जम्मू-कश्मीर: सीटों को लेकर उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती आमने-सामने, क्या एलायंस में बढ़ गई दरार?
पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने कहा, उमर अब्दुल्ला ने गोल पोस्ट बदलकर पीएजीडी बनाम बीजेपी को अब नेशनल कांफ्रेंस बनाम पीडीपी बना दिया. पूर्व सीएम ने कहा कि पहले की तरह पीएजीडी में जब किसी कदम के लिए फारूक अब्दुल्ला का फोन आता था और विचार विमर्श किया जाता था, वैसा इस बार नहीं देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि उमर अब्दुल्ला ने खुद पीएजीडी को तोड़ने का काम किया है.
जम्मू कश्मीर में नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी के बीच एक दूसरे को लेकर टिका-टिप्पणी तेज होती जा रहा है. इसकी वजह पीएजीडी समेत इंडिया एलायंस के इन दोनों दलों में दरार बढ़ती जा रही है. एक तरफ जहां उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी पर सीधा हमला बोला है तो वहीं, दूसरी ओर पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी सख्त लहजे में पलटवार किया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए महबूबा मुफ्ती ने तो उमर अब्दुल्ला पर 5 साल पहले कई छोटे दलों को मिलाकर बनाए गए एक पीएजीडी ग्रुप को तोड़ने का भी आरोप लगाया.
उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि पीडीपी के नेताओं ने कई बार सोशल मीडिया पर नेशनल कांफ्रेंस पे निशाना साधा हैं. यहां तक की पीडीपी के स्थापना दिवस पर नेशनल कांफ्रेंस के चुनाव चिन्ह ‘हल’ तक को निशाना बनाते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल होता हैं. यहां तक कि पाकिस्तान के चुनाव के लिए उदाहरण के रूप में नेशनल कांफ्रेंस को इस्तेमाल किया जाता रहा हैं.
‘कांग्रेस होती तो कुछ सोचते थे, लेकिन…’
वहीं, सीट शेयरिंग को लेकर उमर अब्दुल्ला ने कहा, बीते लोकसभा चुनाव में पीडीपी अनंतनाग सीट में कांग्रेस से पीछे थी या फिर तीसरे नंबर पर थी. दूसरे नंबर के लिए अगर सीट छोड़नी पड़ती तो वह किसी हद तक मुमकिन था. अब अगर तीसरे नंबर के लिए छोड़ने को कहा जाए तो ऐसा कैसे हो सकता है.
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उमर अब्दुल्ला ने कहा, अगर उन्हें पता होता कि इंडिया एलायंस में शामिल होकर उन्हें अपनी ही जमात को कमजोर करने को कहा जाएगा तो वह गठबंधन में शामिल नहीं होते. उनके अनुसार अगर कांग्रेस से राहुल, सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी अनंतनाग सीट से खुद लड़ने को कहेंगे तो वह यह सीट उनके लिए छोड़ सकते हैं लेकिन तीसरे नंबर पर रही पीडीपी के लिए नहीं.
महबूबा मुफ्ती ने किया पलटवार
वहीं, पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने उमर अब्दुल्लाह के इस बयान पर पलटवार किया. उन्होंने उमर को पीऐजीडी तोड़ने का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बीजेपी सरकार जिस एकजुटता को 5 अगस्त 2019 से तोड़ने में विफल रही थी उसको उमर ने अपने शब्दों से काफी आहत किया हैं. उन्होंने कहा कि वो इंडिया गठबंधन के बाकी दलों से बातचीत करने के बाद आगे की स्थिति साफ करेगी.