New Delhi Lok Sabha Seat: नई दिल्ली सीट पर नए उम्मीदवार के साथ बीजेपी, क्या इस बार भी बजेगा डंका?

New Delhi Lok Sabha Seat: नई दिल्ली सीट पर नए उम्मीदवार के साथ बीजेपी, क्या इस बार भी बजेगा डंका?

नई दिल्ली लोकसभा सीट पर इस बार मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच. बीजेपी ने यहां से बांसुरी स्वराज को टिकट दिया है तो आप ने सोमनाथ भारती को. सोमनाथ इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार होंगे. बीजेपी यहां पर 2014 से जीत दर्ज करते आई है. 2014 और 2019 के चुनाव में मीनाक्षी लेखी ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उनका टिकट कट गया है.

नई दिल्ली लोकसभा सीट वीवीआईपी सीट रही है. ये दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक है. साल 1951 में नई दिल्ली लोकसभा सीट अस्तित्व में आई. यहां अब तक 6 बार कांग्रेस और 5 बार बीजेपी को जीत मिली है. नई दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत विधानसभा की 10 सीटें आती हैं. पिछले दो लोकसभा चुनाव में यहां पर बीजेपी को जीत मिली है. मीनाक्षी लेखी नई दिल्ली की सांसद हैं. इस बार उनका टिकट कट गया है. बीजेपी ने इस बार यहां से बांसुरी स्वराज को उतारा है. बांसुरी पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी की दिग्गज नेता रहीं सुषमा स्वराज की बेटी हैं. बांसुरी स्वराज का मुकाबला आम आदमी पार्टी के सोमनाथ भारती से होगा.

2019 लोकसभा चुनाव के नतीजे

2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की मीनाक्षी लेखी ने जीत हासिल की थी. उन्हें 5 लाख 3 हजार वोट मिले थे. मीनाक्षी लेखी के सामने कांग्रेस के अजय माकन थे. उन्हें 2 लाख 47 हजार वोट मिले थे. मीनाक्षी लेखी 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थीं. मीनाक्षी लेखी को इस जीत का इनाम भी मिला और वह मोदी सरकार में मंत्री बनीं.

नई दिल्ली लोकसभा सीट का इतिहास

नई दिल्ली लोकसभा सीट साल 1951 में अस्तित्व में आई. यहां पर हुए पहले चुनाव में सुचेता कृपलानी ने जीत हासिल की थी. उन्होंने 1957 के चुनाव में भी जीत दर्ज की. हालांकि 1962 के चुनाव में कांग्रेस ने यहां से उम्मीदवार बदल दिया और मेहर चंद खन्ना को टिकट दिया. उन्होंने पार्टी को निराश नहीं किया और जीत हासिल की. बीजेपी को यहां पर पहली जीत 1991 में मिली. उस चुनाव लालकृष्ण आडवाणी ने कांग्रेस के राजेश खन्ना को शिकस्त दी थी. 2004 तक ये सीट बीजेपी के पास ही रही. 2004 के चुनाव में कांग्रेस के अजय माकन ने यहां पर बीजेपी की जीत का सिलसिला तोड़ा और कांग्रेस की वापसी कराई. इसके बाद 2009 के चुनाव में भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की. हालांकि इसके बाद से कांग्रेस ने यहां पर जीत का स्वाद नहीं चखा है. 2014 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.

नई दिल्ली में कितने वोटर्स

नई दिल्ली क्षेत्र में कुल 14 लाख से ज्यादा वोटर्स हैं. इसमें से 8 लाख 30 हजार पुरुष और 6 लाख 59 हजार महिला मतदाता हैं. नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में मुस्लिम धर्म के 6.1 प्रतिशत लोग रहते हैं. वहीं, एससी वर्ग के 21.14 प्रतिशत, सिख 3.08 प्रतिशत रहते हैं. इस क्षेत्र में सरकारी कर्मचारियों की अच्छी खासी संख्या है. सरोजनी नगर, लक्ष्मीबाई नगर, आईएनए जैसे इलाके नई दिल्ली सीट में ही आते हैं.

कब किसे मिली जीत?

1951- सुचेता कृपलानी (केएमपीपी) 1957-सुचेता कृपलानी (कांग्रेस) 1962- मेहर चंद खन्ना (कांग्रेस) 1967- एमएल सोंढी (भारतीय जनसंघ) 1971- मुकुल बनर्जी (कांग्रेस) 1977- अटल बिहारी वाजपेयी (बीएलडी) 1980- अटल बिहारी वाजपेयी (जेएनपी) 1984- केसी पंत (कांग्रेस) 1991- लालकृष्ण आडवाणी (बीजेपी) 1996-जगमोहन (बीजेपी) 1998- जगमोहन (बीजेपी) 1999- जगमोहन (बीजेपी) 2004- अजय माकन (कांग्रेस) 2009- अजय माकन (कांग्रेस) 2014- मीनाक्षी लेखी (बीजेपी) 2019- मीनाक्षी लेखी (बीजेपी)