तुर्की और सीरिया के भूकंप से Twitter करेगा मोटी कमाई, ये है Elon Musk का पूरा प्लान
Turkey Earthquake: बचाव और राहत कार्यों में मदद के लिए सॉफ्टवेयर वॉलंटियर्स भी सामने आए हैं. भूकंप पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए ये वॉलंटियर्स Twitter के एक टूल का इस्तेमाल कर रहे हैं. अब Elon Musk की कंपनी ने इस सर्विस के लिए चार्ज वसूलने की तैयारी की है.
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप ने कई हजार लोगों की जान ली है. लोग अभी भी मलबे में फंसे हुए हैं, और बचाव और राहत का काम तेजी से चल रहा है. भूकंप पीड़ित लोगों की मदद करने के लिए बड़ी संख्या में वॉलंटियर सॉफ्टवेयर डेवलपर्स भी आए हैं. ढह गई इमारतों में दबे हुए लोगों को बचाने के लिए ये वॉलंटियर्स Twitter Tool का इस्तेमाल कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के अनुसार Elon Musk के मालिकाना हक वाली कंपनी ने इस सर्विस के लिए चार्ज वसूलने की तैयारी की है.
तुर्की के सबसे लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्सी सोजलुक के फाउंडर सेदत कपानोग्लू ने कहा, “यह सिर्फ बचाव की कोशिश के लिए नहीं है, बल्कि रसद पहुंचाने के लिए भी है, क्योंकि लोग अपनी जरूरतों को बताने के लिए लिए ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं.” यह सब उन्होंने कुछ वॉलंटियर्स को सलाह देते हुए कहा.
हर महीने देने होंगे 8,000 रुपए
सॉफ्टवेयर डेवलपर्स राहत कार्यों में जुटे संगठनों को लोगों से जोड़ने के लिए ट्विटर टूल का इस्तेमाल कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अगर उन्होंने कम से कम 100 डॉलर यानी करीब 8,000 रुपए मंथली चार्ज नहीं दिया तो वे जल्द ही इसे इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. भूकंप जैसी विपदा में चार्ज देने का प्लान कई वॉलंटियर्स और एनजीओ के बजट पर असर डालेगा.
इसलिए है Twitter Tool की जरूरत
भूकंप से पीड़ित लोग और बचाव में जुटे संगठन एक-दूसरे से जुड़ने के लिए ट्विटर का इस्तेमाल कर रहे हैं. माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर लोग अपनी जरूर बताते हैं. ट्विटर डेटा का एनॉलिसिस करने के लिए गैर-लाभकारी संस्थाओं (NGOs), रिसर्चर्स और अन्य लोगों को API, यानी एप्लिकेशन डेवलपर इंटरफेस के तौर पर एक टूल की जरूरत होती है, क्योंकि बड़े पैमाने पर मिली जानकारी को संभालना इंसानी हाथ के लिए लगभग नामुमकिन है.
सोमवार से बंद होगा फ्री एक्सेस
ट्विटर ने एपीआई का फ्री एक्सेस बंद करने के लिए सोमवार की डेडलाइन तय की है. यह तुर्की और उससे आगे के हजारों डेवलपर्स के लिए अलग से एक चुनौती है जो आपदा राहत कार्यों में जुटे हैं. ये लोग ट्विटर के यूनीक और खुले इकोसिस्टम का इस्तेमाल करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं.