क्यों है जरूरी?

गाजियाबाद की क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना पुलिस ने वाहन चोरी की घटनाओं को कम करने के लिए नई पहल की है, जिसके लिए पुलिस ने थाना क्षेत्र के मैकेनिक और सर्विस सेंटर के संचालकों को एक नोटिस जारी किया है. इसमें सभी मैकेनिक और वर्कशॉप मालिकों को पहचान पत्र और गाड़ी की आरसी देखनी होगी.

वाहन चोरी की घटनाओं पर रोकथाम के लिए गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस थाना क्रॉसिंग की तरफ से नई पहल की गई है. पुलिसकर्मी मोटर मैकेनिक और कार वर्कशॉप पर जाकर थाने का आदेश चश्पा कर रहे हैं. थाना क्षेत्र में लगातार वाहन चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं जिसको लेकर लगातार पुलिसिंग भी की जा रही है. इतना सब करने के बाद भी वाहन चोर पुलिस की हत्थे नहीं चढ़ पा रहे. बढ़ती वाहन चोरी की वारदातों को रोकने के लिए पुलिस ने एक योजना बनाकर नई शुरुआत की है.

गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र में गगनचुंबी इमारते हैं जिसमें हजारों लोग रहते हैं. सभी की अपनी अपनी अलग-अलग गाड़ियां और मोटरसाइकिल हैं. यहां पर लगातार चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं. पुलिस के लिए ये घटनाएं सर दर्द बनती जा रही हैं. पुलिस को वायरलेस पर वाहन चोरी की सूचना मिलती रहती हैं. जब पुलिस ने बारीकी से जांच की तो पता चला कि चोर चुराए हुए वाहनों को पार्किंग में और मैकेनिक के पास सर्विस-रिपेयरिंग के नाम पर खड़ी करके चले जाते हैं.

जब पुलिस की काउंटिंग खत्म हो जाती है तो चोर मैकेनिक और सर्विस सेंटर से चुराई हुई गाड़ी को वापस लेकर फरार हो जाते थे. अब क्रॉसिंग थाना पुलिस ने वाहन चोरों पर लगाम लगाने का नया तरीका निकाला है. अब पुलिस सभी मैकेनिक और वर्कशॉप मालिकों को पर्ची बांट रही है. जिसमें उनसे किसी भी वाहन की सर्विस या फिर अपने यहां खड़े करने से पहले आरसी या फिर कोई भी परिचय पत्र जमा करने के लिए कह रही है.

पुलिस ऐसे में मान रही है कि इससे वाहन चोरी की घटनाएं कम होंगी. हालांकि पुलिस ने यह भी बताया कि जब वह मैकेनिक और वर्कशॉप मालिकों के पास गए तो उनमें से कई ने कहा कि कुछ लोग पहचान पत्र या आरसी नहीं देते हैं. इस बात पर पुलिस ने उन्हें हिदायत दी कि अगर ऐसा केस सामने आए तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. थाना क्षेत्र के सभी मोटर मैकेनिक और सर्विस सेंटर पर पुलिस ने पर्चे बांट दिए हैं. मैकेनिक और सर्विस सेंटर चलाने वाले लोगों का कहना है कि उनके लिए एक रजिस्टर अलग से बनाना होगा जिसमें रिकॉर्ड रखा जाएगा. लंबे समय तक यह रिकॉर्ड रखना संभव नहीं होगा क्योंकि फाइलें बहुत मोटी हो जाएंगी.