हाथरस कांड: 121 मौतों पर भोले बाबा के खिलाफ पटना कोर्ट में पहला केस दर्ज, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

हाथरस कांड: 121 मौतों पर भोले बाबा के खिलाफ पटना कोर्ट में पहला केस दर्ज, जानें अब तक क्या-क्या हुआ

भोले बाबा ने शनिवार को एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा कि वह 2 जुलाई की भगदड़ की घटना से दुखी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें. मुझे विश्वास है कि अराजकता पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

हाथरस भगदड़ मामले में भोले बाबा उर्फ सूरज पाल सिंह के खिलाफ पहला कोर्ट में पहला केस दर्ज किया गया है. इससे पहले शनिवार को एक मैसेज में भोले बाबा ने कहा कि वह हाथरस भगदड़ की घटना से उदास हैं. साथ ही उन्होंने प्रभावित परिवारों से न्यायपालिका पर भरोसा रखने को कहा. इस हाथरस में हुई भगदड़ में 121 लोगों की मौत के मामले में मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया गया था.

अब तक क्या-क्या हुआ?

हाथरस भगदड़ मामले में सूरज पाल सिंह के खिलाफ पहला मामला दर्ज किया गया है. उनके खिलाफ यह मामला पटना के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में दायर किया गया. इससे पहले शनिवार को एक वीडियो मैसेज में भोले बाबा ने कहा कि वह 2 जुलाई की भगदड़ की घटना से दुखी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखें. मुझे विश्वास है कि अराजकता पैदा करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.

वकील एपी सिंह के माध्यम से भोले बाबा ने कहा कि उन्होंने समिति के सदस्यों से शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है.

मुख्य आरोपी मधुकर गिरफ्तार

वहीं हाथरस भगदड़ के मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने शुक्रवार रात हिरासत में ले लिया. मधुकर ‘मुख्य सेवादार’ है और वह एफआईआर में नामजद एकमात्र आरोपी है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने मधुकर की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी.

न्यायिक आयोग की एक टीम शनिवार को हाथरस पुलिस लाइन पहुंची, जो आयोग को हाथरस घटना के संबंध में जांच रिपोर्ट से अवगत कराएगी. हाथरस पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, उसने तकनीकी निगरानी के आधार पर शुक्रवार को नजफगढ़ के पास से देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार किया था. बाद में उसे हाथरस लाया गया. पुलिस सूत्रों ने यह भी कहा कि मधुकर ने आत्मसमर्पण नहीं किया है.

एसआईटी की शुरुआती रिपोर्ट

लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भगदड़ पर एसआईटी की शुरुआती रिपोर्ट से अवगत कराया गया. यह रिपोर्ट एडीजी आगरा जोन ने पेश की. वह भगदड़ के बाद बचाव और राहत उपायों की निगरानी के लिए हाथरस का दौरा करने वाले शीर्ष अधिकारियों में से एक थे. गोपनीय रिपोर्ट में हाथरस के जिला मजिस्ट्रेट आशीष कुमार, पुलिस अधीक्षक निपुण अग्रवाल और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के बयान शामिल हैं, जिन्होंने भगदड़ से उत्पन्न आपात स्थिति पर ध्यान दिया था.

राहुल गांधी ने पीड़ितों से की मुलाकात

सियासत की बात करें तो शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भगदड़ के शिकार लोगों के परिजनों से मुलाकात की. हाथरस में परिवार के सदस्यों से मिलने से पहले, राहुल गांधी अलीगढ़ में रुके और जिले के पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की. उन्होंने परिवारों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ितों के लिए बिना किसी देरी के अधिकतम मुआवजा जारी करने का आग्रह किया. साथ ही उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.