देसी बम बनाने में महारत, बिहार के माफिया का राइटहैंड… अतीक का ये अहसान उतारने पहुंचा था बमबाज गुड्डू

देसी बम बनाने में महारत, बिहार के माफिया का राइटहैंड… अतीक का ये अहसान उतारने पहुंचा था बमबाज गुड्डू

उमेश पाल हत्याकांड वाले दिन मौके पर मौजूद रहा गुड्डू मुस्लिम के बारे में पुलिस को बड़ी जानकारी हाथ लगी है.

उमेश पाल हत्याकांड की तह तक पहुंचने को व्याकुल यूपी एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस टीमें, अतीक गुंडा कंपनी के भीतर जितना ज्यादा घुसने की कोशिश कर रही है, उतनी ही सनसनीखेज जानकारियां उसके हाथ लगती जा रही है. अब पता चला है कि थाना धूमनगंज क्षेत्र में 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड वाले दिन मौके पर मौजूद रहा गुड्डू मुस्लिम की क्राइम कुंडली तो रोंगटे खड़ी कर देने वाली है.

पता चला है कि गुड्डू मुस्लिम 15 साल पहले अतीक द्वारा उसके ऊपर किए गए अहसान का बदला उतारने के इरादे से, उस खूनी शूटआउट में शामिल हुआ था. यह वो अहसान था जब उसे जेल में बंद रहने की जलालत से अतीक अहमद ने ही बचवा लिया था. उसकी कोर्ट से जमानत करवा कर. यह तमाम खुलासे एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा उमेश पाल हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान हो रहे हैं. पता चला है कि जिस गुड्डू मुसलिम की तलाश में आज 8-10 पुलिस टीमें मारी -मारी फिर रही हैं, वही गुड्डू मुसलिम अतीक के अहसान तले दबा हुआ था.

3-4 घंटों में 20 से ज्यादा बम

दरअसल, इस गुड्डू की एक बड़ी क्वालिटी का कायल अतीक अहमद हमेशा रहा है. वो क्वालिटी है इसकी देसी बम बनाने में महारत. अतीक को अपने इस गुर्गे के ऊपर उस हद तक का विश्वास है कि, अतीक के एक इशारे पर तीन चार घंटे के अंदर यही खतरनाक गुड्डू मुस्लिम, 20 से ज्यादा बम बनाने की कुव्वत रखता है. यहां बताना जरूरी है कि उमेश पाल डबल मर्डर के दौरान भी हत्यारों ने जमकर देसी बमों का इस्तेमाल किया था. पुलिस टीमों को आशंका है कि वे बम कहीं इसी गुड्डू मुस्लिम ने न बनाकर दिए हों.

बिहार के एक कुख्यात माफिया का भी राइटहैंड

गुड्डू मुसलिम भले ही माफिया डॉन अतीक अहमद का चेला क्यों न हो, मगर उसकी तूती यूपी से बिहार तक बोलती है. गुड्डू बिहार के एक कुख्यात माफिया का भी राइटहैंड है. अब से करीब 15 साल पहले गोरखपुर पुलिस ने उसे पटना जेल के बाहर गिरफ्तार कर लिया था. तब उसे लगा कि मुकदमे में मजबूत पैरवी के चलते उसकी जिंदगी जेल की सलाखों में ही गुजर जाएगी. फिर भी उसने अपने उस्ताद यानी अतीक अहमद के आगे एक बार मुंह डाल लेने में कोई बुराई नहीं समझी. अतीक को जैसे ही गुड्डू के मन की बात पता चली कि वो हर हाल में जेल से बाहर निकलना चाहता है, तो अतीक ने ही उन दिनों कोर्ट से उसकी जमानत करवाई थी और गुड्डू जेल से बाहर आकर वहां की जलालत से बच गया.

यूपी एसटीएफ सोर्सेज के मुताबिक, गुड्डू न अतीक का सगा है न ही बिहार के माफिया का दोस्त या दुश्मन. यह मास्टरमाइंड बमबाज होने के चलते हर किसी गैंगस्टर को अपनी इसी काबिलियत की बोली लगाता है. इसीलिए पूर्वांचल से लेकर बिहार तक यह गुड्डू मुस्लिम कुछ कुख्यात माफियाओं के संपर्क में बना ही रहता है. कुछ समय पहले तक यह पूर्वांचल के एक बाहुबली पूर्व सांसद और फैजाबाद के एक पूर्व दबंग विधायक के भी संपर्क में था. यह दोने ही सफेदपोश बदमाश रेलवे टेंडर और मोबाइल टॉवर टेंडर के लिए इसी गुड्डू मुस्लिम को इस्तेमाल करते थे. यह वही गुड्डू मुस्लिम है जिसकी बसपा सरकार में हुए इंजीनियर हत्याकांड में भी पुलिस को काफी तलाश रही थी. इसका नाम कभी बिहार के माफिया डॉन उदयभान से भी जुड़ा था.

मुंबई के आसपास मिल रही लोकेशन

गुड्डू की तलाश में दिन रात खाक छान रही प्रयागराज पुलिस और यूपी एसटीएफ की मानें तो, गुड्डू की लोकेशन मुंबई के आसपास भी मिल रही है. वहां भी टीम रेडी है. अतीक अहमद का मुंहलगा गुड्डू मुस्लिम खुद को श्रीप्रकाश शुक्ला के एक रिश्तेदार का करीबी भी बताता रहता था. मतलब, गुड्डू मुस्लिम सबका दोस्त है. मौकापरस्ती उसकी रग-रग में भरी हुई है. जब वो यूपी में पुलिस का प्रेशर अपने ऊपर आता देखता है तो बिहार के माफियाओं की चौपालें सजाने पहुंच जाता है. जब बिहार पुलिस घेरती है तो वो यूपी में अतीक अहमद एंड गुंडा कंपनी की छतरी के नीचे आ छिपता है.

आलम यह है कि जबसे गुड्डू मुस्लिम को प्रयागराज डबल मर्डर कांड में अतीक अहमद के बेटे के साथ शिकार पर अंधाधुंध गोलियां झोंकते देखा, तब से तो मानो वो जरायम की दुनिया में डिमांड में ही आ गया हो. सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड हो रहा है. यूपी पुलिस तो शुरू से ही मानकर चल रही थी कि, साल 2005 में अंजाम दिए गए राजू पाल हत्याकांड में भी गुड्डू मुस्लिम शामिल था. हालांकि राजू पाल हत्याकांड में बाद में दाखिल चार्जशीट में उसका नाम दाखिल किया गया था.कहते हैं कि अब तक जरायम की दुनिया में यही गुड्डू मुस्लिम, अपराधियों को बैकअप देने का काम करता रहा था. यह पहला मौका है जब वो शिकार के ऊपर गोलियां झोंकते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गया. वो भी अतीक अहमद के बेटे के साथ.