‘वो हमसे बिछड़े, फिर पता चला…’, भगदड़ में कैसे हुई गोरखपुर की नगीना और पन्ने की मौत, साथियों ने सुनाई पूरी कहानी

‘वो हमसे बिछड़े, फिर पता चला…’, भगदड़ में कैसे हुई गोरखपुर की नगीना और पन्ने की मौत, साथियों ने सुनाई पूरी कहानी

महाकुंभ में अमृत स्नान से पहले मची भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई है. जिसमें से 25 लोगों की पहचान हो गई है. पांच की पहचान अभी बाकी हैं. मरने वालों में गोरखपुर के दो लोग भी शामिल हैं, जो बोलेरो कार से महाकुंभ पहुंचे थे.

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. वहीं, करीब 60 लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वालों में गोरखपुर के भी दो श्रद्धालु शामिल हैं, जो महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए पहुंचे थे. घटना के बाद से ही मृतकों के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया है.

प्रयागराज में मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए गोरखपुर के नगर पंचायत उनवल के वार्ड नंबर चार की नगीना देवी(61) और पन्ने निषाद (58) पहुंचे थे. दोनों स्नान के लिए घाट की तरफ जा ही रहे थे कि अचानक मची भगदड़ में वह दब गए और इस दौरान उनकी मौत हो गई. हादसे के बाद साथ में अमृत स्नान के लिए आए लोगों ने घटना की जानकारी मृतकों के परिवार को दी. वहीं, मामले की जानकारी होते ही पीड़ित परिवार और गांव में सन्नाटा पसर गया.

भगदड़ में मौत

नगीना देवी और पन्ने निषाद समेत आठ लोग 27 जनवरी की सुबह बोलेरो से प्रयागराज के लिए निकले थे. आठ लोगों के ग्रुप में पांच महिलाएं थी. ग्रुप के साथियों ने बताया कि हम स्नान के लिए जा रहे थे. इसी दौरान भगदड़ होने लगी. भगदड़ हमने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई, लेकिन नगीना देवी और पन्ने निषाद भीड़ में गिर गए और फिर उनकी मौत हो गई. घटना के बाद ग्रुप के अन्य लोगों के नगीना और पन्ने के मौत की जानकारी प्रशासन से मिली.

सीएम ने 25 लाख मुआवजे की घोषणा

जिसके बाद उन्होंने घटना की मृतक के परिवारजनों को दी.घटना की जानकारी होते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई. इस हृदय विदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को शोक में डुबो दिया है. हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिवार को 25-25 लाख के मुआवजे की घोषणा की है.