Mathurapur Lok Sabha Seat: मथुरापुर में TMC की जीत को रोक पाएगी BJP? तृणमूल लगा चुकी है हैट्रिक

Mathurapur Lok Sabha Seat: मथुरापुर में TMC की जीत को रोक पाएगी BJP? तृणमूल लगा चुकी है हैट्रिक

साल 2024 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने मथुरापुर संसदीय सीट से चौधरी मोहन जटुआ की जगह बाप्पी हल्दर को उम्मीदवार बनाया है, जबकि आईएसएफ ने अजय कुमार दास को उतारा है.

मथुरापुर संसदीय क्षेत्र दक्षिण 24 परगना के डायमंड हार्बर में है. यह ग्रामीण संसदीय इलाका है. यहां करीब 14.61 फीसदी शहरी और 85.39 फीसदी ग्रामीण आबादी है. गंगा नदी जो पश्चिम बंगाल में हुगली नदी के नाम से जानी जाती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है. यह संसदीय सीट पूरी तरह से गंगा डेल्टा में स्थित है, जबकि मथुरापुर का पूर्वी भाग एक समतल मैदानी इलाका है.

मथुरापुर में कुल मतदाताओं की संख्या 16,51,087 है. 2014 के 16वें लोकसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के चौधरी मोहन जटुआ ने इस निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की थी. उन्होंने 2019 में 17वीं लोकसभा में भी जीत हासिल की. वह 2009 से तीन बार से सांसद रहे हैं.

साल 2024 के लोकसभा चुनाव में टीएमसी ने चौधरी मोहन जटुआ की जगह बाप्पी हल्दर को उम्मीदवार बनाया है, जबकि आईएसएफ ने अजय कुमार दास को उतारा है.

मथुरापुर की सभी सात विधानसभा में बीजेपी का कब्जा

मथुरापुर लोकसभा क्षेत्र के अधीन सात विधानसभा क्षेत्र पाथरप्रतिमा, काकद्वीप, सागर, कुलपी, रायदिघी, मंदिरबाजार और मगराहाट पश्चिम हैं. सभी विधानसभा सीटों पर टीएमसी का कब्जा है. काकद्वीप में टीएमसी के विधायक मंटूराम पाखिरा, सागर में टीएमसी के विधायक बंकिम चंद्र हाजरा, कुलपी में टीएमसी के विधायक जोगरंजन हलदर, मंदिरबाजार में टीएमसी विधायक जयदेब हलदर पाथरप्रतिमा में टीएमसी के विधायक समीर कुमार जाना, रायदिघी में टीएमसी के विधायक अलोके जलदता,और मगराहाट में टीएमसी के विधायक गियासुद्दीन मोल्ला हैं.

मथुरापुर लोकसभा सीट का सामाजिक ताना-बाना

2011 की जनगणना के अनुसार, मथुरापुर (एससी) लोकसभा क्षेत्र में साक्षरता दर लगभग 68 प्रतिशत है. मथुरापुर निर्वाचन क्षेत्र में एससी मतदाता लगभग 4,78,815 हैं. एसटी मतदाता करीब 8 हजार 255 हैं. मुस्लिम मतदाता करीब 398,667 हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक, मथुरापुर निर्वाचन क्षेत्र में मतदान केंद्रों की संख्या 1848 है.

चौधरी मोहन जटुआ ने लगाई थी जीत की हैट्रिक

2019 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से तृणमूल कांग्रेस के चौधरी मोहन जटुआ को 7,26,828 वोट मिले थे. उन्होंने अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखा था. बीजेपी के श्यामाप्रसाद हलदर को 5,22,854 वोट मिले. सीपीआई (एम) के डॉ. शरतचंद्र हलदर को 92,417 वोट मिले थे. कांग्रेस के कृतिवास सरदार को 32,324 वोट मिले. एसयूसीआई(सी) के पूर्णचंद्र नैया को 6,692 वोट मिले थे.

2009 से पहले वामपंथियों का था दबदबा

2009 से पहले इस लोकसभा क्षेत्र पर वामपंथियों का दबदबा था. सीपीआईएम ने 1989 से 2009 तक इस केंद्र पर जीत हासिल की. 1962 से 1971 तक यह लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस के कब्जे में था, लेकिन 1971 से यह लेफ्ट के कब्जे में चला गया. हालांकि, 1984 से 1989 तक कांग्रेस सत्ता में लौट आई. मथुरापुर लोकसभा क्षेत्र वर्तमान में अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है.

2014 के लोकसभा चुनाव में इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस के चौधरी मोहन जटुआ को 6,27,761 वोट मिले थे और वह सांसद निर्वाचित हुए थे. लेफ्ट दूसरे स्थान पर था. सीपीआई (एम) के रिंकू नस्कर को 4,89,325 वोट मिले. बीजेपी के तपन नस्कर को 66,538 वोट मिले. कांग्रेस के मनोरंजन हलदर को 47,376 वोट मिले.

बता दें कि मथुरापुर संसदीय सीट के इस इलाके में पहले लेफ्ट का कब्जा था, लेकिन साल 2011 में लेफ्ट की हार के पहले ही इस इलाके में टीएमसी ने अपनी पकड़ बना ली थी और टीएमसी के उम्मीदवारों ने जिला परिषद के चुनाव में जीत हासिल की थी. पिछले तीन लोकसभा चुनाव से टीएमसी के उम्मीदवार लगातार जीत हासिल कर रहे हैं. अब इस चुनाव में क्या बीजेपी या लेफ्ट टीएमसी के उम्मीदवार को पराजित कर पाएंगे. यह चुनाव परिणाम से ही तय होगा.