पथराव-पेट्रोल बम और शूट एट साइट…हल्द्वानी में मदरसा तोड़ने पर बवाल, 2 की मौत,139 जख्मी

पथराव-पेट्रोल बम और शूट एट साइट…हल्द्वानी में मदरसा तोड़ने पर बवाल, 2 की मौत,139 जख्मी

हल्द्वानी में हुई हिंसा के बाद से शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. कर्फ्यू भी लगा दिया गया है. इस हिंसा में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. उपद्रवियों ने बनभूलपुरा इलाके में 7 से अधिक मीडियाकर्मियों की गाड़ियों पर आग लगा दी.

उत्तराखंड के हल्द्वानी शहर में गुरुवार शाम हिंसा भड़क गई. गुरुवार दोपहर 2 बजे 600 से ज्यादा पुलिसकर्मी बनभूलपुरा थाने पर इकट्ठा हुए. शहर के मलिक का बगीचा में स्थित अवैध मदरसा और नमाज स्थल को तोड़ने के लिए नगर निगम के कर्मचारी और पुलिसकर्मी आगे बढ़े. उसी दौरान शाम 4 बजे इलाके के स्थानीय लोगों ने पुलिस पर तीन तरफ से पत्थरबाजी और हमला कर दिया. पुलिसकर्मी बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर वहां से भागे. हर गली और हर छत के ऊपर से पत्थरों की बौछार पुलिस के ऊपर की गई.

अवैध मदरसा और नमाज स्थल तोड़ने पहुंची पुलिस और नगर निगम के कर्मचारियों उपद्रवियों के पत्थरबाजी का शिकार हो गए. इस दौरान जबरदस्त आगजनी हुई. बनभूलपुरा थाने को भी उपद्रवियों ने आग के हवाले कर दिया. उपद्रवियों ने इलाके में खड़ी पुलिस की और प्राइवेट गाड़ियों में आग लगा दी. इस हिंसा में 2 लोंगों की मौत और करीब 139 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश

हिंसा के दौरान उपद्रवियों द्वारा चारों ओर से पुलिस के ऊपर पत्थरबाजी की गई, जिसमें 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी सहित 200 लोग जख्मी हो गए. हिंसा में पत्रकार और नगर निगम के कर्मचारी भी घायल हुए हैं. हिंसा के बाद इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. प्रशासन की तरफ से शांति की अपील की गई है. गुरुवार को पुलिस फोर्स को ये निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी कानून को अगर हाथ में लेता है और उपद्रव करता है तो उसको गोली मार दी जाए.

Haldwani Riots (1)

पेट्रोल बम फेंक थाने को जलाया

हिंसा भड़कने के बाद पुलिसकर्मियों ने उपद्रवियों का डटकर सामना किया, मगर सैकड़ों की संख्या में जुटे उपद्रवियों ने ताबड़तोड़ पथराव कर थाने पर कब्जा करने की कोशिश की. पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो पेट्रोल बम से हमलाकर थाना जला डाला. थाने की दीवार तोड़कर उपद्रवी अंदर घुसे और एसओ का दफ्तर फूंकने का प्रयास किया. थाने के अंदर एक-दो नहीं, बल्कि सैकड़ों उपद्रवी घुस गए. थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी के कार्यालय में तोड़फोड़ की और आग लगाने का प्रयास किया. थाने में घुसे उपद्रवियों के हाथों में पेट्रोल से भरे बोतल तक थे.

ये भी पढ़ें: हल्द्वानी में मदरसा तोड़ने गई पुलिस टीम पर पथराव, इंटरनेट बंद, उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश

मीडियाकर्मियों की भी फूंक दी गाड़ियां

उपद्रवियों ने थाने के बाहर खड़ी पुलिस व पीएसी की गाड़ियां और बाइक फूंक दीं. 20 से ज्यादा बाइकों में आग लगा दी. थाने के अंदर और बाहर तोड़फोड़ की और आग लगा दी. पुलिस अधीक्षक हरीश चंद्र वर्मा सहित 40 जवान थाने में ही फंस गए थे. इनमें ज्यादतर महिला पुलिसकर्मी थाने में फंस गई थी. थाने पर हमले के वक्त महिला सिपाही घटना की जानकारी वायरलेस सेट पर उच्चाधिकारियों को दे रही थीं. वह कहती हैं, ‘सर हमें बचा लो….’ इसी बीच अचानक लाइन कट गई. इसके साथ ही उपद्रवियों ने पुलिस और प्रेस लिखी बाइकों को भी तोड़ा और आग लगा दी. बनभूलपुरा में करीब सात से अधिक मीडियाकर्मियों की बाइक फूंक दी गईं.

Haldwani Riots News (1)

एक घंटे में बंद हो गया पूरा बाजार

बनभूलपुरा क्षेत्र में बवाल बढ़ता देख मुख्य बाजार की सभी दुकानों के शटर शाम सात बजे के बाद गिरने लगे. एक घंटे में ही पूरा बाजार बंद हो चुका था. इससे दहशत का माहौल बन गया. सबसे पहले व्यापारियों की ओर से कारखाना बाजार, सराफा बाजार, सब्जी मंडी, कपड़ा बाजार बंद हुए और इसके बाद नैनीताल रोड व बरेली रोड की दुकानें बंद हो गई. सुरक्षा के लेकर एक घंटे के दौरान पूरा बाजार बंद हो गया था.

थाने के बाहर खड़ी गाड़ियों पर लगाई आग

घटना स्थल से आ रही तस्वीरें बयां कर रही हैं कि कैसे बनभूलपुरा थाने के अंदर घुसकर उपद्रवियों ने पूरे थाने में तोड़फोड़ की और आग लगा दी और थाने के बाहर खड़ी पुलिस की गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. सड़क पर हर तरफ से पत्थर ही नजर आ रहे हैं, जो पुलिसकर्मी और नगर निगम कर्मचारियों के ऊपर फेंके गए हैं.

बुलाई गई पैरामीट्री एक्स्ट्रा फोर्स

इलाके में हिंसा बढ़ते देख आसपास के जिलों से फोर्स मंगाई गई है. चार कंपनी पैरामीट्री एक्स्ट्रा फोर्स बुलाई गई है. पूरे इलाके में पुलिसकर्मी और फोर्स की तैनाती कर दी गई है. पथराव और आगजनी के बाद बनभूलपुरा थाने में डीएम वंदना सिंह और एसएसपी प्रहलाद मीणा ने निरीक्षण कर बेस अस्पताल में घायल पुलिसकर्मियों का हाल चाल जाना है.