Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में अब भी विकास दुबे का मुद्दा, एनकाउंटर पर कानपुर कचहरी में भिड़ गए वकील; CM योगी पर उठाए सवाल
वकीलों ने कहा कि हम लोग जहां खड़े हैं, ये लोकतंत्र का मंदिर है. यूपी में क्या योगी जी खुद सरकार हो गए हैं, जिस तरह से विकास दुबे की सार्वजनिक रूप से हत्या कर दी गई. तो इस प्रकार से कोर्ट बंद कर देनी चाहिए. जब आप ही न्याय देंगे तो कोर्ट में हमारे जो जज साहब बैठे हैं, वो क्या करेंगे?
उत्तर प्रदेश की कानपुर लोकसभा सीट पर 13 मई को चौथे चरण में वोटिंग होगी. वोटिंग की तैयारियों को लेकर प्रशासन जोर-शोर से जुटा हुआ है. वहीं प्रत्याशी भी चुनाव-प्रचार में जोर लगाए हुए हैं. कानपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने इस बार सत्यदेव पचौरी का टिकट काटकर रमेश अवस्थी को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं इंडिया गठबंधन में ये सीट कांग्रेस के खाते में आई है. कांग्रेस ने यहां से आलोक मिश्रा को टिकट दिया है. वहीं बसपा की तरफ से कुलदीप भदौरिया मैदान में हैं.
टीवी9 भारतवर्ष की टीम ने ग्राउंड जीरो पर जाकर कानपुर की जनता से चुनावी चर्चा की. कानुपर के लोगों ने लोकल मुद्दे से लेकर चुनावी समीकरण तक अपनी राय रखी है. टीवी9 की टीम ने कानपुर कचहरी में वकीलों से भी बात की. इस दौरान यूपी में लॉ एंड ऑर्डर, बहुचर्चित विकास दुबे एनकाउंटर, योगी-मोदी सरकार के कामकाज समेत अन्य विषयों पर सवाल पूछे, जिस पर वकीलों ने अपनी राय रखी.
सरकार ने कानून को ताक पर रख दिया है
इस दौरान एक वकील ने कहा कि हम लोग जहां खड़े हैं, ये लोकतंत्र का मंदिर है. यूपी में क्या योगी जी खुद सरकार हो गए हैं, जिस तरह से विकास दुबे की सार्वजनिक रूप से हत्या कर दी गई. तो इस प्रकार से कोर्ट बंद कर देनी चाहिए. जब आप ही न्याय देंगे तो कोर्ट में हमारे जो जज साहब बैठे हैं, वो क्या करेंगे? इस दौरान एक वकील सतीश दीक्षित ने कहा कि वह गुंडों और बदमाशों से पक्ष में कतई नहीं हैं. जो गुंडा हो, बदमाश हो, उस पर विधिक रूप से कार्रवाई होनी चाहिए, लेकिन आपको ये अधिकार नहीं दे दिया गया है कि आप कानून को ताक पर रख दें. जो गुंडा है, चाहे जिस जाति का हो या जिस धर्म का हो, निश्चित उस पर कार्रवाई होना चाहिए.
देश और संविधान को बचाना वक्त है अब
वकील सतीश दीक्षित ने कहा कि यूपी में योगी की सरकार कानून को नहीं मान रही है. ये अहंकार की सरकार है. ये तानाशाही की सरकार है और ये देश डिक्टेटरशिप की तरफ जा रहा है. इसको लेक जब टीवी9 की टीम ने सतीश दीक्षित से पूछा कि ऐसा आपको क्यों लगता है तो उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए लगता है, क्योंकि दो व्यक्ति ही इस देश को चला रहे हैं. ये संविधान को न मानने वाले लोग हैं. अब वक्त है कि इस देश को बचाना है और संविधान को बचाना है.
सांसदों को सस्पेंड करके बिल पास करती है सरकार
वहीं जब सतीश दीक्षित से पूछा गया कि अगर संविधान को लेकर खतरा है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार बोल रहे हैं कि अगर संविधान में कुछ बदलना ही होता तो हमारे पास बहुमत लगातार दो बार से है, हम कर दिए होते. इस पर सतीश दीक्षित ने कहा कि सरकार के पास बहुतम नहीं है. ये लोग राज्यसभा में आधे लोगों को बाहर निकालकर बिल पास करते हैं, सस्पेंड करके बिल पास करते हैं. आजादी के बाद ये पहली सरकार है, जो आधे लोगों को बाहर निकालकर बिल पास करती है. ये लोग भावनाएं भड़का कर जीतते हैं.
गरमा गरम चल रही बहस के दौरान काला कोट पहने एक वकील साहब सरकार के पक्ष में कूद गए. विकास दुबे और मोदी-योगी सरकार को घेरने को लेकर अन्य वकीलों से बहस करने लगे. उन्होंने कहा कि ये लोग राज्यसभा की बात कर रहे हैं, जबकि देश में चुनाव लोकसभा का चल रहा है. ये लोग विकास दुबे के सामने जी लगाएंगे, अतीक अहमद को जी कह कर संबोधित करेंगे. यही मानसिकता है इनकी.