रत्नागिरी के जंगलों में मिला सफेद तेंदुए का बच्चा, देख वन विभाग भी हैरान

महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में तेंदुए का एक दुर्लभ सफेद रंग का शावक देखा गया है. यह शव संगमेश्वर तालुके के दाभोले गांव के पास जंगलों में देखा गया है, जहां काजू के बागान में पेड़ काटने का काम चल रहा था.
महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले में जंगल के पास एक दुर्लभ तेंदुआ का बच्चा देखा गया है, जो कि देखने में बेहद खूबसूरत और अद्भुत था. तेंदुए का ये बच्चा बिल्कुल सफेद रंग का था. इस दौरान उसके साथ एक सामान्य शावक भी देखा गया है. वन विभाग ने इन शावकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में कैमरा ट्रैप लगाए हैं. इस शावकों के फोटो इन दिनों तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिन्हें लोग खूब पसंद कर रहे हैं.
रत्नागिरी में संगमेश्वर तालुका के दाभोले गांव के पास जंगलों में काजू के बागान के लिए पेड़ों की कटाई का काम चल रहा था. इसी दौरान सुबह पेड़ काटने के बाद मजदूरों ने तेंदुए के दो शावकों को देखा था. इनमें से एक रंग बिल्कुल सफेद है. वहीं, दूसरी शावक बिल्कुल सामान्य है. अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि तेंदुए का बच्चा ‘ल्यूसिस्टिक’ है या ‘एल्बिनो’, जिसका अर्थ है कि उसकी त्वचा का रंगद्रव्य (मेलेनिन) कम हो गया है.
मजदूरों ने देखा दुर्लभ तेंदुए का शावक
क्योंकि इस शावक की आंखें अभी तक खुली नहीं हैं. हालांकि, पहली बार महाराष्ट्र में एक सफेद तेंदुए का बच्चा पाया गया है. इन तेंदुए के बच्चों की आंखें भी नहीं खुली थीं. कर्मचारियों ने तुरंत शावकों की तस्वीर ले ली. हालांकि, उसी समय पास में मौजूद मादा शावक ने उन पर हमला कर दिया, जिससे डर कर वह सभी लोग मौके से भाग गए थे. इसके बाद मजदूरों ने तेंदुए के बच्चों के बारे में रत्नागिरी वन विभाग को सूचना दी थी.
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ट्रैप कैमरे से की जा रही निगरानी
मामले की जानकारी होते ही वन विभाग की तुरंत मौके पर पहुंच गई है, लेकिन तब तक मादा तेंदुआ अपने बच्चों को दूसरे स्थान पर ले जा चुकी थी. हालांकि, मजदूरों ने वन विभाग के अधिकारियों को सफेद तेंदुए की फोटो दिखाई, जिसे देखकर वह सभी हैरान रह गए. वन विभाग ने इन शावकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए क्षेत्र में ट्रैप कैमरे लगाए हैं.