क्या होगा अब डूबती SpiceJet का? IndiGo ने कह दी ये बड़ी बात

क्या होगा अब डूबती SpiceJet का? IndiGo ने कह दी ये बड़ी बात

स्पाइसजेट के बुरे हालात किसी से छिपे नहीं है. हालांकि उसके शेयर प्राइस ने बीते कुछ दिन से मार्केट में काफी तहलका मचाया हुआ है. आखिर क्या है ये पूरा मामला? इस बीच उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी इंडिगो के को-फाउंडर ने एक बड़ी बात कही है.

सस्ती विमान सेवा देने वाली कंपनी स्पाइसजेट के हालात कैसे सुधरेंगे? इसे लेकर अब साफ-साफ कुछ नहीं कहा जा सकता. कंपनी की माली हालत काफी खराब है, उस पर कर्ज का भारी बोझ है. वहीं कई अलग-अलग मामलों में वह एनसीएलटी की कार्रवाई का भी सामना कर रही है. ऐसे में उसकी प्रतिद्वंदी कंपनी इंडिगो के को-फाउंडर राकेश गंगवाल ने एक बड़ी बात कही है.

हालांकि स्पाइसजेट के शेयर प्राइस ने बीते कुछ दिनों से स्टॉक मार्केट में तहलका मचाया हुआ है. शुक्रवार को भी इनमें 20 प्रतिशत तक का उछाल देखा गया और बीएसई पर इसका शेयर प्राइस 43.60 रुपये के भाव पर पहुंच गया.

डूबती स्पाइसजेट में कौन लगाएगा पैसा?

इंडिगो में 25 प्रतिशत के मालिक राकेश गंगवाल से जुड़े सूत्रों का कहना है कि स्पाइसजेट में हिस्सेदारी खरीदने का उनका कोई प्लान नहीं है. उनके हिसाब से स्पाइसजेट एक डूबती एयरलाइंस है, इसलिए इसमें निवेश का विचार बहुत दूर का फैसला होगा.

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स्पाइसजेट के शेयर्स में तेजी को लेकर उन्होंने कहा कि ये रिटेल इंवेस्टर्स को गुमराह करने का तरीका है. वह सेबी से अपील करेंगे कि वह इस मामले की जांच करे. हालांकि राकेश गंगवाल ने आधिकारिक तौर पर इसे लेकर कोई कमेंट नहीं किया है.

3 से 4 साल में इंडिगो से हो जाएंगे फ्री

राकेश गंगवाल और उनकी परिवार के पास इंडिगो में कुल 37 प्रतिशत हिस्सेदारी है. को-फाउंडर राहुल भाटिया के साथ रिश्तों में कड़वाहट आने के चलते उन्होंने इंडिगो से अलग होने का मन बनाया है. वो और उनका परिवार लगातार इंडिगो में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, और अगले 3 से 4 साल में इससे पूरी तरह बाहर आ जाएंगे.

इंडिगो देश की सबसे बड़ी एयरलाइंस है. भारत के एविएशन मार्केट में करीब 50 प्रतिशत पर इंडिगो का कब्जा है. इंडिगो घरेलू स्तर पर सेवाएंं देने और ऑन-टाइम उड़ान भरने में हमेशा टॉप पर रहती है. भारत के साथ-साथ कंंपनी इंटरनेशनल सेगमेंट में भी अपना विस्तार कर रही है. हाल में इंडिगो ने करीब 500 नए विमान का ऑर्डर दिया है.