Khan Mubarak Death: खान मुबारक, टॉप-10 में शुमार अंडरवर्ल्ड डॉन का खास, जिसने मैदान में अंपायर पर झोंक दी थी गोलियां

Khan Mubarak Death: खान मुबारक, टॉप-10 में शुमार अंडरवर्ल्ड डॉन का खास, जिसने मैदान में अंपायर पर झोंक दी थी गोलियां

खान मुबारक जीते जी उतना चर्चा में भले न रहा हो, जितना उसके खतरनाक कारनामों की रुह कंपाती कहानियां हैं. खान मुबारक की मौत के बाद कई कहानियां बाहर निकल कर आ रही हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एक के बाद एक गैंगस्टर-गुंडा बदमाशों के विकेट गिरना जारी है. पहले असद खान, गुलाम, अतीक अहमद, अशरफ, अनिल दुजाना, विशाल चौधरी उर्फ मोनू, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा. गैंगस्टर्स के निपटने-निपटाने की इसी फेहरिस्त की भीड़ में अब सोमवार सुबह के वक्त दुनिया से खान मुबारक रुखसत हो गया. वही खान मुबारक जो यूपी के टॉप-10 गैंगस्टर्स की ब्लैक लिस्ट में नामजद था. जेल में बीमारी के बाद अस्पताल में दाखिल कराया गया. जहां वो मर गया.

खान मुबारक अंडरवर्ल्ड डॉन से जुड़े खान जफर का छोटा भाई था. जिसकी करोड़ों की काली कमाई से अर्जित संपत्ति सूबे की सरकार ने कुर्क करवा डाली थी. उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने घेरकर जेल में बंद कर दिया था. यह वही बदमाश खान मुबारक था जिसने अपनी शुरूआत सीधे क्रिकेट ग्राउंड से की थी. जब मामूली सी बात पर क्रिकेट ग्राउंड में ही अंपायर को गोली झोंक डाली थी.

2015 में वायरल हुआ था खान मुबारक का एक वीडियो

खान मुबारक जीते जी उतना चर्चा में भले न रहा हो. जितना उसके खतरनाक कारनामों की रुह कंपाती कहानियां हैं. खान मुबारक की मौत के बाद कई कहानियां बाहर निकल कर आ रही हैं. बात है साल 2015 के किसी महीने की है. एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जो देखने में मुंबई फिल्म की किसी स्क्रिप्ट सा लग रहा था. बाद में जब पुलिस ने उस वायरल वीडियो की हकीकत मालूम की तो वो, डरावना वीडियो असली था न कि किसी फिल्म की स्क्रिप्ट पर फिल्माया गया.

सिर पर बोतल रख कर लगाया निशाना

वीडियो में एक आदमी जिसका नाम था बाजू खान. उस वीडियो के मुताबिक अधेड़ उम्र के बाजू खान के सिर पर एक बोतल रखी हुई थी. सामने खड़ा था पतला दुबला सा यही बदमाश खान मुबारक. खान मुबारक ने गोली कुछ इस तरह से चलाई कि बाजू खान के सिर में तो घुसी नहीं मगर. उनके सिर पर रखी वो बोतल के कांच के मलबे में बदल गई. जब गोली चली तो लगा था कि मानो बाजू खान तो समझो मर ही गया.

व्यापारी को कोड़े से पीटा

यह अलग बात है कि उस गोली के लगने से बाजू खान भले न मरें हों, मगर उस हादसे से दहशत में आए बाजू खान की बाद में मौत हो गई. यह तो एक नमूना भर था खान मुबारक की क्रूरता का. वो वीडियो बाद में पता चला असली और अंबेडकनगर (यूपी का जिला) में इसी गैंगस्टर खान मुबारक ने बनाई थी. ताकि उस वीडियो को दिखाकर बाकी तमाम शिकार-मोटी आसामियों के दिल में खान मुबारक की दहशत बैठाई जा सके. इतना ही नहीं उस वीडियो में व्यापारी बाजू खान को कोड़े से यही मुबारक खान पीटता भी दिखाई दे रहा था. वो बाजू खान इसी बदमाश खान मुबारक खान के पावों में पड़ा जिंदगी की भीख मांग रहा था.

