आ गया ChatGPT का ‘भाई’ SeaGPT, अब समंदर में भी दिखेगा AI का जलवा
चैटजीपीटी के बाद अब Greywing का SeaGPT आ गया है. जैसा कि इसके नाम से स्पष्ट हो रहा है कि ये एआई टूल समुद्र में काम करेगा, मगर वो कैसे? आइए जानते हैं.
OpenAI के चैटजीपीटी के आने के बाद से एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की डिमांड तेजी से बढ़ने लगी है. बता दें कि अब हाल ही में वाई कॉम्बिनेटर Greywing ने SeaGPT नाम का एक एआई चैटबॉट पेश कर दिया है. आइए जानते हैं कि आखिर ये नया चैटबॉट किस तरह से काम करता है और क्या काम करता है?
SeaGPT बनाएगा इन लोगों का काम आसान
समुद्री कर्मचारियों कुछ आम दिक्कतों से जूझते हैं जिन्हें दूर करने के लिए SeaGPT को डेवलप किया गया है. जब भी क्रू में कोई बदलाव होता है तो मैनेजर्स को कई चीजों को संभालना पड़ता है जैसे कि इमीग्रेशन रेग्युलेशन, ट्रैवल प्लान्स और COVID से जुड़ी जरूरतें. मैनेजर्स आमतौर पर इस कार को पोर्ट एजेंटों के साथ ईमेल के जरिए करते हैं जिस वजह से कई ईमेल करने पड़ते हैं. लेकिन SeaGPT को लेकर आने के पीछे का मकसद इसीप्रक्रिया को आसान बनाना है.
GPT-4 से पावर्ड है ये चैटबॉट
जैसा कि नाम से ही स्पष्ट हो रहा है SeaGPT जो है वह OpenAI के GPT इंजन पर ही काम करता है. गौर करने वाली बात यह है कि SeaGPT सबसे एडवांस्ड GPT 4 द्वारा पावर्ड है. बता दें कि चैटजीपीटी भी इसी जीपीटी इंजन से पावर्ड है.
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ईमेल के जवाब से जानकारी निकाल सकता है ये चैटबॉट
SeaGPT पोर्ट एजेंट्स को भेजे जाने वाले ईमेल को ड्रॉफ्ट कर सकता है और ईमेल पर आने वाले रिप्लाई से क्रू मेंबर की डिटेल निकाल सकता है. इस एआई टूल के आ जाने के बाद अब क्रू मैनेजर्स का काम काफी आसान हो जाएगा.
SeaGPT कैसे करेगा काम?
मैनेजर्स SeaGPT को किसी भी पोर्ट पर क्रू चेंज सेटअप करने के लिए कह सकते हैं. मैनेजर्स से कमांड मिलने के बाद ये चैटबॉट Greywing के डेटाबेस से जरूरी जानकारी को एकत्रित करने का काम करेगा. इसके बाद ये टूल कुछ सवाल पूछेगा जैसे कि जहाज पर जाने और उतरने वाले लोगों कीराष्ट्रीयता और उनके नाम आदि. SeaGPT को जानकारी मिलने के बाद वह पोर्ट एजेंट्स को भेजने वाले ईमेल को ड्रॉफ्ट करने का काम पूरा कर देगा.