हरियाणा: SRH को शांत करने के लिए कांग्रेस का प्लान, क्या मिल गई है सिरदर्द की दवा?

हरियाणा: SRH को शांत करने के लिए कांग्रेस का प्लान, क्या मिल गई है सिरदर्द की दवा?

हरियाणा चुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवारों का चयन कर रही है. इसके लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक की जा रही है. साथ ही साथ पार्टी उन तीन नेताओं के बीच खिंची तलवारों के मसले सुलझा रही है जो लगातार अंदरखाने पार्टी की चूलें हिला रहे हैं.

जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के बाद कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव के लिए उम्मीदवारों पर फैसला करने के लिए स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक की. पार्टी नेता अजय माकन की अध्यक्षता वाली पार्टी कमेटी की बैठक में सूबे के तीन दिग्गज नेताओं के बीच सामंजस्य बैठाने पर फोकस रहा है. कहा जा रहा है कि अंदरखाने हुड्डा और सुरजेवाला-शैलजा गुट की बीच तीर खिंचे हुए हैं. यही वजह है कि हरियाणा स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में फिर भूपेंद्र हुड्डा बनाम रणदीप सुरजेवाला और कुमारी शैलजा को लेकर चर्चा हुई है.

बताया जा रहा है कि कांग्रेस सांसदों के विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने पर नियम बन सकती है. अगर ऐसा होता है तो कुमारी शैलजा और रणदीप सुरजेवाला से भूपेंद्र हुड्डा को फौरी तौर पर राहत मिल जाएगी. दरअसल, कांग्रेस आलाकमान राज्यसभा में सीटें कम होने और कर्नाटक में सियासी घमासान के चलते राज्यसभा सांसद और कर्नाटक प्रभारी सुरजेवाला को विधानसभा टिकट नहीं देना चाहता है. इस सूरत में उनके बेटे दावेदार हैं.

कहीं सुरजेवाला और शैलजा संकट न पैदा कर दें?

कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व चाहता है कि हरियाणा में भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाला प्रभावशाली गुट कुमारी शैलजा जैसे पार्टी के अंदरूनी प्रतिद्वंद्वियों के विचारों को ध्यान में रखे और जातियों के बीच नकारात्मक संकेत न जाए. सूत्रों की मानें तो नेतृत्व यह भी चाहता है कि शैलजा और रणदीप सुरजेवाला जैसे नेता हुड्डा को निशाना बनाकर चुनाव के दौरान संकट पैदा न करें क्योंकि पार्टी मानकर चल रही है कि 10 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद वह चुनाव जीत रही है.

सियासी गलियारों में चर्चा है कि हरियाणा में हुड्डा गुट और सुरजेवाला-शैलजा गुट के बीच टकराव चल रहा है और दोनों पक्षों ने अपने कार्यक्रम आयोजित करने के बावजूद अभी तक एकजुटता नहीं दिखाई है. सूबे में ये भी देखा जा रहा है कि चुनाव प्रचार के वीडियो भी अलग-अलग जारी किए जा रहे हैं. कांग्रेस नेतृत्व इस बात से चिंतित है कि हुड्डा खेमा प्रतिद्वंद्वी गुट पर हावी हो सकता है क्योंकि इससे गैर-जाट समुदाय कांग्रेस के खिलाफ लामबंद हो सकता है.

कांग्रेस को मिले हैं 3000 आवेदन

कांग्रेस ने 1 अक्टूबर को होने वाले चुनावों के लिए उम्मीदवार चयन प्रक्रिया शुरू कर दी है. अजय माकन की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी ने नेताओं से व्यक्तिगत रूप से मिलकर उनके विचार जानने शुरू कर दिए हैं. यह प्रक्रिया अगले कुछ दिनों तक जारी रहेगी. इसके अलावा 90 सीटों के लिए पार्टी को 3000 आवेदन मिले हैं, ऐसे में स्क्रीनिंग कमेटी टिकट देने का फार्मूला बनाने पर भी विचार कर रही है, जिससे सभी सियासी हित साधे जा सकें. पार्टी आलाकमान चुनावी रणनीति बनाते समय हर उस बात पर विचार कर रहा है, जिससे पार्टी को नुकसान हो सकता है. पार्टी कदम फूंक-फूंक कर उठा रही है ताकि बीजेपी को घेरा जा सके.