वाह रे पाकिस्तान! मुर्गी के अंडे नसीब नहीं तो मोरनी के अंडों पर नजर, पूछ रहे ‘हलाल या हराम’

वाह रे पाकिस्तान! मुर्गी के अंडे नसीब नहीं तो मोरनी के अंडों पर नजर, पूछ रहे ‘हलाल या हराम’

पाकिस्तान की आर्थिक हालत पूरी तरह से चौपट हो गई है. अर्थव्यस्था गर्त में चली गई है. गरीब की जनता को भरपेट भोजन नहीं मिल रहा है और कुछ लोग ऐसे हैं जो मोरनी के अंडे को खाने की बात कर रहे हैं.

कंगाली की कगार पर खड़े पाकिस्तान की गरीब जनता को रोटी नसीब नहीं हो रही है और दूसरी तरफ कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनकी नजर मोरनी के अंडों पर टिकी है. सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें एक मौलवी से मोरनी के अंडों के बारे में सवाल किया जा रहा है. सवाल को सुनकर मौलवी भी हैरान रह गया और कहने लगा यहां रोटी के लाले पड़े हैं और तुम जनाब मोरनी के अंडों की बात कर रहे हो.

दरअसल, सोशल मीडिया पर मौलवी सवालों का जवाब दे रहा था. इस बीच रावलपिंडी के रहने वाले आसिफ नाम के शख्स ने मौलवी से मोरनी के अंडों को लेकर सवाल कर दिया. आसिफ ने पूछा कि क्या मोरनी के अंडे खाना हराम है यहा हलाल? इसके बाद मौलवी ने शायराना अंदाज में जवाब देते हुए कहा, आसिफ भाई पानी-वानी की बात करते हो, दिल जलाने की बात करते हो, छह महीने से मुंह नहीं धोया और तुम नहाने की बात करते हो.

अपने खर्चे पर खाने की नसीहत

ज्योत जीत नाम ट्विटर यूजर्स की ओर से शेयर किए गए वीडियो में मौलवी आगे कहता है कि लोगों को मुर्गी के अंडे और गरीबों को खाने के लिए रोटी नहीं मिल रहे हैं और आप मोरनी के अंडे की बात कर रहे हो. बहरलाल मोरनी भी हलाल, मोरनी का अंडा भी हलाल है, खाएं अपने खर्चे पे. सोशल मीडिया पर इस वीडियो की जमकर चर्चा हो रही है. मौलवी का जवान हंस रहे हैं और उस शख्स के मजे ले रहे हैं जिसने यह सवाल किया था.

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बता दें कि पाकिस्तान की आर्थिक हालत काफी खराब हो गई है. देश में महंगाई आसामान छू रही है. पेट्रोल-डीजल की कीमत 300 रुपए लीटर के करीब पहुंच गई है. पाकिस्तान की आर्थिक हालत का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि वहां आटा महंगा और जान सस्ती हो गई है. पाकिस्तान की सरकार देश की अर्थव्यवस्था को पटरी लाने के लिए आईएमएफ से लोन लेने की जुगत में लगी हुई है लेकिन अभी तक हरी झंडी नहीं मिली है.