इन कामों को करने पर शनिदेव हो जाते हैं रुष्ट, अशुभ द्दष्टि से छीन लेते हैं सुख-चैन
ज्योतिष में शनि ग्रह का विशेष महत्व होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या हर व्यक्ति के जीवन में आती है. शनिदेव न्याय के देवता माने जाते हैं इसलिए यह किसी अन्य के साथ अन्याय होते देखते हे तो ये बेहद क्रोधित हो उठते हैं.
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर काफी असर डालता है. सभी ग्रह अपने कारत्व के अनुसार जातकों को शुभ और अशुभ दोनों ही तरह का फल देते हैं. ज्योतिष में शनि ग्रह का विशेष महत्व होता है. कुंडली में शनि की स्थिति जातक को मालामाल भी बनाता है और तमाम तरह के कष्ट भी देता है. शनिदेव को न्याय और कर्मफलदाता माना जाता है. यह व्यक्ति के अच्छे और बूरे कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या हर व्यक्ति के जीवन में आती है.
साढ़ेसाती के प्रभाव से व्यक्ति को कई तरह की आर्थिक, मानसिक और शारीरिक कष्टों का सामना करना पड़ता है. शनिदेव न्याय के देवता माने जाते हैं इसलिए यह किसी अन्य के साथ अन्याय होते देखते हे तो ये बेहद की क्रोधित हो उठते हैं और उस पर अपनी अशुभ द्दष्टि डालकर उसका सबकुछ छीन लेते हैं. आइए जानते हैं शनिदेव कब-कब रुष्ट हो सकते हैं.
असहायों और गरीब को प्रताड़ित करने पर
शनिदेव हमेशा ही गरीबों और असहाय व्यक्तियों पर अपनी शुभ द्दष्टि डालते हैं. ज्योतिष में शनिदेव गरीब और असहाय के कारक माने जाते हैं. ऐसे में कभी भी किसी असहाय व्यक्ति को परेशान नहीं करना चाहिए नहीं तो शनिदेव की अशुभ द्दष्टि के कोपभाजन का शिकार होना पड़ता है. जो लोग गरीबों की मदद करते हैं उन पर शनिदेव हमेशा प्रसन्न रहते हैं.
बेजुबान जानवर को परेशान करने पर
अक्सर लोग बेजुबान जानवरों को अपने मनोरंजन के लिए उन्हें मारते-पीटते रहते हैं. खाततौर पर कुत्ते को बिलकुल ही नहीं परेशान करना चाहिए क्योंकि कुत्ते में शनिदेव का वास माना जाता है. जो लोग जानवर को प्यार और उन्हें खाना खिलाते हैं शनिदेव उन पर प्रसन्न होते हैं. अगर आप किसी बेजुबान जानवरों को परेशान करेंगे तो शनिदेव की अशुभ छाया आपके ऊपर जरूर पड़ेगी.
बुरे कर्म करने पर
जो लोग हमेशा इस कोशिश में रहते हैं कि दूसरों का नुकसान करके अपना हित साधा जाय शनिदेव उन पर कभी भी प्रसन्न नहीं होते हैं. जो लोग दूसरों के प्रति छल और कपट की भावना रखते हैं. शनिदेव की अशुभ छाया पड़ने से व्यक्ति को धन हानि और शारीरिक परेशानियां मिलती है. शनिदेव अच्छे कर्म करने पर प्रसन्न होते हैं बूरे कर्म करने पर कष्ट देते हैं. इसलिए कभी भी किसी दूसरे का हक नहीं मारना चाहिए.
महिलाओं का अपमान करने पर
जो लोग अक्सर महिलाओं को बुरा-भला कहते हैं. उनका हर समय अपमान करते हैं और बुरी नजर रखते हैं शनिदेव कभी भी शुभ द्दष्टि नहीं डालते हैं. इसके अलावा जो लोग देवी-देवताओं की कभी भी पूजा नहीं करते हैं और अपमान करते हैं उन पर शनिदेव नाराज रहते हैं.
शनिदेव के नाराज होने के संकेत
– जब आपके बनते हुए काम अचानक से बिगड़ने लगते हैं तो समझ जाएं कि आपके ऊपर शनि की अशुभ छाया है. – जब आपकी सेहत खराब होने लगे और इलाज करने के बावजूद बीमारी ठीक न होने पाए. – अचानक किसी मामले में आपका वाद-विवाद होने लगे और मामला कोर्ट-कचहरी में पहुंच जाए. – बेवहजह के खर्चे और चीजों का नुकसान होने लगे.