खान के बहनोई का गिराया गया मकान

बाजू खान का कसूर सिर्फ यह था कि उन्होंने इलाके के व्यापारियों से कहा था कि वे, इस खान मुबारक को एक धेले की भी रंगदारी न दें. यह कहानी है उसी खान मुबारक के अंत की जिसने अदावत की तो सीधे-सीधे अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम की और दोस्ती थी तो सीधे सीधे, दाऊद के दुश्मन नंबर-1 छोटा राजन से. साल 2021 के जुलाई महीने में यूपी की हुकूमत ने इसी खान मुबारक को औकात में रखने के लिए अंबेडकर नगर में मौजूद इसके बहनोई का आलीशान मकान बुलडोजर से ढहा दिया था.

आउट देने पर अंपायर को गोली से किया छलनी

इलाहाबाद, फैजाबाद, अंबेडकर और उसके आसपास के जिलों में इसी खान मुबारक के नाम का खौफ था. यूनिवर्सिटी के खेल मैदान में रन आउट देने वाले अंपायर को गोली से उड़ा डालने से लेकर बहुजन समाज पार्टी नेता तक को गोलियों से भून डालने वाला खान मुबारक. यूपी पुलिस के मुताबिक, इलाहाबाद विवि में यही खान मुबारक खान जब अंग्रेजी साहित्य में एमए करने पहुंचा तो, वहां एक दिन क्रिकेट मैदान पर अंपायर ने इसके रनआउट होने का फैसला दे दिया.

इलाहाबाद में लूटा डाक खाना

बस फिर क्या था उस अंपायर के बदन में गोली झोंककर, यही खान मुबारक क्रिकेट मैदान और यूनिवर्सिटी से निकल कर सीधे उतर गया जरायम की जिंदगी में. अपराध कैसे किया जाता है? इसकी ट्रेनिंग दी सगे बड़े भाई खान जफर उर्फ जफर सुपारी. जो पहले से ही अंडरवर्ल्ड की दुनिया में छोटा राजन का खूंखार शूटर के नाम से बदनाम था. खान मुबारक जब छोटा राजन गैंग में जा मिला तो यह वही वक्त था जब, पूर्वांचल का खूंखार नाम मुन्ना बजरंगी छोटा राजन से दुश्मनी मोल लिए बैठा था, इसी बीच साल 2006 में इलाहाबाद में दिन दहाड़े इसी खान मुबारक ने जब डाक खाना लूट लिया. तो उस कांड ने मुन्ना बजरंगी की आपराधिक जिंदगी में समझो खुली चुनौती देकर उसे ललकार डाला था.

खान मुबारक ने 25 लाख की रंगदारी की डिमांड की

जैसे ही मुन्ना बजरंगी ने इलाहाबाद में खान मुबारक को चढ़ते-बढ़ते देखा वैसे ही उसने, संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा (7 जून 2023 को लखनऊ कोर्ट में ढेर), बेटी अफरोज और बच्चा यादव आदि को गैंग में नए शूटर तुरंत लाकर जोड़ने की जिम्मेदारी दे डाली. मुन्ना बजरंगी का खून तब खौल उठा जब एक दिन उसके चहेते डॉक्टर से ही खान मुबारक ने 25 लाख की रंगदारी की डिमांड कर दी. उस कांड के बाद तो मुन्ना बजरंगी और खान मुबारक के बीच समझो आए दिन खूनी होली खेला जाना शुरू हो गया. इस खून खराबे के दौर में ही मुन्ना बजरंगी गैंग के शूटर बंटी अफरोज एक दिन खान मुबारक और छोटा राजन के करीबी शूटर फिरोज को गोलियों से भूनकर, खान मुबारक को सोचने पर विवश कर दिया.

इस तरह चर्चा में आया छोटा राजन

यूपी में पुलिस का दवाब बढ़ा तो बचने के लिए छोटा राजन के इशारे पर खान मुबारक मुंबई भाग गया. जहां उसका बदमाश भाई खान जफर सुपारी पहले से ही छोटा राजन के पांवों में पड़ा रहता था. 16 अक्टूबर 2006 को छोटा राजन के इशारे पर मुंबई को काला घोड़ा इलाके में पुलिस कस्टडी में जब, इसी खान मुबारक, इसके भाई खान जफर सुपारी, नीरज वाल्मीकि, निहाल कुमार, बच्चा पासी और ओसामा खान ने मिलकर, दाऊद इब्राहिम के दोनो गैंगस्टर हिमांशु चौधरी और अमजद (दोनो ही ड्रग माफिया) को गोलियों से भून डाला. तो उस कांड ने न केवल छोटा राजन की औकात मुंबई पुलिस की नजरों में बढ़ा डाली. दाऊद की उस कांड में हुई हार ने उसे कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ा.

