‘मेरे पास जो मुसीबत, वो आपके पास अभी नहीं…’ भक्तों से क्या बोले आसाराम?

‘मेरे पास जो मुसीबत, वो आपके पास अभी नहीं…’ भक्तों से क्या बोले आसाराम?

आसाराम कई सालों से जोधपुर की सेंट्रल जेल में बंद है. हाल ही में आसाराम ने जोधपुर की एम्स में अपना इलाज कराकर वापस जेल में लौटे हैं. जेल से ही अपने भक्तों के लिए एक वीडियो संदेश जारी किया है. आसाराम ने कहा कि जीवन में कितनी भी मुसीबत आए, सबको आध्यात्म पर ही चलना है.

सालों से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम अपने भक्तों को मोबाइल के जरिए संदेश भेजता रहता है. वह अपने भक्तों को समय-समय पर जागृत एवं भक्ति से जोड़ने का प्रयास करते हैं. पिछले कुछ समय से आसाराम लगातार बीमार चल रहे थे. ऐसे में उनकी बीमारी की खबरों से उनके भक्तों का सब्र भी जवाब देने लगा था. भक्तों में धीरे-धीरे निराशा का भाव आने लगा था. जोधपुर के एम्स में इलाज कराने के बाद आसाराम सेंट्रल जेल में लौट आए हैं.

वहीं, अब जोधपुर जेल से आसाराम ने अपने भक्तों के लिए करीब साढे तीन मिनट का एक ऑडियो संदेश जारी किया है. आसाराम ने अपने भक्तों से संदेश में कहा कि मेरे पास जो मुसीबत है, वो आपके पास अभी नहीं है. जो खुशी मेरे पास है. वो तुम्हारे पास नहीं है. खुले हवा मन के लिए जेल आया था.

मैं अभी जाने वाला नहीं

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ भक्तों को यह लगता है कि मैं गया तो नहीं हूं. मैं अभी जाने वाला नहीं हूं. तुम्हारा संकल्प भी काम कर रहा है. आसाराम ने अपने भक्तों से कहा कि तुम लोगों के संकल्प की वजह से अभी मैं कहीं जाने वाला नहीं हूं. संकल्प की वजह से मेरी तबीयत भी ठीक है.

अंदर की मशीनों में गड़बड़ी

वीडियो संदेश में आसाराम ने बताया कि यहां की जेल में कुछ डॉक्टरों ने कहा कि आपके अंदर की मशीनों में गड़बड़ी है. उसकी जांच यहां नहीं होकर एम्स जोधपुर में हो सकती है. डॉक्टर भले सज्जन हैं. मैंने भी उनकी बात मान ली. इलाज के लिए एम्स चला गया. एम्स में डॉक्टरों ने कई जांचे की और इलाज हो गया. अब वापस जेल आ गया हूं.

आसाराम ने कहा कि कितनी भी मुसीबत हो, उसके बाद भी आध्यात्मिकता पर ही चलना है. भक्तों से उन्होंने कहा कि आध्यात्म कभी मत छोड़ना. एक आध्यात्म की ताकत ही जो ईश्वर को मिलती है और आपके संकल्प को पूरा करती है.