Ashadha Gupt Navratri 2023: गुप्त नवरात्रि पर दस महाविद्या की पूजा से पूरी होगी आपकी 10 बड़ी मनोकामना
हिंदू मान्यता के अनुसार शक्ति की साधना दुर्भाग्य को दूर करके सौभाग्य को दिलाने वाली मानी गई है. आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के 10 दिव्य स्वरूपों की पूजा करने पर क्या मिलता है फल, जानने के लिए जरूर पढ़ें ये लेख.
10 Mahavidya Puja Vidhi: सनातन परंपरा में नवरात्रि के पावन पर्व को आद्यशक्ति कहलाने वाली देवी दुर्गा के तमाम स्वरूपों की पूजा के लिए बहुत ज्यादा शुभ और फलदायी माना गया है. इस साल आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि 19 जून से प्रारंभ होगी. नवरात्रि में जहां देवी के 09 स्वरूपों की पूजा होती है वहीं गुप्त नवरात्रि में देवी के 10 दिव्य स्वरूपों का विधान है. हिंदू मान्यता के अनुसार मां भगवती के इन 10 अलग-अलग स्वरूपों की गुप्त स्वरूपों की पूजा के लिए अलग-अलग फल बताए गये हैं. सनातन परंपरा में जिस 10 महाविद्या को दस दिशाओं की स्वामिनी माना गया है, आइए उनकी पूजा के 10 बड़े फल को विस्तार से जानते हैं.
1. मां काली
10 महाविद्याओं में मां काली की पूजा सभी संकटों से उबाररने वाली मानी गई हैं. इन्हें 10 महाविद्या में पहली देवी के रूप में पूजा जाता है. मान्यता है कि मां काली ने राक्षसों का वध करने के लिए डरावना रूप धारण किया था. मां काली की पूजा करने से शत्रुओं का नाश होता है.
2. मां तारा
10 महाविद्या में मां तारा को देवी दुर्गा का दूसरा स्वरूप माना गया है, जिनकी पूजा करने से साधक को संतान सुख की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि मां तारा की पूजा करने से साधक सभी सुखों को भोगता हुआ अंत में मोक्ष को प्राप्त होता है.
3. मां त्रिपुरसुंदरी
गुप्त नवरात्रि में मां त्रिपुरसुंदरी की पूजा का बहुत ज्यादा पुण्य फल माना गया है. मान्यता है कि यदि गुप्त नवरात्रि में यदि कोई साधक गुप्त रूप से मां त्रिपुरसुंदरी की पूजा करने पर साधक को भोग और मोक्ष दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. माता की कृपा से साधक का तेज और मान-सम्मान बढ़ता है.
4. मां भुवनेश्वरी
गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के भुवनेश्वरी स्वरूप की पूजा करने से व्यक्ति को दुनिया-जहान के सुख प्राप्त होते हैं. देवी की कृपा से उसके धन और यश में वद्धि होती है. घर-परिवार और समाज में उसका खूब मान बढ़ता है.
5. मां छिन्नमस्ता
गुप्त नवरात्रि में माता छिन्नमस्ता की पूजा करने से व्यक्ति को सौभाग्य और आरोग्य दोनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. देवी के इस पावन स्वरूप की पूजा करने पर साधक के जीवन से जुड़े सभी शत्रु, रोग और शोक दूर होते हैं.
6. मां भैरवी
गुप्त नवरात्रि में देवी दुर्गा के भैरवी स्वरूप की पूजा का विशेष फल बताया गया है. मान्यता है कि माता भैरवी की गुप्त रूप से पूजा और उनके मंत्र का जप करने पर साधक का दुर्भाग्य दूर होता है और उसे सौभाग्य की प्राप्ति होती है. देवी की कृपा से उसके जीवन में किसी भी प्रकार का भय नहीं रह जाता है.
7. मां धूमावती
देवी दुर्गा के धूमावती स्वरूप की पूजा करने पर साधक बड़ी से बड़ी परेशानी से चुटकियां बजाते ही निकल आता है. देवी धूमावती की पूजा से व्यक्ति के सभी दुख दूर और मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं.
8. मां बगलामुखी
शक्ति की साधना में मां बगलामुखी की पूजा सभी कामनाओं को पूरा करने वाली मानी गई है. मान्यता है कि मां बगलामुखी जिस भक्त पर अपनी कृपा बरसती हैं, उसे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में सफलता और सुख-सौभाग्य प्राप्त होता है.
9. मां मातंगी
गुप्त नवरात्रि में मां मातंगी की पूजा सभी सुखों को दिलाने वाली मानी गई है. मान्यता है कि गुप्त नवरात्रि में मां मातंगी की गुप्त रूप से साधना करने पर साधक के जीवन में चली आ रही आर्थिक दिक्कतें दूर होती हैं और उसे धन-धान्य की प्राप्ति होती है.
10. मां कमला
गुप्त नवराात्रि देवी दुर्गा का दसवां स्वरूप मानी जाने वाली मां कमला की पूजा करने पर साधक को जीवन से जुड़े सभी सुख प्राप्त होते हैं और उसका घर हमेशा धन-धान्य से भरा रहता है. मां कमला की कृपा से उसके जीवन में कभी भी दुख-दुर्भाग्य नहीं आता है.
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(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)