छत्तीसगढ़ में होली के दिन मंत्री जी के यहां भांग पीकर 400 लोग बीमार
छत्तीसगढ़ सरकार में राम विचार नेता कृषि मंत्री हैं. मंत्री बनने के बाद राम विचार नेता पहली बार अपने गांव सनवाल पहुंचे थे. यहां उन्होंने हाई स्कूल मैदान में होली मिलन समारोह का आयोजन किया था. लोगों ने पहले मंत्री जी के साथ खूब अबीर-गुलाल खेला और भांग वाली ठंडई का आनंद उठाया, लेकिन जब लोग अपने-अपने घर पहुंचे तो पेट दर्द और उल्टी शुरू हो गई.
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के सनवाल हाई स्कूल मैदान में कृषि मंत्री राम विचार नेता ने होली मिलन समारोह आयोजित किया था. इसमें हजारों की संख्या में बीजेपी के कार्यकर्ता और ग्रामीण शामिल होने पहुंचे थे. कार्यक्रम में भांग वाली ठंडई का भी इंतजाम किया गया था. सैकड़ों ग्रामीणों ने इस ठंडई का आनंद उठाया, लेकिन कुछ देर बाद भाग वाली ठंडई पीने वालों को उल्टी-दस्त शुरू हो गई. फूड पॉइजनिंग की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग की इसकी जानकारी दी गई.
सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आई. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आसपास के गांवों में हेल्थ कैंप लगा लोगों का इलाज शुरू किया. बताया जा रहा है कि करीब 400 की संख्या में ग्रामीण फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए हैं. इनमें से कई का इलाज जिला अस्पताल सहित विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है. वहीं अन्य का गांव में ही हेल्थ कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है.
मंत्री ने आयोजित किया था होली मिलन समारोह
छत्तीसगढ़ सरकार में रामानुजगंज विधायक राम विचार नेता कृषि मंत्री हैं. मंत्री बनने के बाद राम विचार नेता पहली बार अपने गांव सनवाल पहुंचे. यहां उन्होंने हाई स्कूल मैदान में होली मिलन समारोह का आयोजन किया था. आसपास के गांव से भारी तादाद में कार्यकर्ता और स्थानीय लोग पहुंचे थे. लोगों ने पहले मंत्री जी के साथ खूब अबीर-गुलाल खेला और खाना खाने के बाद जमकर मौज-मस्ती की, लेकिन शाम को जब लोग घर पहुंचे तो पेट दर्द और उल्टी शुरू हो गई.
लोगों को दूषित भांग पीना पड़ा महंगा
होली मिलन समारोह में हजारों की तादाद में लोग शामिल हुए थे. गुलाल खेलने के साथ-साथ भांग और ठंडाई की भी व्यवस्था की गई थी. लोग मस्ती में झूमते रहे और खूब भांग पी. शाम हुई और लोग घर पहुंचे तो उल्टी, दस्त और पेट दर्द शुरू हो गया. धीरे-धीरे उल्टी-दस्त की चपेट में काफी सारे लोग आ गए और संख्या लगभग 400 पहुंच गई. शाम होते-होते सनवाल के आसपास अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में बेड कम पड़ने लगे. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव में कैंप लगाकर लोगों का इलाज शुरू किया.
चिकित्सा अधिकारी ने क्या कहा?
बलरामपुर जिले के मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बसंत सिंह ने बताया कि लूज मोशन और उल्टी के करीब 150 मरीजों की पहचान हुई थी, जिसमें 102 मरीजों का उपचार किया जा रहा है और 40 से 45 मरीजों का उपचार कर डिस्चार्ज किया गया है. एंबुलेंस और डॉक्टर की टीम मामले को गंभीरता से लेते हुए एक्टिव मोड पर है. गांवों में हेल्थ कैंप लगाकर भी इलाज किया जा रहा है.