काला घोड़ा शूटआउट के बाद में पूरा- पूरा श्रेय छोटा राजन ने दिया था. इसी खान मुबारक और उसके भाई खान जफर सुपारी को. एसटीएफ ने जब खान मुबारक को गिरफ्तार किया तब यह तमाम खुलासे उसने किए थे. बाद में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने इन सबको गिरफ्तार कर लिया.

दो लोगों के मारने की ली सुपारी

इसी तरह से अगर मुंबई पुलिस सूत्रों की मानें तो इन्हीं बदमाश खान ब्रदर्स ने छोटा राजन के इशारे पर, मुंबई की दो हस्तियों के कत्ल की भी सुपारी ले ली. मगर पुलिस की सक्रियता और गैंगस्टर्स की प्लानिंग लीक हो जाने के चलते, वे दोनो फिल्मी हस्तियां जिंदा बचा ली गईं. खान मुबारक इस काम के लिए मशहूर था कि जितने खतरनाक काम वो जेल से बाहर नहीं कर पाता है. उससे कहीं ज्यादा खतरनाक प्लानिंग वो जेल के अंदर बनाकर उस पर अमल भी करा लेता था. इसका बात का छोटा राजन आज भी उसका कायल है.

खान मुबारक के संपर्क में थे बदमाश

15 मई साल 2007 को रात आठ बजे इलाहाबाद में एक कैश वैन पर हमला हुआ था, कैश तो नहीं लुट सका मगर उस कांड में दो सुरक्षा गार्ड मारे गए. जवाबी हमले में दो बदमाश भी मौके पर मार डाले गए. मारे बदमाश थे सौरभ सिन्हा और विनय रंजन गुप्ता. उनके पास से बरामद मोबाइल फोन कॉल की डिटेल छानी गई तो वो पता चला कि ढेर किए जा चुके दोनो बदमाश लगातार, इसी खान मुबारक के संपर्क में थे.

जेल के भीतर से मरवाया ओसामा के हत्यारे को

यह वही खान मुबारक था जो साल 2007 से साल 2012 तक इलाहाबाद की नैनी जेल में भी बंद रहा. कहते हैं कि सितंबर 2011 में छोटा राजन के विश्वासपात्र शूटर ओसामा के कत्ल का बदला भी, खान जफर और खान मुबारक भाईयों ने ही लिया था. खान मुबारक ने जेल के भीतर बंद रहते हुए ही, ओसामा के हत्यारे को 50 लाख की सुपारी देकर, राजेश यादव से मरवा डाला. साल 2012 में जैसे ही वो (खान मुबारक) जेल से बाहर निकला उसने, टांडा के भट्टा व्यापारी अईनुद्दीन से रंगदारी मांगी. रंगदारी नहीं दी तो उनकी भी मौत हो गई. कहते हैं कि वो कांड भी इसी खान मुबारक ने अंजाम दिया था.

जेल से वीडियो जारी कर फैला दी थी सनसनी

खान मुबारक के बारे में कहते हैं कि कथित तौर पर अपने ही गांव के निवासी और बसपा नेता जगराम मेंहदी को भी 15 अक्टूबर साल 2018 में गोलियों से भूनकर निपटवा दिया. हालांकि, इस कांड से पीछे चलें तो पता चलता है कि यूपी एसटीएफ ने साल 2016 में खान मुबारक को जेल से बाहर आने के चंद महीने बाद ही साल 2017 में गिरफ्तार कर लिया था. साल 2018 में खान मुबारक ने फैजाबाद जेल से वीडियो वायरल कराकर सनसनी फैला दी थी. उसने वीडियो में कहा था कि उसके ऊपर हमला हो सकता है. उसने उसी वीडियो में चेतावनी दी थी कि खान मुबारक कोई एक इंसान भर नहीं एक ऑर्गेनाइजेशन है. अगर खान मुबारक के ऊपर हमला हुआ तो खादी और खाकी को मिट्टी में मिलवा डाला जाएगा. सोचिए ऐसे खूंखार और खबरदार गैंगस्टर के हरदोई जेल में बीमारी सी हुई मौत के चलते खामोशी के साथ चले जाने पर. आज छोटा राजन और अंडरवर्ल्ड की दुनिया में किस कदर का मातम पसरा होगा!