31 वीडियो, 10 दिन का टॉर्चर और नंगा नाच…कानपुर में NEET के छात्र से बर्बरता की पॉइंट-टू-पॉइंट कहानी

31 वीडियो, 10 दिन का टॉर्चर और नंगा नाच…कानपुर में NEET के छात्र से बर्बरता की पॉइंट-टू-पॉइंट कहानी

कानपुर में छात्र से बर्बरता का केस इन दिनों खूब सुर्खियों में है. यहां 20 हजार की वसूली के लिए 12 लड़कों ने NEET की तैयारी कर रहे छात्र को ऐसा टॉर्चर दिया, जिसे वो शायद ही कभी जिंदगी में भूल पाएगा. क्या है यह पूरा मामला. पुलिस की जांच अब तक कहां पहुंची है. पीड़ित छात्र का इस पर क्या कहना और 10 दिन के टॉर्चर में उसने क्या क्या सहा, चलिए जानते हैं प्वाइंट टू प्वाइंट इस दिल दहला देने वाले पूरे केस को.

उत्तर प्रदेश का कानपुर शहर… जिसके पूर्व का मैनचेस्टर भी कहा जाता है. इन दिनों यहां एक केस खूब चर्चा में है. वो है NEET छात्र से पैसों की वसूली के लिए उसे बेरहमी से पीटने और टॉर्चर करने का. यहां काकादेव इलाके में छात्र को हॉस्टल में 10 दिन तक छात्र को बंधक बनाकर रखा. उसे ऐसी ऐसी यातनाएं दीं जिन्हें सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए. मारपीट को छात्र के साथ की ही गई. लेकिन हद तो तब हो गई जब कपड़े फाड़कर उसके प्राइवेट पार्ट पर ईंट बांध दी. फिर उसमें आग लगा दी.

छात्र को पीटने वालों ने उसके 31 वीडियो बनाए. फिर उन्हें वायरल करने की धमकी देते रहे. जब वीडियो वायरल हुए और पुलिस तक मामला पहुंचा, तब जाकर इस केस के बारे में खुलासा हुआ. फिर पीड़ित छात्र और उसके परिजनों ने थानें में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई. तब जाकर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया.

पुलिस ने बताया कि पीड़ित छात्र इटावा का रहने वाला है. वह अपने दो दोस्तों के कहने पर काकादेव की कोचिंग मंडी में पढ़ने आया था. छात्र का कहना है कि वो एविएटर गेम खेलने में माहिर है. उसमें पैसे लगाकर जब वो गेम खेलता है तो काफी रकम जीत जाता है. ऐसा बहुत ही कम बार होता है कि वो पैसे लगाकर इस गेम में हारे. लेकिन ज्यादातर वो इस गेम में जीत ही जाता है. बस यही बात जब उसने अपने दोस्तों को बताई तो कुछ लोगों ने उसे कहा कि वो उसे गेम में लगाने के लिए पैसे देंगे. जब वो गेम जीतकर पैसे कमा लेगा तो बढ़ी हुई रकम के साथ वो उन्हें पैसे लौटा दे.

साढ़े तीन लाख रुपये में सौदा तय

पीड़ित छात्र भी उनकी बात मान गया. उसे कुछ दोस्तों ने मिलकर 20 हजार रुपये दिए. तब पीड़ित ने कहा कि वो इसके साढ़े तीन लाख रुपये गेम खेलकर बना सकता है. सौदा तय हुआ और छात्र ने गेम खेलनी शुरू कर दी. लेकिन इस बार उसकी किस्मत अच्छी नहीं थी. वो गेम हार गया और 20 हजार रुपये उसके मिट्टी में मिल गए. जिन लोगों ने उसे रुपये दिए थे, वो फिर उससे पैसे वापस मांगने लगे. छात्र ने बताया कि उसके पास पैसे नहीं हैं. वो गेम हार गया है. बस यही बात वो लोग बर्दाश्त नहीं कर पाए.

