इंदौर टेस्ट में ‘शतरंज’ खेल रहे थे स्टीव स्मिथ, भारत को बताया अपनी ‘पसंदीदा जगह’

इंदौर टेस्ट में ‘शतरंज’ खेल रहे थे स्टीव स्मिथ, भारत को बताया अपनी ‘पसंदीदा जगह’

ऑस्ट्रेलिया ने इंदौर टेस्ट में भारत को 9 विकेट से हराकर टीम की वापसी कराई और अब चार मैचों की टेस्ट सीरीज में स्कोर 2-1 हो गया है.

इंदौरः क्रिकेट के खेल का शतरंज से क्या लेना-देना? यही सवाल हर किसी के दिमाग में उठेगा, जब वह ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज स्टीव स्मिथ की बात सुनेंगे. इंदौर में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट में कार्यवाहक कप्तान के रूप में ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने के बाद स्टीव स्मिथ ने कप्तानी को लेकर अपने दिल की बातें सामने रखीं. इसमें स्मिथ ने भारत में कप्तानी की चुनौतियां और मजे की बात कही और इन्हीं बातों-बातों में उन्होंने कह दिया कि भारत में कप्तानी करना शतरंज खेलने जैसा है.

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले दो टेस्ट की बाजी हारने के बाद ऑस्ट्रेलिया को मुकाबले में बने रहने के लिए इंदौर टेस्ट में जीत दर्ज करने की जरूरत थी और उसने ये किया भी. फर्क ये रहा कि पहले दो टेस्ट मैचों में टीम की कमान नियमित कप्तान पैट कमिंस संभाल रहे थे, जो अपनी बीमार मां की देखभाल के लिए तीसरे टेस्ट से पहले देश वापस लौट गए थे. ऐसे में उप-कप्तान के रूप में स्मिथ ने जिम्मेदारी संभाली और 2017 के पुणे टेस्ट की तरह यहां भी टीम की जीत दिलाई.

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अच्छी तैयारी से इंदौर पहुंचे

इंदौर टेस्ट के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने भारत से मिले 76 रन के लक्ष्य को सिर्फ एक विकेट खोकर हासिल कर लिया. इस जीत के बाद स्मिथ ने कप्तानी और इस टेस्ट की चुनौतियों को लेकर अपने दिल की बातें रखीं. दिग्गज बल्लेबाज ने कहा, “हमने दिल्ली में एक खराब सत्र के कारण मैच गंवा दिया. इससे उबरने के लिए हमें अच्छा ब्रेक मिला और हमने अच्छी तैयारी के साथ यहां आये. यह हमारी मानसिक स्थिति को मजबूत करने के बारे में था. यह अपने तरीकों पर भरोसा करने के बारे में था. यह विश्वास रखने के बारे में था कि हम सफल होंगे और मैच का परिणाम हमारे हक में होगा.”

‘भारत में कप्तानी शतरंज खेलने जैसा’

रिकी पॉन्टिंग जैसे महान ऑस्ट्रेलियाई कप्तान भी भारत में कोई टेस्ट नहीं जीत सके लेकिन स्मिथ ने 5 टेस्ट में दूसरी जीत दर्ज की. जाहिर तौर पर भारत में कप्तानी उनके लिए बेहतर रही है और स्मिथ ने भी स्वीकार किया कि उन्हें यहां कप्तानी करना पसंद है क्योंकि ये शतरंज के खेल की तरह है. स्मिथ ने कहा,

“भारत दुनिया का वह हिस्सा है जहां मैं कप्तानी करना पसंद करता हूं. यह शतरंज के खेल की तरह है, हर गेंद के कुछ मायने होते है. लोगों को चलाना और बल्लेबाजों को अलग-अलग चीजों के लिए मजबूर करना और उनके साथ गेम खेलना मजेदार है. आपको एक कदम आगे का सोचना होगा. यह कप्तानी के लिए दुनिया में मेरा पसंदीदा जगह है.”

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‘ऐसी पिचों में खेलना पसंद’

होल्कर स्टेडियम में स्पिनरों की मददगार पिचों की आलोचना हुई लेकिन स्मिथ इससे परेशान नहीं हैं और ऐसी चुनौती को पसंद करते हैं. उन्होंने कहा, “अब तक सभी विकेट स्पिनरों के मददगार रहे है. हम अभी तक तीन दिन से अधिक क्रिकेट नहीं खेल सके है. इससे पता चलता है कि सभी टेस्ट में पहले दिन से स्पिन हो रही है. मैं ऐसी पिच पर खेलना पसंद करता हूं. सपाट पिचों पर पांच दिनों तक खेलना उबाऊ हो जाता है.”

उन्होंने कहा, “इन विकेटों (पिच) पर हमेशा कुछ न कुछ होता रहता है. आपको अपने रनों के लिए वास्तव में कड़ी मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन लोगों ने दिखाया है कि वे ऐसा कर सकते हैं. पहली पारी में उस्मान, नागपुर में पुजारा, रोहित, अक्षर, हैंड्सकॉम्ब ने ऐसा कियातो और लोग भी कर सकते हैं. हां यहां आपको किस्मत का थोड़ा साथ भी चाहिये.”