PM मोदी के जन्मदिन पर दुनिया के सबसे बड़े देग में बना लंगर, ख्वाजा के दर पर मांगी दुआएं

PM मोदी के जन्मदिन पर दुनिया के सबसे बड़े देग में बना लंगर, ख्वाजा के दर पर मांगी दुआएं

ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह शरीफ पर पीएम मोदी के जन्मदिन मनाने के लिए आईएमएफ के पदाधिकारी एवं चिश्ती फाउंडेशन के पदाधिकारी सहित खुद्दामे ख्वाजा मौजूद रहे. अफसान चिश्ती ने बताया कि 4 हजार किलो शाकाहारी मीठा लंगर इस देग में पकाया गया, जो कि श्रद्धालुओं सहित अलग अलग गरीब बस्तियों में पहुंचाया जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जन्मदिन देशभर में धूमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर कई जगह कार्यक्रम आयोजित किए गए. अजमेर स्थित ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर पीएम मोदी के लिए दुआएं की गई. वहीं, दरगाह में रखी बड़ी देग में 4000 किलो शाकाहारी लंगर बनाया गया. इसे गरीबों में वितरित किया गया.

अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह की बड़ी देग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 74 वें जन्मदिन और सेवा पखवाड़ा के संयोजन में 4000 किलोग्राम शाकाहारी लंगर भोजन तैयार किया गया. इसे चावल, घी, चीनी और सूखे मेवे से बनाया गया. रात भर मेहनत कर इसे पकाया गया. बड़ी देग को मुगल बादशाह अकबर ने दरगाह शरीफ पर भेंट किया गया था.

बड़ी देग में बना शाकाहारी लंगर

ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह पर 17 सितंबर को पीएम मोदी के जन्मदिन पर उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना की गई. वहीं, लंगर का आयोजन इंडियन माइनॉरिटी फाउंडेशन और अजमेर शरीफ के चिश्ती फाउंडेशन द्वारा किया गया. अजमेर दरगाह के गद्दीनशीन सैयद अफशान चिश्ती ने जानकारी देते हुए बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर सेवा पखवाड़े के तहत इंडियन माइनॉरिटी फाउंडेशन और चिश्ती फाउंडेशन द्वारा दरगाह में बड़ी देग का लंगर खुद्दामे ख्वाजा की वकालत में आयोजित किया गया.

उन्होंने बताया कि यह पहला अवसर है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर अजमेर दरगाह में ऐसा आयोजन किया गया है. इस मौके पर महफिल-ए -समा कव्वाली का भी आयोजन हुआ. दरगाह के शाही कव्वालो ने सूफियाना कलाम पेश किए गए.

मुगल बादशाह अकबर ने की थी भेंट

अजमेर की ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह पर जिस बड़ी देग में पीएम मोदी के जन्मदिन पर शाकाहारी लंगर बनाया गया वह मुगल बादशाह अकबर ने भेंट की थी. बादशाह अकबर ने यह देग ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह को चित्तौड़गढ़ जीतने के बाद भेंट की थी. यह देग काफी बड़ी है और इसमें करीब 80 मन लंगर एक साथ बनाया जा सकता है. इसे दुनिया की सबसे बड़े बर्तन के रूप में भी जाना जाता है. इस देग में बनने वाला लंगर शाकाहरी होता है और इसे चावल, दूध, चीनी और मेवा से तैयार किया जाता है. इस देग का इस्तेमाल खास तौर पर उर्स के दौरान किया जाता है.

रिपोर्ट-राजकुमार/अजमेर