ईंट बांधकर नचवाया, टॉर्चर की हद

पहले तो वे सभी उस छात्र को डरा धमका कर पैसे मांगने लगे वो भी ब्याज सहित पूरे 50 हजार रुपये. लेकिन जब छात्र ने कह दिया कि सच में उसके पास पैसे नहीं हैं तो उन लोगों ने उसे हॉस्टल में बंधक बना लिया. वो उसे मारने लगे पीटने लगे. तरह तरह के टॉर्चर देने लगे. पीड़ित का कहना है कि कुल 12 लोगों ने उसकी पिटाई की. जिनमें से चार ने उसके साथ कुकर्म भी किया. यहां तक कि वेल्डर मशीन से उसे जलाने की भी कोशिश की. वो लोग उसे इतना पीटते थे कि छात्र बेहोश भी हो जाता था. उसके ऊपर फिर पानी फेंककर दोबारा होश में लाते और लात-घूंसों से फिर पीटते. वो लड़के के घर वालों को जबरदस्ती फोन करके पैसा मंगवाने का दबाव बनाते रहे. उन लोगों ने उसके प्राइवेट पार्ट पर ईंट बांधकर उसे नचवाया भी. उसके बाल तक जला डाले.

परिवार से भी मांगे ढाई लाख रुपये

उन्होंने छात्र के 31 वीडियो बनाए. पीड़ित के पिता का कहना है कि इन आरोपियों ने हम लोगों से फोन कर ढाई लाख रुपये मांगे थे. उसके बाद हमने इटावा पुलिस को इसकी सूचना दी थी. इटावा पुलिस ने इन लोगों पर दबाव बनाया, इसके बाद मेरे बेटे को छोड़ दिया. हमने रुपये नहीं दिए इसलिए उसको बदनाम करने के लिए उसके वीडियो वायरल कर दिया.

अब तक कुल 6 गिरफ्तारियां

जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो पुलिस हरकत में आई. कुल 6 लोगों को अभी तक पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. बाकी अन्य की तलाश अभी जारी है. पुलिस ने बताया कि मारपीट करने वाले तनय चौरसिया, अभिषेक वर्मा, योगेश विश्वकर्मा, संजीव कुमार यादव, हरगोविंद तिवारी और शिवा त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. क्योंकि आरोपी नाबालिग हैं. वहीं, कुकुर्म के आरोप पर भी कोई केस दर्ज नहीं किया गया है. पहले इसकी जांच होगी तभी इस मामले में केस दर्ज किया जाएगा. उधर, आरोपी तनय और योगेश का कहना है कि हम लोगों ने उसे वीडियो गेम खेलने के लिए 20000 दिए थे. उसने पैसे जीते. लेकिन हमें नहीं दिए. बल्कि किसी दूसरे के खाते में उन रुपयों को ट्रांसफर कर दिया.

पीड़ित ने सुनाई आपबीती

उधर पीड़ित ने आपबीती पुलिस को सुनाई. बताया कि आरोपियों के पास पुलिस की पिस्टल और पट्टा था. इससे शक जताया जाने लगा कि कहीं आरोपियों का किसी पुलिस वाले से कोई कनेक्शन तो नहीं. लेकिन अभी तक इस मामले में ऐसा कुछ भी सामने नहीं आया है. न ही आरोपियों से कोई पिस्टल बरामद की गई है. जिस पट्टे की बात पीड़ित कर रहा था वो आरोपी तन्मय के घर में पड़ी गेहूं की बोरी में बांधा गया पट्टा था. वह पुलिस का पट्टा नहीं था. पीड़ित से जब पूछा गया कि क्या कोई पुलिस वाला इस दौरान आरोपियों से मिलने आया तो उसने इनकार किया. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है. बाकी के आरोपियों का भी पता लगाया जा रहा है.