810 का चम्मच,1247 का जग…सिंगरौली आंगनबाड़ी बर्तन खरीद घोटाले की जांच के लिए समिति का गठन
मध्य प्रदेश के सिंगरौली की 1500 आंगनबाड़ियों के लिए 5 करोड़ रुपये में खरीदे गए बर्तनों की अब जांच की जाएगी. प्रशासन की ओर से जांच कमेटी का गठन किया गया है. रीवा संभाग आयुक्त की अध्यक्षता में ये जांच कमेटी गठित की गई है, जो इस घोटाले का पता लगाएगी.
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से हाल ही में एक मामला सामने आया था , जहां आंगनबाड़ियों के लिए खरीदे गए बर्तनों की कीमत वर्क ऑर्डर में बहुत ज्यादा बताई गई थीं. सिंगरौली की 1500 आंगनबाड़ियों के लिए बर्तन खरीदे गए थे. इन आंगनबाड़ियों के लिए 5 करोड़ रुपये के चम्मच, सर्विंग चम्मच और जग खरीदे गए थे. अब इस घोटाले की जांच रीवा संभाग आयुक्त की अध्यक्षता में की जाएगी, जिनके नेतृत्व में जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है.
रीवा संभाग के संभागीय संयुक्त संचालक, महिला एवं बाल विकास, मुख्यालय के संयुक्त संचालक अमिताभ अवस्थी, वित्त सलाहकार, महिला बाल विकास विभाग की टीमें मिलकर इस मामले की जांच करेंगी कि जहां 20-30 या फिर 100 रुपये में चम्मच मिल जाती है. वहां एक चम्मच आंगनबाड़ियों ने 810 रुपये में कैसे और कहां से खरीदी गई. साथ ही जो जग और सर्विंग चम्मच की कीमत बताई गई हैं. उनको मिलाकर 5 करोड़ में बर्तन खरीदे गए.
1500 आंगनबाड़ियों के लिए बर्तन खरीदे
दरअसल 1500 आंगनबाड़ियों के लिए बर्तन खरीदे गए थे. वर्क आर्डर में बताया गया कि एक चम्मच की कीमत 810 रुपये है. ऐसे में 46,500 चम्मच 3 करोड़ 76 रुपये में खरीदे गए. इनमें एक सर्विंग चम्मच की कीमत 1348 रुपये दिखाई गई और 6200 सर्विंग चम्मच 83 लाख रुपये में खरीदी गईं. यही नहीं पानी पीने वाले एक जग की कीमत 1247 रुपये लगाई गई थी. इस हिसाब से कुल 3100 जग करोड़ 38 लाख रुपये के खरीदे गए. थे.
बदहाली की खबरे सामने आती रहती हैं
आमतौर पर अगर आप कभी बर्तन खरीदने जाएंगे तो खाना खाने वाली एक चम्मच आपको 20-30 या फिर 100 रुपये में मिल जाएगी और एक जग 100 या 200 रुपये में मिल जाएगा, लेकिन यहां एक चम्मच 810 रुपये में खरीदी गई और एक जग 1247 रुपये में खरीदा गया. वही आंगनबाड़ी जहां से अक्सर बदहाली की खबरें सामने आती हैं. कभी बच्चों के लिए बिजली, तो कभी पानी की किल्लत सामने आती रहती हैं.