पहले करवाया दुबई-रूस का टूर, फिर अमीर बनने का लालच दे 50000000 तक ठग लिए

पहले करवाया दुबई-रूस का टूर, फिर अमीर बनने का लालच दे 50000000 तक ठग लिए

क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है. झारखंड की राजधानी रांची में दो आरोपियों ने सैकड़ों लोगों से धोखाधड़ी करके करोड़ों की ठगी कर ली. फिलहाल CID ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपी लोगों को लालच देकर अपने जाल में फंसाया करते थे.

झारखंड की राजधानी रांची समेत राज्य के विभिन्न जिलों से सैकड़ों लोगों को क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्टमेंट और लाखों रुपए के मुनाफे का लालच देकर पांच करोड़ रुपए की ठगी करने के आरोप में CID टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में एक अमित जायसवाल (36) निवासी शंकर गार्डन विकासपुरी, नई दिल्ली का रहने वाला है, जबकि दूसरा आरोपी शशि शंकर कुमार उर्फ विक्की (36) थाना ब्रह्मपुरा, जिला मुजफ्फरपुर बिहार का रहने वाला है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से तीन मोबाइल फोन, तीन सिम के साथ-साथ ब्लॉकचेन वॉलेट एड्रेस जिस पर निवेशको द्वारा पैसा भेजा गया था भी जब्त किया गया है.

नवंबर 2023 में शिकायतकर्ता द्वारा यह जानकारी दी गई थी की शुरुआत में गोल्ड बॉन्ड के माध्यम से आरोपी शशि शंकर कुमार उर्फ विक्की द्वारा इन लोगों को लाभ पहुंचाया गया था. विश्वास में लेने के बाद शशि शंकर कुमार ने अपने मित्र अमित जायसवाल के द्वारा क्रिप्टो करेंसी में निवेश कर लाखों रुपए कमाने का प्रलोभन दिया. इतना ही नहीं आरोपियों के द्वारा अपने झांसे में लेने के लिए लोगों को तीन बार दुबई, जबकि एक बार रूस की यात्रा करवाई गई. यानी लाखों रुपए हर एक महीने कमाने के प्रलोभन के साथ-साथ विदेश यात्रा भी करवाई गई, जिसके बाद पीड़ित दोनों आरोपियों के जाल में फंस गए और अपने सगे-संबंधियों को भी इन लोगों के द्वारा बताए गए क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करवाया.

अधिक मुनाफा कमाने का लालच दिया गया

आरोपियों के द्वारा सभी को झांसे में लेते हुए यह बताया गया कि ‘OROPAY’ के आधिकारिक वेबसाइट www.oropay.io के माध्यम से अधिक मुनाफा कमाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के माध्यम से डाटा माइनिंग कर मुनाफा निवेशकों में उनके निवेश की गई रकम के अनुरूप ट्रेड पैक एवं प्रो ट्रेड पैक के माध्यम से प्रतिदिन 0.6% से लेकर 1.2% लाभ प्रतिदिन के हिसाब से 300% तक उनके द्वारा किए गए कुल निवेश पर रिटर्न मिलेगा. इसके बाद एक के बाद एक सभी लोग इनके झांसे में आ गए और पैसे निवेश करने लगे.

बड़े-बड़े होटलों में इवेंट करवाए गए

दोनों आरोपियों के द्वारा राजधानी रांची, बोकारो जमशेदपुर सहित राज्य के कई बड़े-बड़े होटलों में इवेंट करवाए गए, जिसमें फ्री भोजन और रहने, खाने की बेहतरीन व्यवस्था दी गई. इतना ही नहीं भारतीय नोटों की गड्डियों को फाड़-फाड़कर फेंका जाता था और यह कहा जाता था कि यह सब मुद्राएं (रुपए) अब बंद हो जाएंगी. अब केवल जमाना क्रिप्टो करेंसी का है, जो क्रिप्टो करेंसी में आज इन्वेस्ट करेगा वह कल के दिन में करोड़पति हो जाएगा. ऐसा करके दोनों आरोपियों के द्वारा विभिन्न जिलों के 150 से 200 लोगों से करीब पांच करोड़ रुपए इन्वेस्ट करवा कर ठगी कर ली गई.

रूस और दुबई तक की यात्रा करवाई

इन्वेस्ट करने वाले लोगों को ठगी का पता तब चला, जब आरोपियों द्वारा बनाई गई वेबसाइट www.oropay.io एक दिन अचानक बंद हो गया. निवेश करने वाले लोगों ने जब इन लोगों से संपर्क किया गया तो इन्होंने गुमराह करते हुए यह बताया कि एक अन्य वेबसाइट से आगे का काम होगा. इतना ही नहीं दोबारा लोगों को झांसे में लेने के लिए आरोपियों के द्वारा बाकायदा सभी के साथ हर दिन जूम ऐप के माध्यम से वर्चुअल मीटिंग की जाती थी. महंगे होटलों में कॉर्पोरेट मीटिंग के साथ-साथ दुबई और रूस की यात्रा भी करवाई गई.

अनजान इंटरनेशनल कॉल से रहें सतर्क

इसी बीच आरोपियों के द्वारा इन्वेस्टर को शक न हो इसके लिए ‘DGFI/OPAY’ नाम का एक टोकन लॉन्च किया गया, लेकिन जब इन्वेस्टर खरीदे हुए टोकन को बेचने गए तो उन्हें पता चला कि इसका वैल्यू जीरो हो गया है. इसके बाद उन्होंने अपराध अनुसंधान विभाग झारखंड रांची अंतर्गत साइबर क्राइम थाना में शिकायत दर्ज कराई. अपराध अनुसंधान विभाग के डीजी अनुराग गुप्ता एवं डीएसपी नेहा बाला के द्वारा मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. इसके साथ ही इस तरह के अपराध से बचने के लिए लोगों से या अपील की गई कि किसी भी अनजान इंटरनेशनल या वर्चुअल नंबर से वॉट्सऐप मैसेज आने पर उनकी बातों में आकर पैसों का आदान-प्रदान न करें.