भ्रष्टाचार के आरोपी पूर्व VC राजेंद्र प्रसाद ने किया सरेंडर, छापेमारी में उनके ठिकानों से मिला था 3 करोड़ कैश

भ्रष्टाचार के आरोपी पूर्व VC राजेंद्र प्रसाद ने किया सरेंडर, छापेमारी में उनके ठिकानों से मिला था 3 करोड़ कैश

मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद ने आखिरकार सरेंडर कर दिया है. कुलपति के ठिकानों पर छापेमारी में तीन करोड़ रुपए कैश मिले थे

भ्रष्टाचार के आरोपी बिहार के मगध यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद ने बुधवार को सरेंडर कर दिया है. पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद फरार चल रहे थे. इससे पहले उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक जमानत के लिए गुहार लगाई थी लेकिन कोर्ट ने उन्हें जमानत नहीं दी. जिसके बाद उन्हें मजबूरन सरेंडर करना पड़ा.पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर भ्रष्टाचार सहित वित्तीय अनियमितता से जुड़े कई आरोप हैं. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए स्पेशल विजिलेंस की टीम लगातार छापामारी कर रही थी. हाल ही में पूर्व कुलपति के यूपी के कई ठिकानों पर SVU ने छापेमारी की थी

जांच एजेंसी ने बोधगया, गोरखपुर, पटना समेत उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी. पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद पर आरोप है कि मगध विश्वविद्यालय के VC रहते उन्होंने 30 करोड़ रुपए का बंदरबांट किया था. उन्होंने टेंडर प्रॉसेस को दरकिनार कर लखनऊ की दो कंपनियों को मगध विश्वविद्यालय में सामान सप्लाई का जिम्मा दिया था

यूपी में भी अहम पदों पर रहे हैं

राजेंद्र प्रसाद यूपी के गोरखपुर के रहने वाले हैं. मगध विश्वविद्यालय के VC बनने से पहले वह प्रयागराज राज्य विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलपति बने थे. इसके बाद से वह चर्चा में आ गए थे. राजेंद्र प्रसाद यूपी में कई अहम पदों पर रह चुके हैं. वह गोरखपुर विश्वविद्यालय के भी कुलपति रहे हैं. मगध विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद उन्हें विशेष निगरानी इकाई ने पूछताछ के लिए कई बार समन जारी किया था, लेकिन वे कभी हाजिर नहीं हुए.

जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट तक गए थे

इसके बाद जब निगरानी ने उनपर शिकंजा कसना तेज कर दिया तो खुद को चारो तरफ से घिरता देख अब उन्होंने सरेंडर किया है.सरेंडर करने से पहले पूर्व कुलपति राजेंद्र प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दी थी लेकिन उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया. कोर्ट ने सरेंडर करने की सलाह दी थी.