इजराइल-हमास युद्ध से बढ़ेगा जेब का बोझ, महंगा हो जाएगा इंश्योरेंस प्रीमियम!

इजराइल-हमास युद्ध से बढ़ेगा जेब का बोझ, महंगा हो जाएगा इंश्योरेंस प्रीमियम!

इजराइल-हमास युद्ध जल्द आपकी जेब का बोझ बढ़ा सकता है. इस युद्ध ने इंश्योरेंस सेक्टर को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि इससे आने वाले दिनों में इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ने की पूरी संभावना है. सबसे ज्यादा असर इन इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम पर पड़ने की आशंका है.

इजराइल-हमास के बीच चल रहे युद्ध का असर जल्द ही लोगों की जेब पर देखने को मिल सकता है. इसने इंश्योरेंस सेक्टर की चिंता पहले ही बढ़ा रखी है, क्योंकि इससे इंश्योरेंस का प्रीमियम इंटरनेशनल लेवल के साथ-साथ लोकल स्तर पर बढ़ने की आशंका है. इजराइल-हमास युद्ध ने दुनिया की राजनीति में हलचल पैदा की है, इसका आर्थिक असर दिखना शुरू हो गया है. वर्ल्ड पॉलिटिक्स से वैसे भी इंश्योरेंस सेक्टर तेजी से प्रभावित होता है, खासकर के ट्रेड और जनरल इंश्योरेंस सेक्टर पर इसका प्रभाव काफी तेजी से दिखता है.

भारत में री-इंश्योरेंस सेक्टर पर इसका खास असर दिखेगा. इसकी वजह, ज्यादातर भारतीय इंश्योरेंस कंपनियों का री-इंश्योरेंस को खरीदना है. वो ऐसा अपना जोखिम कम करने के लिए करती हैं. ऐसे में अगर ग्लोबल लेवल पर इंश्योरेंस महंगा होता है, तो भारत में भी ये महंगा होगा. आइए जानते हैं कि ये कैसे आपकी जेब पर असर डालेगा…

बढ़ेगी इंश्योरेंस कंपनियों की लागत

री-इंश्योरेंस असल में इंश्योरेंस कंपनियों का ही बीमा होता है. भारतीय कंपनियों के लिए जब उनके इंश्योरेंस की लागत बढ़ेगी, तो निश्चित तौर पर इसका भुगतान कस्टमर्स के प्रीमियम्स को बढ़ाकर निकाला जाएगा.

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पॉलिसी इंश्योरेंस नाम की कंपनी के को-फाउंडर राहुल मिश्रा का कहना है कि इजराइल में संघर्ष की स्थिति के चलते वहां क्लेम की संख्या बढ़ेगी, इससे ग्लोबल इंश्योरेंस कंपनियों की लागत बढ़ेगी. इनमें से अधिकतर भारतीय कंपनियों के लिए री-इंश्योरेंस का काम करती है. इसलिए भारत में इंश्योरेंस का प्रीमियम बढ़ेगा.

ट्रेडर्स, एक्सपोर्टर, ट्रैवल पर ज्यादा असर

इजराइल-हमास युद्ध का सबसे बुरा असर इंटरनेशनल ट्रेड पर होता दिख रहा है. पूरब-पश्चिम के व्यापार में इजराइल एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. दुनिया के इंपोर्ट-एक्सपोर्ट में इस देश का महत्वपूर्ण स्थान है, ऐसे में यहां युद्ध जैसी स्थिति की वजह से इंश्योरेंस कंपिनयों का जोखिम बढ़ा है. बाकी और भी इंश्योरेंस इस युद्ध की वजह से महंगे होने वाले हैं…

  1. एक्सपोर्टर इंश्योरेंस : इजराइल-हमास युद्ध से एक्सपोर्टर्स ट्रेड के लिए जो इंश्योरेंस करते हैं, उसके प्रीमियम पर इसका सीधा असर होगा. कुछ एक्सपोर्टर्स इजराइल को सामान या सेवाओं का निर्यात करेंगे, उन्हें निश्चित तौर पर अब इंश्योरेंस के लिए ज्यादा प्रीमियम देना होगा.
  2. ट्रैवल इंश्योरेंस : इजराइल-हमास युद्ध से एक और इंश्योरेंस जो महंगा होगा वह है ट्रैवल इंश्योरेंस. इजराइल के अलावा उसके आसपास के देशों की यात्रा और यूरोप के लिए की जाने वाली यात्रा का ट्रैवल इंश्योरेंस अब महंगा हो सकता है.
  3. ग्लोबल हेल्थ इंश्योरेंस: बहुत से लोग अपने काम के सिलसिले में अक्सर विदेश की यात्रा करते हैं. ऐसे में उनकी ग्लोबल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम अब पहले से महंगा होगा.
  4. साइबर इंश्योरेंस: भारत खुद को साइबर अटैक से बचाने के लिए इजराइल की कई टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है. वहीं कई कंपनियां साइबर सिक्योरिटी के लिए ग्लोबल इंश्योरेंस कराती हैं. अब इनका प्रीमियम भी महंगा पड़ने वाला है.