MP: कारोबारी की बेटी लापता, इंदौर से भोपाल तक खटखटाया फोन… तलाश की तो कमरे में सोती मिली
इंदौर पुलिस के अधिकारी सीमेंट कारोबारी के घर पर पहुंचे तो बच्ची कमरे में ही सोई हुई थी. जब उससे पूछताछ की तो बच्ची ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी कि उसका सिर काफी तेज से दर्द कर रहा था, जिसके चलते वह कोचिंग से सीधे आकार अपने रूम में जाकर सो गई और अपने फोन को भी स्विच ऑफ कर लिया.
इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाले एक सीमेंट कारोबारी की 16 वर्षीय बेटी अचानक से लापता हो गई. जब काफी देर तक वह घर नहीं पहुंची तो कारोबारी पिता ने एमआईजी पुलिस के साथ ही भोपाल के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी. इसके बाद पुलिस तेजी से बच्ची की तलाश में जुट गई. जांच-पड़ताल के बाद जब पुलिस ने बच्ची के मोबाइल फोन को ट्रैक किया तो वह घर में ही मिला. परिजन भी बच्ची की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे. पुलिस ने जब परिजनों को बताया कि बच्ची आपके घर में ही है तो उन्होंने राहत की सांस ली.
इंदौर के एमआईजी थाना क्षेत्र में रहने वाले सीमेंट कारोबारी की 16 साल की बेटी अचानक से लापता हो गई. जैसे ही पूरे मामले की जानकारी सीमेंट कारोबारी को लगी उन्होंने इंदौर के एमआईजी पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी. साथ ही भोपाल के भी कुछ वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी और जल्द से जल्द बच्ची की तलाश करने की मांग की. दरअसल, सीमेंट कारोबारी का मध्य प्रदेश में बड़े स्तर पर सीमेंट का कारोबार है, जिसके चलते मामला काफी हाई प्रोफाइल था.
घर पर ही मिली मोबाइल की लोकेशन
भोपाल से भी कुछ वरिष्ठ अधिकारियों का निर्देश मिलने के बाद इंदौर पुलिस तेजी से बच्ची की तलाश में जुट गई. पुलिस ने बच्ची के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर जांच-पड़ताल शुरू की और मोबाइल फोन को ट्रैक करना शुरू कर दिया. इसी दौरान बच्ची का मोबाइल फोन कारोबारी के घर में ही ट्रैक हुआ, जिसके चलते पुलिस ने कारोबारी को बच्ची के घर में होने की जानकारी दी, लेकिन कारोबारी पुलिस की बात को अनसुना करते हुए खुद ही परिवार सहित विभिन्न जगहों पर तलाश करते रहे.
अपने कमरे में सोई हुई थी बच्ची
इसी दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सीमेंट कारोबारी के घर पर पहुंचे तो बच्ची कमरे में ही सोई हुई थी. जब उससे पूछताछ की तो बच्ची ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी कि उसका सिर काफी तेज से दर्द कर रहा था, जिसके चलते वह कोचिंग से सीधे आकार अपने रूम में जाकर सो गई और अपने फोन को भी स्विच ऑफ कर लिया. इसके बाद विभिन्न जगहों पर तलाश रहे परिजनों को भी बच्ची के बारे में जानकारी दी गई. बच्ची के मिलने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली.