कौन हैं IPS प्रबल प्रताप सिंह? जिन्हें लखनऊ को बदनाम करने वाले केस में हटाया गया
IPS Prabal Pratap Singh Profile: लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में बारिश के दौरान छेड़छाड़ के मामले में योगी सरकार ने आईपीएस प्रबल प्रताप सिंह और आईपीएस अमित कुमावत के उनके पद से हटा दिया है. आइए उनके बारे में जानते हैं.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में कल, 31 जुलाई को बारिश के दौरान महिला से छेड़छाड़ करने के मामले में सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीसीपी पूर्वी आईपीएस प्रबल प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से उनके पद के हटा दिया. साथ ही मामले में एडीसीपी आईपीएस अमित कुमावत को भी हटा दिया गया है. आइए जानते हैं आईपीएस प्रबल प्रताप सिंह कौन है और किस बैच और कैडर के अधिकारी हैं.
मामले में गोमती नगर थाने के प्रभारी को भी निलंबित कर दिया गया है. पूर्वी डीसीपी पद से हटाकर प्रबल प्रताप को पुलिस उपायुक्त यूपी 112 बनाया गया है. आईपीएस प्रबल प्रताप सिंह वाराणसी के भी पुलिस उपायुक्त रह चुके हैं. दिसंबर 2022 में उन्हें वाराणसी का पुलिस उपायुक्त बनाया गया था. इससे पहले वह वाराणसी में अपर पुलिस उपायुक्त पद पर तैनात थे.
किस बैच के अधिकारी, कहां से की पढ़ाई?
प्रबल प्रताप सिंह 1992 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं, जिन्हें नवंबर 2022 में प्रमोट कर आईपीएस रैंक दी गई. उनके साथ ही कई अन्य पुलिस अधिकारियों को भी आईपीएस रैंक में प्रमोट किया गया था. आईपीएस प्रबल प्रताप सिंह यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं. उन्होंने इतिहास से एमए किया है और उनके पिता का नाम ब्रह्म पाल सिंह हैं.
कौन हैं IPS अमित कुमावत?
अमित कुमावत 2020 बैच यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं. वह राजस्थान के झुंझुनू के रहने वाले हैं. उन्होंने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास की थी और आल इंडिया 423 रैंक हासिल की थी. 10वीं तक की पढ़ाई राजस्थान के झुंझुनू में भारती विद्या विहार स्कूल से पूरी हुई. आईपीएस अमित कुमावत ने एम.टेक (बायोकेमिकल इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी) की पढ़ाई की है. अमित के भाई पंकज कुमावत भी आईपीएस है. पंकज ने भी दूसरे प्रयास में यूपीएससी क्रैक किया और 424 रैंक से आईपीएस बने.
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