महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव में ओवैसी-सपा-बच्चू कडू असली किंगमेकर, जिसका देंगे साथ उसकी बनेगी बात

महाराष्ट्र एमएलसी चुनाव में ओवैसी-सपा-बच्चू कडू असली किंगमेकर, जिसका देंगे साथ उसकी बनेगी बात

Maharashtra MLC Election: विधान परिषद चुनाव में जिस तरह से एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के पास नंबर गेम नहीं है, उसके चलते छोटी पार्टियां सबसे अहम भूमिका में आ गई हैं. सबकी निगाहें असदुद्दीन ओवैसी और बच्चू कडू के विधायकों पर है, क्योंकि इस चुनाव के असली किंगमेकर यही दोनों नेता हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

महाराष्ट्र की 11 विधान परिषद सीटों पर होने वाले चुनाव के लिए आज वोटिंग हो रही है. यह एमएलसी चुनाव बीजेपी और कांग्रेस ही नहीं बल्कि एनडीए बनाम इंडिया गठबंधन के किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है, क्योंकि किसी भी गठबंधन के पास अपने सभी उम्मीदवारों को जिताने के लिए नंबर गेम नहीं है. ऐसे खरीद-फरोख्त से बचने के लिए सभी दलों ने अपने-अपने विधायकों को पिछले तीन दिनों से फाइव स्टार होटलों में ठहरा रखा है और वोटिंग के लिए सीधे विधानसभा पहुंचेंगे. ऐसे में सभी की निगाहें असदुद्दीन ओवैसी और बच्चू कडू के विधायकों पर है, क्योंकि इस चुनाव के असली किंगमेकर यही दोनों नेता हैं?

विधान परिषद की 11 सीटों पर 12 उम्मीदवार मैदान में है. बीजेपी ने पांच और अजित पवार और शिंदे की अगुवाई वाली एनसीपी और शिवसेना ने दो-दो कैंडिडेट उतारे हैं जबकि इंडिया गठबंधन के कांग्रेस, उद्धव की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी से एक-एक उम्मीदवार मैदान में है. बीजेपी से पंकजा मुंडे, डॉ.परिणय फुके, अमित बोरखे, योगेश टिलेकर और सदाभाऊ खोत एमएलसी चुनाव में हैं. शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने पूर्व सांसद भावना गवली और कृपाल तुमाने तो अजित पवार की एनसीपी से शिवाजीराव गर्जे और राजेश विटेकर प्रत्याशी हैं.

वहीं, एमएलसी चुनाव में कांग्रेस से प्रज्ञा सातव, उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी से मिलिंद नार्वेकर और शरद पवार की एनसीपी ने जयंत पाटिल को चुनाव लड़ाया है. शरद पवार औरउद्धव ठाकरे ने मोर्चा संभाल लिया है. कांग्रेस की एक एमएलसी सीट पर जीत तय है, लेकिन उद्धव ठाकरे और शरद पवार के लिए बिना समर्थन जुटाए चुनावी जंग फतह करना आसान नहीं है. उद्धव ठाकरे की पार्टी के 16 विधायक हैं तो शरद पवार के पास 12 विधायक हैं. इस तरह उद्धव को साथ विधायकों का समर्थन चाहिए तो शरद पवार को 11 विधायकों का समर्थन जुटाना होगा.

नंबर गेम में किसे कितने विधायक चाहिए

महाराष्ट्र की विधानसभा में कुल 288 सदस्य हैं लेकिन मौजूदा समय में 274 विधायक हैं. इस लिहाज से एक एमएलसी सीट को जीतने के लिए प्रथम वरीयता के आधार पर कम से कम 23 विधायकों का समर्थन चाहिए. एनडीए के पास बीजेपी 103, एनसीपी 40 और शिवसेना 37 विधायकों के अलावा अन्य छोटे दलों के साथ 203 विधायकों का समर्थन है, लेकिन उसे अपने सभी 9 उम्मीदवारों को जिताने के लिए 207 विधायकों का समर्थन चाहिए. इस तरह 4 विधायक के अतरिक्त वोटों का समर्थन जुटाना होगा.

वहीं, इंडिया गठबंधन के कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (एसपी) के पास 65 विधायक है, जिनमें अगर सपा और लेफ्ट के विधायकों को भी जोड़ लेते हैं तो 69 विधायक होते हैं. इंडिया गठबंधन को अपने तीनों कैंडिडेट को जिताने का पर्याप्त वोट हो रहा है, लेकिन नवाब मलिक और जिशान सिद्दीकी जैसे विधायक अजीत पवार के साथ खड़े हैं. ऐसे में इंडिया गठबंधन को अपनी तीनों सीटें सेफ करने के लिए अतरिक्त विधायकों को समर्थन की व्यवस्था करनी होगी. ऐसे में असदुद्दीन ओवैसी और बच्चू कडू की पार्टी के विधायकों का रोल अहम हो जाता है.

निर्णायक रोल में ओवैसी और बच्चू कडू

विधान परिषद चुनाव में जिस तरह से एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के पास नंबर गेम नहीं है, उसके चलते छोटी पार्टियां सबसे अहम भूमिका में आ गई हैं. एनडीए को निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ एमएनएस, जन सुराज्य शक्ति, पीजेंट्स एंड वर्कर्स पार्टी ऑफ इंडिया और राष्ट्रीय समाज पक्ष के विधायकों का समर्थन है, जिसे मिलाकर ही 203 विधायकों का समर्थन हो रहा है. इसके बाद भी एनडीए को 9 प्रत्याशी जिताने के लिए चार विधायकों का समर्थन चाहिए.

महाराष्ट्र में सपा के 2 के दो विधायक हैं. इसके अलावा एआईएमआईएम के दो और बच्चू कडू की प्रहार जनशक्ती पार्टी के दो विधायक हैं. सपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन महाराष्ट्र में पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबु आसिम आजमी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं. ऐसे ही ओवैसी ने भी अभी स्पष्ट ऐलान नहीं किया है. इसके अलावा बच्चू कडू की प्रहार जन शक्ति पार्टी को लेकर रणनीति साफ नहीं है. इंडिया गठबंधन अगर इन दलों का समर्थन नहीं जुटा पाता है तो उसके लिए अपने कोटे की तीनों सीटें जीतना आसान नहीं होगा. ऐसे में असल किंगमेकर यही दल है, जिनमें सपा को लेकर यह माना जा सकता है कि वह इंडिया गठबंधन के साथ चली जाए, लेकिन ओवैसी और बच्चू कडू की पार्टी के विधायक क्या रोल अदा करेंगे.