बंद करो भजन नहीं तो भुगतने होंगे अंजाम… फिर से खालिस्तानियों के निशाने पर हिंदू मंदिर

बंद करो भजन नहीं तो भुगतने होंगे अंजाम… फिर से खालिस्तानियों के निशाने पर हिंदू मंदिर

ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे देशों में हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. खालिस्तानी समर्थक हिंदू देवी देवताओं के मंदिर में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दे रहे हैं.

ऑस्ट्रेलिया में पिछले कुछ समय से हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जा रहा है. उसके मंदिरों को तोड़ा-फोड़ा जा रहा है. ताजा मामला मेलबर्न का है. खालिस्तानियों ने इस बार यहां के एक काली माता टेंपल को निशाना बनाया. उसे तोड़ने की धमकी दी. मंदिर के पुजारी ने इस बात की जानकारी दी.

उन्होंने कहा कि खालिस्तानी समर्थक मंदिर में भजन बंद करने की धमकी दे रहे हैं. साथ ही मंदिर को तोड़ने की भी बात कह रहे हैं. काली माता मंदिर ने पुजारी ने कहा, ‘किसी अनजान शख्स ने उन्हें मंदिर में भजन को कैंसिल करने की बात कही. साथ ही ये भी कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो इसके परिणाम भुगतने होंगे.’

मंदिर के पुजारी ने कही ये बात

स्थानीय मीडिया से बातचीत में पुजारी भावना ने कहा, ‘मैंने उस अनजान शख्स से कहा कि भाई जी यह मां काली का मंदिर है. हमारे गुरुजी भी यहां भजन किया करते थे. कोई यहां आकर लड़ाई क्यों करेगा.’ मंदिर के पुजारी ने आगे कहा, ‘फोन करने वाले ने कहा कि उसका काम चेतावनी देना था.’

ऑस्ट्रेलिया में हिंदूओं पर हमला

ऑस्ट्रेलिया में इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है, इससे पहले भी हिंदुओं और हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया है. वहां तोड़फोड़ की गई है. मंदिर के बार खालिस्तान समर्थक नारेबाजी करते रहे हैं. वहां खालिस्तानी नारे को लिखा जा रहा है. पिछले महीने 15 दिन के अंदर तीन मंदिरों में तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया था. मंदिरों के दीवार पर भारत विरोधी नारे लिखे गए थे.

कनाडा में भी हिंदू मंदिर को बनाया गया निशाना

वहीं, एक दिन पहले बुधवार को कनाडा के मिसिसॉगा में एक राम मंदिर को निशाना बनाया गया था. मंदिर के दीवारों पर भारत विरोधी कुछ चित्र प्रदर्शित किए गए थे. इस घटना के बाद वहां आक्रोश फैल गया. इसके बाद टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने त्वरित कार्रवाई का आह्वान किया. कनाडा में खालिस्तानी समर्थक काफी एक्टिव हैं. वहां से भी अक्सर इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं.

वहीं कुछ दिन पहले बांग्लादेश के ढाका में 14 हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया गया था. 5 फरवरी को इस घटना को अंजान दिया गया था.