बाप की सेवा करते-करते थक गया था बेटा, 1 महीनें में बनाया प्लान, चाकू से गोद डाला
जबलपुर जिले में एक बेटे ने मानसिक रूप से बीमार अपने पिता की हत्या कर दी. पुलिस ने शक के आधार पर आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में बाप-बेटे के रिश्ते को शर्मसार करने का मामला सामने आया है. जिस बाप ने बेटे को उंगली पकड़कर चलना सिखाया आज वही बाप उस बेटे पर बोझ बन गया. चलने फिरने में असमर्थ एक बाप की सेवा करना उस बेटे को इतना नागवार गुजरा कि उस कलयुगी बेटे ने अपने बाप को चाकू से गोदा और गला दबाकर निर्मम हत्या कर दी. महीने भर चली जांच-पड़ताल के बाद पुलिस जब आरोपी बेटे तक पहुंची तो वह भी सुन कर हैरान हो गई. फिलहाल, पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है जहां उसे कोर्ट में पेश किया जा रहा है.
दरअसल,ये मामला जबलपुर जिले में पनागर थाना क्षेत्र के कसही गांव का है. इस मामले में थाना प्रभारी विजय अंभोरे ने बताया कि जहां के रहने बाले मुन्नालाल प्रजापति मानसिक रुप से कमजोर हो गए थे. जिस कारण मुन्ना घर में सोते-उठते, खाना खाते वक्त अचानक लैट्रिन व बाथरुम कर देता था. बाप द्वारा की गई गंदगी को आरोपी बेटी को ही साफ करनी पड़ती थीं. जिस कारण बेटा गंदगी साफ करते करते परेशान हो गया. एक दिन बेटे ने बाप की हत्या करने का पूरा प्लान तैयार कर लिया और मौका देखते ही अपने बाप की चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी. जहां शव को झाड़ियों में फेंक दिया.
जानिए क्या था मामला?
गौरतलब है कि, बीते 26 नवंबर को मृतक मुन्नालाल प्रजापति रांझी से मजदूरी कर घर के लिए रवाना हुआ, तभी झुरझुरु नहर पुल से अपने गांव कसही के लिए मुड़ा था तभी उसका बेटा ब्रजेन्द्र उर्फ बिज्जू वहा उसे मिल गया. इससे पहले कि बाप कुछ समझ पाता इससे पहले बेटे ब्रजेन्द्र ने चेहरे पर चाकू से हमला कर दिया. हमला होते ही मुन्नालाल गिर गया, तभी ब्रजेन्द्र ने पैर से गला दबाकर अपने बाप मुन्नालाल की हत्या कर दी.
हत्या के बाद आरोपी ब्रजेन्द्र गांव पहुंचा और लोडिंग वाहन में डीजे लोड करके अपने काम के लिए रवाना हो गया, जिसके बाद उसी दिन मृतक की पत्नी गुड्डीबाई सहित अन्य लोगों ने झुरझुरु नहर के पास लाश देखी तो इसकी खबर पुलिस को दी. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों के सामने पंचनामा कार्यवाही कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरु कर दी.
पति मजदूरी के लिए रांझी निकले थे- मृतका की पत्नी
इस मामले में पुलिस ने जांच-पड़ताल के दौरान पूछताछ में मृतक मुन्नालाल की पत्नी गुड्डीबाई प्रजापति ने बताया कि 26 नवंबर को वह और पति मुन्नालाल साथ में ही काम करने के लिए निकले थे, वह गौरव शर्मा की साइट पर ठेकेदार वीरेन्द्र महोबिया के साथ काम करने चली गई.
पति मजदूरी करने के लिए रांझी निकल गए. शाम को गांव के राहुल गौड़ के साथ बाइक पर बैठकर घर के लिए रवाना हुई. जब वह झुरझुरु नहर पुल से आगे बढ़ी तो पति मुन्नालाल को मृत हालत में देखा हतप्रभ रह गई.
पुलिस की पूछताछ में आरोपी बेटे ने कबूला जुर्म
वहीं, पुलिस ने इस मामले में जब मुन्नालाल के बेटे ब्रजेन्द्र से पूछताछ की तो उसने पुलिस को गुमराह करते हुए बताया कि रिछाई फैक्टरी से माल लोड कर छिंदवाड़ा जाने निकला था, तभी खबर मिली कि पिता की मौत हो गई है. जिसपर वह भेड़ाघाट में ही वाहन खड़ा कर घर पहुंच गया. जबकि पुलिस को पता चला चला था कि घटना के दिन ब्रजेश तिपनिया गांव की गाड़ी में डीजे लोड हो रहा था.
उस दौरान वह दो घंटे के लिए गायब हो गया था. पुलिस ने ब्रजेन्द्र को थाना लाकर जब सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने बाप मुन्नालाल की हत्या करने की बात कबूल ली. जिस पर पुलिस ने आरोपी बेटे बृजेंद्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए कोर्ट में पेश किया गया. जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया.