Mumbai Hoarding Collapse: पत्नी के साथ पेट्रोल भरवा रहे थे पूर्व GM, कार पर गिर गई होर्डिंग… 55 घंटे बाद मिला दोनों का शव

Mumbai Hoarding Collapse: पत्नी के साथ पेट्रोल भरवा रहे थे पूर्व GM, कार पर गिर गई होर्डिंग… 55 घंटे बाद मिला दोनों का शव

घाटकोपर होर्डिंग हादसे में मुंबई एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) के पूर्व जीएम और उनकी पत्नी का शव 55 घंटे बाद मलबे में बरामद हुआ. पूर्व जीएम अपनी पत्नी के साथ वीजा के काम से मुंबई आए थे. दोनों पेट्रोल भरवाने के लिए पंप पर रुके थे, तभी आंधी-तूफान में होर्डिंग गिर गई और उनकी कार मलबे के नीचे दब गई.

मुंबई के घाटकोपर होर्डिंग हादसे के चौथे दिन NDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया. इस हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 41 लोगों का अभी भी अस्तपाल में इलाज चल रहा है. वहीं 34 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. पेट्रोल पंप के पास मलबा हटाने का काम चल रहा है. हादसे के चौथे दिन रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मुंबई हवाई अड्डे पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल के पूर्व महाप्रबंधक मनोज चंसोरिया (60) और पत्नी अनिता चंसोरिया (59) का शव उनकी कार से बरामद हुआ.

मनोज चंसोरिया अपनी पत्नी अनिता के साथ वीजा संबंधी काम से जबलपुर से मुंबई आए थे. दोनों पति-पत्नी सोमवार को काम खत्म कर वापस जबलपुर जा रहे थे. हादसे वक्त वह घाटकोपर पेट्रोल पंप पर अपनी कार में पेट्रोल भराने के लिए रुक रहे थे, लेकिन वह उनका आखिरी दिन साबित हुआ. इसी दौरान आए तूफान के कारण पेट्रोल पंप पर लगा बड़ा होर्डिंग गिर गया. इसमें उनकी कार कुचल गई. इस हादसे में पति-पत्नी दोनों की मौत हो गई.

मुंबई एयरपोर्ट पर एक जनरल मैनेजर थे

मनोज चंसोरिया मुंबई एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक में जनरल मैनेजर के पद पर कार्यरत थे. वह इसी साल मार्च में रिटायर हुए थे. उनका इकलौता बेटा अमेरिका में रहता है. वह अमेरिका से अपने पिता को फोन कर रहा था, लेकिन वे फोन नहीं उठा रहे थे. लड़के ने शिकायत की तो पुलिस ने उसकी मोबाइल लोकेशन जांची, जो घाटकोपर के एक पेट्रोल पंप पर दिखी. पुलिस को मलबे के नीचे से मनोज का मोबाइल फोन मिला, लेकिन मनोज और उनकी पत्नी की कार मलबे में दब गई.

मुंबई पुलिस ने अनहोनी की आशंका जताते हुए मनोज के बेटे को इसकी जानकारी दी. इस पर बेटे ने अपने अन्य परिजनों को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे. हर कोई मलबा हटने का इंतजार कर रहा था. आखिरकार बुधवार रात करीब 12 बजे मनोज और उनकी पत्नी अनिता का शव बरामद हुआ. वे दोनों अपनी लाल कार के नीचे कुचल गए थे.

55 घंटे बाद मिला पति-पत्नी का शव

पुलिस ने बताया कि बिना गैस कटर के इसे हटाना संभव नहीं था. उस जगह पर पेट्रोल पंप होने के कारण गैस कटर का इस्तेमाल करना खतरनाक था. गैस कटर का उपयोग न होने के कारण मलबा हटाने में देरी हुई. आखिरकार 55 घंटे बाद मनोज चंसोरिया और उनकी पत्नी अनिता चंसोरिया का शव मिला.