जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को झटका, पूर्व विधायक समेत कई समर्थक BJP में शामिल

जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को झटका, पूर्व विधायक समेत कई समर्थक BJP में शामिल

बीजेपी नेता देवेंदर राणा ने कहा कि हाजी हुसैन के शामिल होने से गुर्जर समुदाय में पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी. उन्होंने आगे कहा, "गुर्जरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यह विश्वास बनाया किया है क्योंकि वे सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से आश्वस्त हैं."

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक हलचल लगातार बनी हुई है. नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के सीनियर नेता और 2 बार विधान परिषद के सदस्य रहे हाजी मोहम्मद हुसैन शनिवार को जम्मू में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए. उनके साथ कई अन्य समर्थक भी बीजेपी में शामिल हुए हैं.

पार्टी के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि गुज्जर समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मोहम्मद हुसैन का बीजेपी के राज्य महासचिव (संगठन) अशोक कौल और वरिष्ठ नेता देवेंदर राणा ने पार्टी में स्वागत किया. अपने समर्थकों के साथ हुसैन के बीजेपी में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए, कौल ने कहा कि गैर-बीजेपी सरकारों ने वोट बैंक की राजनीति के लिए गुर्जर बिरादरी का जमकर शोषण किया था और उनके कल्याण और खुशहाली के लिए व्यावहारिक तौर पर कुछ नहीं किया गया.

गुर्जर समुदाय की पार्टी की स्थिति होगी मजबूतः राणा

उन्होंने यह भी कहा, “हर गुजरते दिन के साथ, अन्य दलों के वरिष्ठ नेता बीजेपी के प्रति अपनी वफादारी बदल रहे हैं और पार्टी में शामिल होते जा रहे हैं. पार्टी के ये नए कार्यकर्ता लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की वापसी सुनिश्चित करने का संकल्प भी ले रहे हैं.”

देवेंदर राणा ने कहा कि हाजी हुसैन के शामिल होने से गुर्जर समुदाय में पार्टी की स्थिति और मजबूत होगी. उन्होंने आगे कहा, “गुर्जरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में यह विश्वास बनाया किया है क्योंकि वे सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों से आश्वस्त हैं. गुर्जर इस तथ्य से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि मोदी सरकार ने वास्तविक अर्थों में उनके समुदाय के विकास के लिए तेज गति से काम किया है.”

पार्टी में ज्वाइनिंग कार्यक्रम की कार्रवाई देखने वाले कुलदीप दुबे ने बताया कि पार्टी में शामिल होने वाले आम लोगों और नेताओं की बढ़ती संख्या से पार्टी की ताकत तथा क्षमता दोनों बढ़ेंगी.