पहले गुंडों की सरकार थी और अब बुलडोजर की, ओमप्रकाश राजभर का अखिलेश पर निशाना

पहले गुंडों की सरकार थी और अब बुलडोजर की, ओमप्रकाश राजभर का अखिलेश पर निशाना

गाजीपुर न्यूज: सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि गायत्री प्रजापति के घर जाने से अखिलेश यादव को समाज का वोट नहीं मिलेगा. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को गुंडों की सरकार कहा जाता था, जबकि इस सरकार को बुलडोजर की सरकार कहा जा रहा है.

गाजीपुर: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने गायत्री प्रजापति के घर जाने पर अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि गायत्री के घर जाने से अखिलेश यादव को प्रजापति समाज का वोट नहीं मिल सकता. यह वोट तो पहले भागीदारी पार्टी के प्रेमचंद प्रजापति के पास ट्रांसफर हो चुका है. गाजीपुर के जहुराबाद से विधायक ओमप्रकाश राजभर आज अपने समाज के दो युवक जो सड़क दुर्घटना में मौत के बाद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे.

इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछली सरकार को गुंडों की सरकार कहा जाता था, आज की सरकार को बुलडोजर की सरकार कहा जा रहा है. पीड़ित परिवार से मुलाकात के दौरान ओमप्रकाश राजभर खूब सांत्वना दी. कहा कि वह दुख की इस घड़ी में वह परिवार के साथ हैं और आगे भी रहेंगे. इस मौके पर उन्होंने मीडियो सभी खुल कर बात की. कहा कि अखिलेश यादव ने पहले गायत्री प्रजापति को जेल भेजा और अब उनके घर जाकर राजनीति कर रहे हैं. लेकिन इससे कोई फायदा नहीं होने वाला.

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उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जब सत्ता में थे तब उन्हें अति पिछड़े और पिछड़े याद नहीं आए. अब पिछड़ा साथ छोड़ कर आगे बढ़ गया तो वह दगे कारतूस बटोर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति लंबे समय से जेल में हो और किसी के दुख सुख में शामिल ना हो उस व्यक्ति के यहां जाने से प्रजापति समाज उन्हें वोट नहीं देगा.

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जो अच्छा करे उसकी तारीफ

ओमप्रकाश राजभर कभी कांग्रेस की तारीफ करते हैं तो कभी बसपा व बीजेपी के कसीदे गढ़ने लगते हैं. हालांकि इस बात पर उन्होंने सफाई भी दी. कहा कि पहले तो आप लोग कंफ्यूज मत होइए, हम क्या बोलते हैं उसे समझिए. कहा कि आजादी के बाद सबसे अधिक फैक्ट्री रेल रेलवे लाइन सड़कें यदि किसी ने बनाया तो वह कांग्रेस पार्टी है. इसे कोई झुठला नहीं सकता है. इसी प्रकार लखनऊ को किसी ने बनाया तो वह मायावती हैं. कांग्रेस अपराधियों को टिकट नहीं देती है.

लेकिन बसपा अपराधियों को टिकट देती है. पहले कांग्रेस पार्टी वाले अपराधी पालते थे गरीबों की वोट लटने के लिए. जब से सपा बसपा भाजपा आई है तब से अपराधियों को इधर भी टिकट मिलने लगा. अब जब अपराधी खुद देख लिए कि वह वोट लूटकर नेता बना सकते हैं तो खुद भी नेता बन सकते हैं.

थानों में रजिस्टर नंबर आठ देखे सरकार

अपराधियों के प्रदेश छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अपराधियों को संरक्षण राजनीतिक पार्टियां दे रही हैं. उदाहरण के तौर पर विकास दुबे की घटना नहीं हुई होती तो विकास दुबे के खिलाफ कार्रवाई भी नहीं होती. इलाहाबाद में उमेश पाल के हत्या नहीं हुई होती तो क्या वहां के माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई होती, गोंडा में यदि माफिया के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तो यहां कुछ होता, मैनपुरी में भी अपराध के बाद सरकार जागती है. उन्होंने कहा कि सरकार अपने थानों में रजिस्टर नंबर 8 देख ले, पता चल जाएगा कि कितने अपराधी प्रदेश छोड़ चुके हैं.